रेलवे के बिना हर भारतीय का जीवन अधूरा
भारतीय रेल को निजीकरण करने के खिलाफ इस्पात मजदूर मोर्चा सीटू ने शुक्रवार को बोकारो स्टील सिटी स्टेशन के पास विरोध प्रदर्शन किया गया।
संवाद सहयोगी, बोकारो: भारतीय रेल को निजीकरण करने के खिलाफ इस्पात मजदूर मोर्चा ,सीटू ने शुक्रवार को बोकारो स्टील सिटी स्टेशन के पास विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान उपस्थित यूनियन के नेताओं ने भारतीय रेल की संपति की बिक्री और निजीकरण करने के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। संयुक्त महामंत्री बीडी प्रसाद ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार विश्व बैंक व अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के इशारे पर रेल ,रक्षा, बैंक, बीमा, कोयला, स्टील, एयर इंडिया आदि जैसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों को बेचने और निजीकरण करने पर आमादा है। रेलवे का डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर, बिजली, स्टॉक रालिग आदि क्षेत्रों में तो सरकार पहले हीं शत प्रतिशत एफडीआई के लिए दरवाजा खोल चुकी है। अब 109 जोड़ी से ज्यादा पैसेंजर ट्रेन चलाने के लिए भी देश- विदेश की बहुराष्ट्रीय कंपनियों से रिक्वेस्ट फॉर क्वाइलिफिकेशन (आरएफक्यू) निमंत्रण पत्र मांगा है। उन्होंने कहा कि रेल सिर्फ पैसेंजर ट्रेन नहीं है। यह भारतीय जनता की जीवन रेखा है। रेल के बिना हर भारतीय का जीवन अधूरा है। रेलवे का निजीकरण होने से आम आदमी की जिंदगी कष्टमय हो जायगी। सरकार की इन आम जनता और देश विरोधी नीतियों से जनता उब चुकी है।
मौके पर महामंत्री केएन सिंह, आरएन सिंह, आरके गोराईं, शंकर पोद्दार, कुमार सत्येंद्र, रामानंद सिंह, अनिल सिंह आदि थे।