इंटरनेट मीडिया पर सरकार गिराने की 'जंग', भाजपा ने दिखाया पुलिस को आइना

जागरण संवाददाता बोकारो प्रदेश की सरकार के खिलाफ षड्यंत्र कर सरकार को गिराने की कोशिश करने के मामले में गिरफतार निवारण महतो और अमित सिंह की गिरफ्तारी पर उनके परिवार वाले सवाल उठा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 12:11 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 12:11 AM (IST)
इंटरनेट मीडिया पर सरकार गिराने की 'जंग', भाजपा ने दिखाया पुलिस को आइना
इंटरनेट मीडिया पर सरकार गिराने की 'जंग', भाजपा ने दिखाया पुलिस को आइना

जागरण संवाददाता, बोकारो: प्रदेश की सरकार के खिलाफ षड्यंत्र कर सरकार को गिराने की कोशिश करने के मामले में गिरफ्तार निवारण प्रसाद महतो और अमित सिंह की गिरफ्तारी पर उसके परिवार के लोग सवाल कर रहे हैं। वहीं, भाजपा और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है। पूर्व सीएम बाबू लाल मरांडी व गोड्डा सांसद हमलावर रहे तो चंदनकियारी के विधायक और भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमर कुमार बाउरी ने अपने फेसबुक वाल पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने 24 जुलाई को दैनिक जागरण के बोकारो अंक में प्रकाशित खबर का हवाला देते हुए पुलिस पर सवाल उठाया है। 24 जुलाई को बोकारो के दुंदीबाद से अमित व निवारण की गिरफ्तारी की दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर सोशल मीडिया फेसबुक व वाट्सएप पर घूमती रही। इसी खबर को पूर्व सीएम ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया , और पुलिस के सिस्टम पर सवाल खड़ा किया।

जबकि गोड्डा सांसद डा. निशिकांत दूबे पूरे दिन इस पर सक्रिय रहे। उन्होंने निवारण व अमित के साथ यात्रा करने वाले कुमार गौरव को लेकर सवाल किया तो मामले के शिकायतकर्ता अनूप सिंह के भाई व युवा कांग्रेस नेता कुमार गौरव को आगे आना पड़ा । उन्होंने सफाई दी कि वे नहीं है।

इधर चंदनकियारी विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा है कि सरकार मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कुचक्र रच रही है। ताकि जनता और अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं को भ्रमित कर सकें। उनका कहना है कि जब एक तरबूज बेचने वाला और ठेका मजदूर सरकार को खरीदने बेचने की क्षमता रखता है तो इस सरकार का भविष्य और वर्तमान के साथ-साथ इसके अधिकारियों की क्या हालत होगी, यह समझने वाली बात है। इधर झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक समर्थक सोहन मुर्मू ने निवारण महतो के साथ योगेश्वर महतो बाटुल के फोटो को अपने फेसबुक वाल पर डालते हुए लिखा है कि झारखंड में सत्ता से बेदखल होने के सदमे से नेता बाहर नहीं निकल सकें हैं। लोकप्रिय सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे है। इस मामले में बोकारो विधायक बिरंची नारायण व बेरमो के पूर्व विधायक की संलिप्तता की सीआइडी जांच होनी चाहिए। घर वालों की निवारण के मोबाइल पर हुई थी बात, टावर लोकेशन की हो जांच

जागरण संवाददाता, बोकारो: सरकार गिराने की साजिश में शामिल होने के आरोपित सेक्टर बारह निवासी निवारण महतो के भाई अरुण ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद भाई के फोन पर उन लोगों से बात हुई थी। टावर लोकेशन यदि उनके घर के लोगों के अलावा भाई के मोबाइल की निकाली जाए तो निश्चित तौर पर यह स्पष्ट हो जाएगा कि भाई की गिरफ्तारी उनके सेक्टर बारह स्थित घर से हुई है। भाई अरुण ने यह कहा कि बगल के एक आवास में सीसीटीवी कैमरा है। उसको भी पुलिस खंगाल ले तो स्पष्ट हो जाएगा कि उनके यहां रात में पुलिस आई थी। उसे फुटेज मांगने पर जहां कैमरा लगा है, उस घर वाले इनकार कर रहे हैं। निवारण की मां ने कहा कि उनके घर में सिटी थाना की पुलिस आई थी। घर के लोगों में कुछ लोग इस थाना की पुलिस वालों को पहचानते थे। कहे कि चलो थाना पूछताछ के बाद घर लौट आना। सिटी थाना के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को भी सार्वजनिक किया जाए तो इससे स्पष्ट हो जाएगा कि भाई को थाना लाया गया।

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