ग्रामीणों की मांगों को पूरा करें सीसीएल प्रबंधन
संवाद सहयोगी करगली (बेरमो) बेरमो के एसडीएम अनंत कुमार ने कहा कि काम बंद कराने से
संवाद सहयोगी, करगली (बेरमो) : बेरमो के एसडीएम अनंत कुमार ने कहा कि काम बंद कराने से समस्या का समाधान नहीं होता। मांग रखने का यह तरीका बिल्कुल गलत है। लोग अपनी बात रखें, समाधान की दिशा में प्रशासन की ओर से पहल की जाएगी। यह बातें उन्होंने शुक्रवार की शाम करगली ऑफिसर्स क्लब के सभागार में त्रिपक्षीय वार्ता के क्रम में जरीडीह बस्ती के ग्रामीणों को समझाते हुए कही। साथ ही सीसीएल प्रबंधन को ग्रामीणों की मांगों का निराकरण करने का निर्देश दिया। वार्ता में सीसीएल बीएंडके प्रबंधन व ग्रामीणों के अलावा एसडीपीओ सतीशचंद्र झा, सीओ मनोज कुमार, बेरमो थाना प्रभारी शैलेश कुमार चौहान व गांधीनगर थाना प्रभारी दानिश इकबाल भी उपस्थित थे। एसडीएम ने विगत दिनों जरीडीह बस्ती के ग्रामीणों द्वारा चार दिनों तक कोनार-खासमहल परियोजना के आउटसोर्सिंग कार्य को ठप रखे जाने पर नाराजगी जताई। साथ ही ग्रामीणों की मांगों को गंभीरतापूर्वक सुना। एसडीएम ने आउटसोर्सिंग कंपनी में रोजगार के मुद्दे पर कंपनी के अधिकारियों से कहा कि कुशल एवं अकुशल कर्मियों में अधिक से अधिक गांव के लोगों को प्राथमिकता दें। कहा कि जिन ग्रामीणों की जमीन के कागजात पूर्ण हैं और रजिस्टर-टू में नाम दर्ज है, वे अपनी वंशावली परिवार के सदस्यता प्रमाणपत्र सहित अन्य कागजात सीसीएल प्रबंधन के पास जमा करें। सब कुछ सही पाया जाएगा तो जमीन का सत्यापन तुरंत कराकर नियोजन व मुआवजा देने की प्रक्रिया कराई जाएगी। ग्रामीणों ने रोजगार की मांग करने के साथ ही कहा कि जरीडीह बस्ती में सीसीएल की ओर से डीप बोरिग कराई जाए। साथ ही स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों को चिकित्सा का लाभ दिया जाए। जवाब में सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र के जीएम एमके राव ने कहा कि अधिग्रहीत जमीन पर पीएम आवास बनवाने के लिए शर्तों के अनुसार एनओसी दिया जाएगा। जरीडीह बस्ती में जल्द ही एक डीप बोरिग कराई जाएगी। मौके पर कोनार-खासमहल परियोजना के पीओ दिलीप कुमार, भू-राजस्व पदाधिकारी बीके ठाकुर, डी कुजूर, देवाशीष बनर्जी, गांधीनगर थाना के एएसआइ संजय कुमार सिंह, आउटसोर्सिंग कंपनी के सुशील अग्रवाल, सुरेश शर्मा और ग्रामीणों की ओर से अधिवक्ता यशवंत कुमार सहित प्रीतम महतो, प्रदीप महतो, कैलाश महतो, सहदेव सिंह, झरी महतो, लालधारी सिंह आदि मौजूद थे।