1314 सड़क हादसों में महज 213 प्राथमिकी

बोकारो जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में हर माह सड़क हादसों को रोकने पर चर्चा ह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 10:07 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 10:07 PM (IST)
1314 सड़क हादसों में महज 213 प्राथमिकी
1314 सड़क हादसों में महज 213 प्राथमिकी

बोकारो : जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में हर माह सड़क हादसों को रोकने पर चर्चा होती है। हादसा रोकने के लिए जरूरी समझे जाने वाले हर विभाग के अधिकारी इस बैठक में उपस्थित रहते हैं। बैठक में बहुमूल्य मानव जीवन बचाने के लिए उस विभाग को टास्क भी दिया जाता है जिसकी लापरवाही सामने आती है। अगली बैठक में इस टास्क पर चर्चा भी होती है। लापरवाही पर फटकार व कार्रवाई तक होती है। इस बेहतर व्यवस्था में सबसे बड़ी कमी सामने आई है। जनवरी से लेकर अक्टूबर तक के सरकारी अस्पताल के आंकड़े बता रहे हैं कि इन 10 माह में 1314 सड़क हादसों के मामले सरकारी अस्पताल में पहुंचे। इन घटनाओं में 1229 घायलों की संख्या थी तो मृतकों की संख्या तीन थी। घायलों में लगभग 400 गंभीर थे। यह आंकड़े सिर्फ सरकारी अस्पतालों के हैं। जिले भर में लगभग 200 से अधिक छोटे-बड़े अस्पताल भी हैं। यहां भी घायल इलाज के लिए ही इन दस माह में पहुंचे ही होंगे। पुलिस विभाग व सरकारी अस्पताल के आंकड़ों से बिल्कुल अलग हैं। जनवरी से अक्टूबर तक के आंकड़े बता रहे हैं कि इन दस माह में पुलिस ने जिले भर के थानों में 213 प्राथमिकी दर्ज किया। 118 लोग मरे तो कुल 135 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। इन हादसों में 16 को मामूली चोट लगी।

अगर सरकारी अस्पताल व पुलिस का आंकड़ा देखा जाए तो स्पष्ट हो जाएगा कि कुछ प्रतिशत मामलों में ही पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर रही है। दर्ज प्राथमिकी वाले मामलों को ही राज्य मुख्यालय भेजा है और इसी को कम करने पर चर्चा होती है। सड़क पर बेशकीमती मानव जीवन बचाने के लिए संयुक्त परिवहन आयुक्त भी हादसों की सही संख्या की जानकारी रखने के साथ-साथ उसपर सुधार करने की जरूरत बता चुके हैं। कह चुके हैं कि परिवहन विभाग वैसे सभी हादसों की संख्या व जगह की जानकारी रखे जो हुए हैं। उसमें कैसे सुधार हो इसपर भी निरंतर चर्चा हो। अब सरकारी अस्पताल की व्यवस्था पर नजर डाली जाए तो यहां लगभग 400 गंभीर रूप से घायल लोग पहुंचे। सभी गंभीर रूप से घायल मरीजों को दूसरी जगह पर रेफर कर दिया। किसी का इलाज इन अस्पतालों में नहीं हुआ। जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सदर अस्पताल में 66 गंभीर रूप से घायल पहुंचे। इस अस्पताल ने भी इन्हें अन्य जगहों पर रेफर कर दिया। अस्पताल-----इलाज के लिए आए मरीज----घायलों की संख्या-----गंभीर--------रेफर किए गए---मृत * सदर अस्पताल-----255---------------170-----------66------------66----------2 *अनुमंडलीय अस्पताल चास---52---------52-------------13------------13-----------0 *अनुमंडलीय अस्पताल बेरमो----78---78-----------------0-------------0------------0 *अनुमंडलीय अस्पताल तेनुघाट---49-----49--------------14-------------14-----------0 *रेफरल अस्पताल जैनामोड़---159------159------------66---------------66-----------0 *सीएचसी चंदनकियारी---124------------124---------79----------------79-------0 *सीएचसी चास-----0--------------0----------------0-------------0----------0 *सीएचसी कसमार---38------------38---------------12-------------12----------0 *सीएचसी पेटरवार---385---------385------------124----------------124----------0 *सीएचसी गोमिया---102--------102-----------20----------------20-------------0 * सीएचसी नावाडीह---60---------60--------20---------------14-------------0 *सीएचसी बेरमो-----12-----------12----------0------------0----------------0

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