शौचालय बना नहीं पर गटक ली राशि

मानिक सिंह चास स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण कराने को लेकर प्रशासन पूरी ताकत

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 08:34 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 08:34 AM (IST)
शौचालय बना नहीं पर गटक ली राशि
शौचालय बना नहीं पर गटक ली राशि

मानिक सिंह, चास : स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण कराने को लेकर प्रशासन पूरी ताकत झोंक दी थी। चास प्रखंड के सभी पंचायत को दो वर्ष पहले ही खुले में शौच मुक्त (ओडिएफ) घोषित किया जा चुका है। इसमें सोनाबाद पंचायत भी है। ओडिएफ घोषित होने के बाद भी शौचालय निर्माण पूरा नहीं हुआ है। पंचायत में आधा से अधिक घरों में शौचालय बना ही नहीं है। बहुत सारे शौचालय अधूरे हैं। कई में दरवाजा तक नहीं लगा है। अभी भी ग्रामीण शौचालय पूरा होने की इंतजार में है। अब अधिकारी भी शौचालय निर्माण को लेकर रुचि नहीं दिखा रहे हैं। लोग आज भी खुले में शौच जा रहे हैं। स्थिति यह है कि दर्जनों लोगों के शौचालय बना नहीं है, लेकिन पूरी राशि निकाल ली गई है। यह खुलासा सोनाबाद के श्यामल किशोर महतो के आरटीआइ करने पर हुआ है। आरटीआइ से पता चला कि गांव में 24 लोगों का शौचालय नहीं बना है। बावजूद पूरी राशि निकाल ली गई। इसमें श्यामल भी शामिल है। जांच होने पर यहां गड़बड़ी मिल सकती है।

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शौचालय की स्वीकृति मिलने पर गड्ढा खोदा गया। दो वर्ष बीत गया अब तक शौचालय नहीं बना है। कई बार मुखिया व वार्ड पार्षद से मिले, लेकिन केवल आश्वासन ही मिला है

सुभाष चन्द्र महतो, लाभुक

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शौचालय नहीं बनने के कारण खुले में शौच करने को विवश है। शौचालय का केवल दीवार जोड़कर छोड़ दिया गया है। इस दिशा में कोई रुचि नहीं ले रहा है। बाहर ही शौच जाते हैं।

तपन कुमार महतो, लाभुक

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शौचालय के लिए दो वर्ष से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन नहीं बना पाया। आरटीआइ से पता चला कि उनके नाम पर राशि निकल गई है, पर शौचालय नहीं बन सका है।

श्यामल किशोर महतो, लाभुक

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शौचालय नहीं बना है ओर गांव के बाहर ओडीएफ का सूचना पट्ट लगा दिया गया है। घर में शौचालय नहीं होने के कारण बाहर में शौच करने में काफी परेशानी होती है।

फणी भूषण महतो, लाभुक

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शौचालय बनाया गया है पर दरवाजा नहीं लगाया गया है। गांव में अधिकतर शौचालय को अधूरा बनाकर छोड़ दिया गया है।

सरस्वती देवी, लाभुक

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शौचालय नहीं बनने के कारण महिलाओं को काफी परेशानी हो रही है। खुले में शौच करने को विवश है।

केताबुन बिबि, लाभुक

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चास प्रखंड को शत प्रतिशत ओडीएफ घोषित कर दिया गया है। इसकी जानकारी है, लेकिन शौचालय बनाने की जिम्मेवारी पीएचईडी विभाग को था। अगर शौचालय बनाने में गड़बड़ी हुईा है तो विभाग जिम्मेवार है।

संजय शांडिल्य, बीडीओ,चास

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