बेरमो कोयलांचल के कई इलाके में बारिश बन गई आफत

बेरमो बेरमो कोयलांचल के कई इलाके में बारिश शनिवार को आफत बन गई। गुरुवार की रात स

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 11:48 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 11:48 PM (IST)
बेरमो कोयलांचल के कई इलाके में बारिश बन गई आफत
बेरमो कोयलांचल के कई इलाके में बारिश बन गई आफत

बेरमो : बेरमो कोयलांचल के कई इलाके में बारिश शनिवार को आफत बन गई। गुरुवार की रात से ही रुक-रुक कर हो रही वर्षा के कारण तेनु डैम के छह गेट व कोनार डैम के चार फाटक खोल दिए जाने से कोनार व दामोदर नदी उफान पर आ गईं। उन नदियों का जलस्तर बढ़ जने से तट के किनारे रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं। जरीडीह बाजार की नीचे पट्टी, बेरमो रेलवे स्टेशन स्थित खटाल, कल्याणी के मोदीधौड़ा, फुसरो के सिंहनगर, भलचोथी बस्ती व बाबा आम्टेनगर में दामोदर नदी का पानी प्रवेश कर गया। इस कारण उस इलाके के लोग सड़क किनारे, स्कूल और रेलवे स्टेशन में डेरा डालने को विवश हुए। --जलधारा में डूब गया विशालकाय हथियापत्थर : दामोदर नदी की जलधारा में फुसरो स्थित विशालकाय हथियापत्थर पूरी तरह डूब गया। यहां दामोदर नदी की जलधारा 20 फीट से अधिक ऊचाई पर बह रही है, जो खतरे के निशान के पार कर गया है। फुसरो के हिदुस्तान पुल के नीचे का काली मंदिर और भलचोथी बस्ती का शिव मंदिर भी आधा से अधिक दामोदर नदी के पानी में डूब गया। वहीं, फुसरो-चंद्रपुरा रोड एवं फुसरो-जैनामोड़ रोड को जोड़ने वाली कई पुल-पुलिया के ऊपर पानी आ जाने के कारण आवागमन बाधित हो गया। -- अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने लिया जायजा : दामोदर नदी में आई बाढ़ के कारण कई आबादी वाले क्षेत्र में पानी घुस जाने के बाद अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने पहुंचकर जायजा लिया। उस दौरान अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को लोगों की खूब खरी-खोटी सुननी पड़ी। लोगों का कहना था कि वर्ष- 2017 में इस क्षेत्र में आई बाढ़ के बाद अबतक प्रभावित क्षेत्र में किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर ध्यान नहीं दिया गया। जब तेनु डैम एवं कोनार डैम के गेट खोले गए, उससे पहले प्रचार-प्रसार नहीं किया गया। इसलिए जब अचानक लोगों के घरों में दामोदर नदी का पानी घुस गया, तब उससे पहले सुरक्षित स्थान पर नहीं जा सके। बाद में उचित ठहराव के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई। --बालूबैंकर स्थित आबादी में भी पानी कर गया प्रवेश : फुसरो नगर के वार्ड नंबर-18 अंतर्गत बालूबैंकर स्थित आबादी में भी दामोदर नदी का पानी प्रवेश कर गया। हालांकि पार्षद प्रतिनिधि बैजनाथ महतो ने लोगों को तेनुघाट डैम के छह गेट और कोनार डैम के छह फाटक खोले जाने की सूचना देकर लोगों को सचेत कर दिया था। इस वजह से लोगों ने सतर्कता बरती और अपने-अपने घरों के सामानों को अन्यत्र पहुंचा दिया और खुद भी सुरक्षित स्थानों में चले गए, जिससे अधिक नुकसान नहीं हुआ। --पूरे क्षेत्र में पानी-बिजली की आपूर्ति हो गई ठप : बारिश के कारण शुक्रवार की शाम से ही पूरे बेरमो कोयलांचल में पानी-बिजली की आपूर्ति ठप हो गई। फुसरो के हिदुस्तान पुल के समीप दामोदर नदी के ऊपर से गुजरे तार पानी के बहाव के कारण टूट गए। समाजसेवी देवी दास, कृष्ण कुमार चांडक, विजय सिंह, विनोद चौरसिया एवं शंभु यादव ने यह जानकारी ऊर्जा विभाग के सचिव व बिजली बोर्ड के महाप्रबंधक को दी। उससके बाद तार को दुरुस्त किए जाने की कवायद की जाने लगी। वहीं, मोटर पंप व इंटेकवल दामोदर नदी में डूब जाने के कारण जलापूर्ति बाधित हो गई। नगर परिषद फुसरो के अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह व उपाध्यक्ष छेदी नोनिया ने क्षेत्र में घूम-घूमकर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।

--पानी के बहाव से टूटा डीवीसी के पुराने पुल का गेट : कोनार डैम के चार फाटक खोले जाने के कारण बोकारो थर्मल स्थित सिक्स यूनिट छठ घाट के लोहा पुल के ऊपर से पानी बहने लगा। वहीं, कोनार नदी के पानी के तेज बहाव से डीवीसी के बोकारो थर्मल से कथारा को जोड़ने वाले पुराने पुल का छह नंबर गेट टूट गया। बोकारो थर्मल पावर प्लांट में पानी आपूर्ति के लिए कोनार नदी का पानी रोकने के लिए डीवीसी की ओर से पुराने पुल में लोहे का गेट लगाया गया है। बोकारो थर्मल पावर प्लांट के अधीक्षण अभियंता असैनिक अरुण कुमार ने बताया कि पानी का बहाव तेज होने के कारण फिलहाल पुल के गेट की मरम्मत नहीं कराई जा सकी है। रविवार को मरम्मत कराई जाएगी। --निरंतर बारिश से बौरा गए क्षेत्र के सभी नाले : सुरही व नावाडीह सहित आसपास के क्षेत्र में बारिश के कारण लगभग सभी जलाशय भर गए। साथ ही क्षेत्र के सभी नाले बौरा गए। जमुनिया नदी उफान पर आ गई तो ऊपरघाट में कई कच्चे मकान ढहने के साथ ही लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया। मकई की फसल को नुकसान पहुंचा। बरई ग्राम निवासी सुरेश रजक की मां कुंती देवी का कच्चा मकान ढह गया। वहीं, पलामू पंचायत के बड़कीकुड़ी स्थित रति महतो का घर जलमग्न हो गया। पंद्रह माइल जंगल में एक पेड़ गिर जाने से आवागमन में काफी दिक्कत हुई। -- गोदोनाला में टूटकर बह गई वाटर पाइपलाइन : संडेबाजार के छोटा क्वार्टर के समीप गोदोनाला में बाढ़ आ जाने से करगली से आने वाली वाटर पाइपलाइन टूटकर बह गई। जबकि करगली फिल्टर प्लांट से पानी सप्लाई बाधित हो गई। क्योंकि दामोदर नदी का जलस्तर बढ़ जाने से कई मोटर पंप डूब गए। बोकारो कोलियरी के सिविल इंजीनियर सतीश सिन्हा ने कहा कि गोदोनाला में टूटकर बह गई पाइपलाइन को तबतक जोड़ा नहीं जा सकेगा, जबतक कि नाला में पानी कम नहीं हो जाएगा। फिलहाल प्रभावित क्षेत्रों में टैंकर से पानी आपूर्ति की जाएगी। --सिगारबेड़ा की सड़क जलमग्न, अंगवाली से टूटा संपर्क : दामोदर नदी का जलस्तर बढ़ने से सिगारबेड़ा के समीप सड़क जलमग्न हो गई। इस कारण फुसरो क्षेत्र का अंगवाली से संपर्कटूट गया। इस मार्ग से अंगवाली ग्राम के दर्जनों ग्रामीण सामान की खरीदारी करने फुसरो व करगली आते हैं। साथ ही सीसीएल के कर्मी ड्यूटी करने जाते हैं। अंगवाली के ग्रामीणों में नवीन सिंह, संतोष नायक, संजय मिश्रा आदि ने बताया कि मार्ग जलमग्न हो जाने के कारण वह लोग पिछरी होते हुए 15 किलोमीटर अधिक दूरी तय कर फुसरो बाजार पहुंच पाए।

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