भारत बंद को सफल बनाने को विपक्ष ने झोंकी ताकत

संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से 27 सितंबर को आहूत भारत बंद को सफल बनाने के लिए रविवार को बेरमो कोयलांचल में विपक्षी दलों ने ताकत झोंक दी। माकपा भाकपा राजद कांग्रेस झामुमो व भाकपा माले के नेताओं ने जगह-जगह जनसंपर्क कर नुक्कड़ सभा की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 09:43 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 09:48 PM (IST)
भारत बंद को सफल बनाने को विपक्ष ने झोंकी ताकत
भारत बंद को सफल बनाने को विपक्ष ने झोंकी ताकत

जागरण टीम, बेरमो: संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से 27 सितंबर को आहूत भारत बंद को सफल बनाने के लिए रविवार को बेरमो कोयलांचल में विपक्षी दलों ने ताकत झोंक दी। माकपा, भाकपा, राजद, कांग्रेस, झामुमो व भाकपा माले के नेताओं ने जगह-जगह जनसंपर्क कर नुक्कड़ सभा की। बोकारो थर्मल के रेलवे गेट एवं झारखंड चौक में माकपा के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने नुक्कड़ सभा कर भारत बंद को पूर्णरूप से सफल बनाने का आह्वान लोगों से किया। वहीं, श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने फुसरो में मशाल जुलूस निकालकर केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी की। मशाल जुलूस पुराना बीडीओ आफिस एरिया से फुसरो बाजार तक निकाला गया। मशाल जुलूस में शामिल लोग केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। बैंकमोड़ फुसरो पहुंचकर मशाल जुलूस सभा में बदल गया, जिसे संबोधित करते हुए कोलफील्ड मजदूर यूनियन के ढोरी प्रक्षेत्र अध्यक्ष कैलाश ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों के इशारे पर श्रमिकों व किसानों का शोषण कर रही है। केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण देश की जनता त्राहिमाम कर रही है। पिछले 10 माह से संशोधित कृषि कानून के विरोध में देश के अन्नदाता आंदोलनरत हैं। इसके बावजूद केंद्र सरकार की तंद्रा नहीं टूट रही है।

सीटू नेता गोवर्धन रविदास ने कहा कि मोदी सरकार सत्ता में आने के बाद से ही पूंजीपतियों के हित में कार्य कर रही है। मजदूरों व किसानों के अधिकार छीन रही है। झामुमो नेता मदन महतो ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार मजदूरों व किसानों के आंदोलन को ताकत के बल पर दबाना चाह रही है। यह सरकार श्रम कानूनों एवं कृषि कानूनों में संशोधन कर मजदूरों व किसानों को वाजिब अधिकार से वंचित कर रही है। राकोमसं नेता उत्तम सिंह ने कहा कि किसानों का हितैषी होने का दम भरने वाली केंद्र की भाजपा सरकार लगभग 10 माह से सड़क पर बैठे किसानों की बात तक सुनने को तैयार नहीं है। आंदोलनरत किसान जिन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं, वह किसानों के विरोध में और पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाए गए हैं।

मौके पर यूनियन नेताओं में आबिद हुसैन, परवेज अख्तर, दीपक महतो, जवाहरलाल यादव, जसीम रजा, गणेश मल्लाह, ललन रवानी, कमाल खान, विश्वनाथ रजवार, शैलेश घासी, संतोष कुमार, विजय नोनिया, गणेश रविदास आदि मौजूद थे।

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झामुमो नेताओं ने बंद को सफल बनाने का किया आह्वान

संस, करगली (बेरमो): किसान संगठनों की ओर से 27 सितंबर को आहूत भारत बंद को सफल बनाने का आह्वान झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने रविवार को किया। फुसरो स्थित पार्टी कार्यालय में झामुमो नेताओं ने कहा कि अन्नदाताओं की इस लड़ाई में देश की जनता उनके साथ है। झामुमो नेता काशीनाथ केवट ने कहा कि नए कृषि कानून के खिलाफ दस माह से जारी किसानों का आंदोलन एक बार फिर गर्म होने लगा है। किसान संगठनों ने 27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। पिछले 10 माह से अन्नदाता सड़क पर बैठकर अपने अधिकार के लिए आंदोलनरत हैं, लेकिन केंद्र सरकार किसानों की मांगों पर पहल नहीं कर रही है, जबकि किसानों के साथ वार्ता कर तीनों काले कानून वापस लेने चाहिए।

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