प्रबंधन के झांसे में नहीं आएंगे पिछरी के रैयत

संवाद सहयोगी पिछरी (बेरमो) विस्थापित-रैयत संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष काशीनाथ सिंह ने कहा कि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 08:15 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 08:15 PM (IST)
प्रबंधन के झांसे में नहीं आएंगे पिछरी के रैयत
प्रबंधन के झांसे में नहीं आएंगे पिछरी के रैयत

संवाद सहयोगी, पिछरी (बेरमो) : विस्थापित-रैयत संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष काशीनाथ सिंह ने कहा कि अब प्रबंधन के झांसे में पिछरी के रैयत नहीं आएंगे। बार-बार के छलावे से रैयत ऊब चुके हैं। यह बातें उन्होंने गुरुवार को पिछरी के जामटांड़ में विस्थापित महिला-पुरुषों के साथ रणनीति बनाते हुए कही।

उन्होंने कहा कि बंद पड़ी पिछरी कोलियरी को चालू करने की प्रक्रिया के तहत पेटरवार अंचल कार्यालय व सीसीएल की ओर से शिविर लगाकर अधिग्रहीत जमीन के कागजात रैयतों से सत्यापन के लिए जमा लिए जा रहे हैं, लेकिन अबतक एक भी रैयत को जमीन का सत्यापन कर नियोजन नहीं दिया गया। जबतक जमीन के एवज में नियोजन, मुआवजा व पुनर्वास नहीं दिया जाएगा, तबतक पिछरी कोलियरी को चालू नहीं करने नहीं दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि पिछरी के रैयत सत्यापन के लिए 23 जनवरी को जमीन के कागजात जमा करने को तैयार हैं। सभी रैयत पिछरी कोलियरी को चालू कराने के पक्ष में हैं, लेकिन सीसीएल प्रबंधन रैयतों को ठगने में लगा हुआ है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बताया कि कोयला मंत्रालय के निर्देश पर 27 जनवरी को उपायुक्त की अध्यक्षता में रैयतों की समस्या के समाधान के लिए बैठक की जाएगी। बैठक में सांसद, विधायक, एसडीएम, प्रखंड प्रमुख व ढोरी जीएम की उपस्थिति रहेगी। उस बैठक का यहां के रैयत विरोध करते हैं। क्योंकि रैयतों की समस्या के समाधान के लिए रैयतों के प्रतिनिधि का भी बैठक में होना जरूरी है। मौके पर काली सिंह, दिलचंद महतो, निमाई सिंह, इंद्रदेव शर्मा, निर्मल चौधरी, बद्री सिंह, कजली देवी, जीरवा देवी, गुड़िया देवी, राजू महतो, बूधन सिंह, बालो सिंह, गोपाल मल्लाह, दिनेश तुरी थे।

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