डीडी माइंस में सुरक्षा व्यवस्था की खानापूर्ति

संडेबाजार (बेरमो) सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र अंतर्गत बोकारो कोलियरी की डीडी माइंस में सुरक्ष्

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:23 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 11:23 PM (IST)
डीडी माइंस में सुरक्षा व्यवस्था की खानापूर्ति
डीडी माइंस में सुरक्षा व्यवस्था की खानापूर्ति

संडेबाजार (बेरमो) : सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र अंतर्गत बोकारो कोलियरी की डीडी माइंस में सुरक्षा व्यवस्था की खानापूर्ति की गई है। इस माइंस में पतले लोहे के एंगल व तार से घेराबंदी कर दी गई है। खंभों को जमीन के अंदर ढलाई करने के बजाय सीमेंटेड ब्लॉक पर रखे जाने से जानवर धकेलकर अंदर घुस जाते हैं। इससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि इस घेराबंदी में सुरक्षा व्यवस्था के प्रति ध्यान दिए जाने के बजाय ठेकेदार को लाभ पहुंचाया गया है।

डीडी माइंस में लगभग छह माह पूर्व एक युवक जैकी हरि के गिर जाने के बाद बोकारो कोलियरी प्रबंधन को उसकी घेराबंदी कराने का ख्याल आया। डीडी माइंस की घेराबंदी में खानापूर्ति तो बोकारो कोलियरी के सिविल विभाग की कारस्तानी है। यही हाल इस कोलियरी के ईएंडएम विभाग का भी है। इस विभाग के स्थायी कर्मचारी होते हुए भी अधिकतर काम ठेकेदारों से कराए जाते हैं। कहीं एक बिजली के खंभे को खड़ा करना होता है तो वह कार्य भी ठेकेदार के जरिये ही कराया जाता है। जबकि बोकारो कोलियरी के विद्युत विभाग का यह हाल है कि उसमें कई कर्मी कार्यरत हैं, लेकिन बिजली के खंभे पर भी ठेकेदार के फिटर को ही चढ़ाकर काम कराया जाता है। यदि कोई अपने घर में बिजली दुरुस्त करने के लिए सूचना देता है तो ठेकेदार के कर्मी के भरोसे यह कहकर टाल दिया जाता है कि आज वह नहीं है, इसलिए जब आएगा तब बनेगा।

वर्जन

डीडी माइंस की घेराबंदी में जो लापरवाही बरती गई है, उसे दुरुस्त कराने के लिए बोकारो कोलियरी के सिविल इंजीनियर को संज्ञान लेना चाहिए। इस संबंध में उनसे बात की जाएगी। वहीं, इएंडएम एवं विद्युत विभाग के कार्य में जो शिथिलता की शिकायत मिल रही है, उसकी जांच की जाएगी।

- एके सिंह, एसओसी, सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र

chat bot
आपका साथी