भगवान की कृपा के बिना जीवन है अधूरा

चास चीरा चास केके सिंह कालोनी में श्रीराम कथा महोत्सव के समापन समारोह में प्रवचन करते हु

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 08:50 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 08:50 PM (IST)
भगवान की कृपा के बिना जीवन है अधूरा
भगवान की कृपा के बिना जीवन है अधूरा

चास : चीरा चास केके सिंह कालोनी में श्रीराम कथा महोत्सव के समापन समारोह में प्रवचन करते हुए कथा वाचक आचार्य वेदानंद शास्त्री ने कहा कि मनुष्य को भगवान की भक्ति अवश्य करनी चाहिए। भगवान की कृपा के बिना जीवन का कोई आधार नहीं है। जो मानव भगवान की भक्ति करता है उस पर स्वत: भगवान की कृपा होती है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी परीक्षा व भगवान की प्रतीक्षा करनी चाहिए। यही काम माता शबरी ने किया। अपने गुरु के आदेश या वचन का पालन करने की बात थी। शबरी माता यही सोचकर बहुत वर्षों तक प्रतिदिन इंतजार करती रही कि ये मेरे गुरुदेव का वचन है जो कभी मिथ्या नहीं हो सकती। एक दिन भगवान उनके पास पहुंचे। उन्होंने भगवान व हुनमान के मिलन एवं सुग्रीव से मित्रता के प्रसंग को बताया। उसके बाद बाली का उद्धार व भक्ति का संदेश देते हुए बाली की ओर से अपने पुत्र को भगवान को उनके चरणों में समर्पित कर देने का प्रसंग बताया। उन्होंने समुद्र के निकट जटायु से श्रीसीताजी का रावण के द्वारा हरण का संदेश, समुद्र को पार करना, लंका में प्रवेश करने के बाद विभीषण से मिलन, भगवान श्रीराम का सीताजी को संदेश सुनाना, अशोक वाटिका उजाड़ना, रावण के पुत्रों का संहार, लंका जलाना, रावण के समस्त आततायी का उद्धार, विभीषण को राजगद्दी पर बैठाकर भगवान का पुष्पक विमान से अयोध्या लौट कर राज्याभिषेक तक की कथा को विस्तार पूर्वक बताया। इस दौरान छोटे-छोटे बच्चों ने भगवान श्रीराम सीता, हनुमान जी की झांकी भी निकाली गई।

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