एक्शन में सेल चेयरमैन, कहा नो वर्क नो प्रमोशन

जागरण संवाददाता बोकारो स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड सेल की नई चेयरमैन सोमा मंडल ने पद ग्रहण कर लिया है जिसके बाद बैठक कर उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि बिना के प्रमोशन नहीं मिलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Jan 2021 01:22 AM (IST) Updated:Tue, 05 Jan 2021 01:22 AM (IST)
एक्शन में सेल चेयरमैन, कहा नो वर्क नो प्रमोशन
एक्शन में सेल चेयरमैन, कहा नो वर्क नो प्रमोशन

जागरण संवाददाता, बोकारो: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड सेल की नई चेयरमैन सोमा मंडल एक जनवरी को पदभार ग्रहण करते ही एक्शन में आ गई है। कंपनी के उत्पादन को बढ़ाने के साथ वित्तीय हालात को बेहतर करने के लिए उन्होंने सभी कर्मचारी-अधिकारी संगठन से सहयोग की अपेक्षा की है। बावजूद इसके प्रबंधन की उम्मीद पर कोई अधिकारी खरा नहीं उतरते हैं तो उसे पदोन्नति के लाभ से वंचित किया जा सकता है। यह फरमान उन्होंने सेफी के पदाधिकारियों से नए साल में वार्ता के दौरान जारी किया। उक्त आशय की जानकारी देते हुए सेफी के महासचिव विमल विशी ने कहा की सेल वर्तमान में घाटा खत्म कर मुनाफे की राह पर चल पड़ी है। कंपनी को जहां तिसरी तिमाही अक्टूबर-दिसंबर माह में बेहतर लाभ होने की संभावना है। वहीं अंतिम तिमाही जनवरी से मार्च 2021 के बीच सेल का वार्षिक वित्तीय परिणाम इस्पात जगत को एक नई आधारशिला प्रदान करेगी। इसका मुख्य कारण राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार में सेल के माल की बढ़ती मांग तथा विभिन्न सामग्री के शुल्क में बढ़ोतरी को बताया जाता है। मालूम हो की कोरोना काल में पिछले कई माह से आर्थिक संकट का दंश झेल रहे सेल ने चालू तिमाही के साथ दिसंबर के नकद संग्रह में एक रिकॉर्ड कायम किया है, जिसका श्रेय कंपनी की वर्तमान अध्यक्ष सोमा मंडल के अलावा संयंत्र कर्मियों को दिया जा रहा है। अब जैसे-जैसे देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आ रही है। सेल का बाजार रफ्तार पकड़ने लगा है। सेफी महासचिव ने कहा की सेल अध्यक्ष सोमा मंडल ने उन्हें आश्वस्त किया है कि यदि इसी रफ्तार से कंपनी अपने भविष्य के लक्ष्य को तय करेगी तो मार्च 2021 तक अधिकारी-कर्मचारियों के लंबित पे रिवीजन का मामला को सुलझा लिया जाएगा।

----

- फाइल के बजाय मोबाइल पर हो ऑनलाइन काम -

सेल अध्यक्ष सोमा मंडल ने कंपनी में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी व ठेका श्रमिकों के विभागीय कामकाज में पारदर्शिता लाने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया पर जोर दिया। कहा की डिजिटल इंडिया के इस युग में फाइल के जगह मोबाइल अथवा कंप्यूटर से ऑनलाइन काम होना चाहिए। पहले संयंत्रकर्मी वित्त विभाग के काउंटर पर जाकर मासिक वेतन लिया करते थे, लेकिन अब बैंक में वेतन आने के साथ उन्हें मैसेज भी मिल जाता है। यही प्रक्रिया हर काम के लिए अपनाने की जरूरत है। पेंशन, पीएफ, आवास आवंटन, चिकित्सक से परामर्श, मेडिकल कार्ड नवीकरण, वेतनपर्ची आदि की सुविधा कंपनी प्रबंधन पहले से ही ऑनलाइन संयंत्रकर्मियों को दे रही है। इसके अलावा अन्य ऐसे विभागीय कार्य जिसके लिए उन्हें अपने काम को छोड़ दफ्तर का चक्कर लगाना पड़ता है। उसे भी इस नियम के दायरे में जल्द लाया जाएगा। नई व्यवस्था के लागू होने तक यदि किसी विभाग में कोई फाइल एक हफ्ते से ज्यादा दिनों तक अनावश्यक कारण के रोकी जाती है तो संबंधित विभाग के डीजीएम-जीएम के नाम की फाइल सेल मुख्यालय की ओर से कार्रवाई के तौर पर खोल दी जाएगी।

chat bot
आपका साथी