युवाओं को नहीं भा रही सेल की नौकरी, चयनित 143 में से 84 ने योगदान
महारत्न कंपनी सेल की नौकरी युवा अफसरों को नहीं भा रही है जिससे प्रबंधन की चिता बढ़ गई है। एक ओर जहां प्रतिमाह कई अधिकारी-कर्मचारी संयंत्र से रिटायर हो रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कंपनी में नए पद पर बहाली से तकनीकी उम्मीदवार कन्नी काट रहे हैं।
जागरण संवाददाता, बोकारो: महारत्न कंपनी सेल की नौकरी युवा अफसरों को नहीं भा रही है, जिससे प्रबंधन की चिता बढ़ गई है। एक ओर जहां प्रतिमाह कई अधिकारी-कर्मचारी संयंत्र से रिटायर हो रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कंपनी में नए पद पर बहाली से तकनीकी उम्मीदवार कन्नी काट रहे हैं। ताजा मामला सेल में प्रबंध प्रशिक्षु तकनीकी एमटीटी के पद से जुड़ा हुआ है, जहां बोकारो इस्पात संयंत्र में इस पद के लिए कुल 143 उम्मीदवारों को कंपनी प्रबंधन ने आफर लेटर भेजा था, लेकिन इनमें मात्र 82 अधिकारी ही सोमवार को अंतिम दिन बीएसएल में योगदान देने पहुंचे। हालांकि, बीएसएल के अलावा चार अधिकारी माइंस, छह अधिकारी एसआयू, एक अधिकारी सीएमओ व एक अधिकारी कोलियरी डिवीजन में कार्य करने के प्रति अपनी रूचि दिखाते हुए पदभार ग्रहण किये हैं। जबकि कई अधिकारी ऐसे भी हैं, जो अपने निजी कारणों का हवाला देते हुए कंपनी प्रबंधन से योगदान देने के लिए अतिरिक्त समय की मांग किये हैं। बावजूद इसके प्रबंधन के तय लक्ष्य के अनुरूप सेल में युवा अधिकारियों की भरपाई नहीं हो पा रही है। कमोबेश यही हाल सेल के दूसरे अन्य इकाई का भी है। इसका एक प्रमुख कारण कंपनी में लंबित पे रिवीजन को माना जा रहा है। सेल में एमटीटी के पद पर बहाल नए अधिकारियों को ई-1 ग्रेड में 20 हजार 600 रुपये वेतनमान दिये जाने का प्रावधान है, जो की एक वर्ष तक उन्हें पारिश्रमिक भत्ता के तौर पर दी जाती है। एक वर्ष के बाद दूसरे वर्ष में उनका बेसिक 26,900 रुपये हो जाता है। जबकि, दूसरे अन्य महारत्न कंपनी में युवा अफसरों को इससे बेहतर वेतनमान पहले वर्ष से ही मिलने लगता है। इसके साथ ही सेल प्रबंधन की लचर आवासीय व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था का प्रतिकूल असर युवा अधिकारियों के मन को विचलित करती है। ऐसे में, सेल के अधिकारी संगठन प्रबंधन पर इस बात का दबाव बना रहे हैं कि कंपनी को बेहतर रूप से चलाने के लिए नए वेतन समझौता को शीघ्र लागू कर अन्य मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाए। अन्यथा, जो अधिकारी वर्तमान समय में सेल से जुड़े हैं वह भी दूसरी अन्य कंपनी में बेहतर विकल्प देख कर यहां से नाता तोड़ लेंगे। मालूम हो की सेल में मैनपावर की कमी को दूर करने के लिए प्रबंधन ने गेट के माध्यम से एमटीटी की बहाली निकाली थी, जहां लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के बाद पूरे सेल में 368 उम्मीदवारों का चयन किया गया। इनमें बोकारो इस्पात संयंत्र में 143 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र भेजा गया था।
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गेट पास युवाओं की पीएसयू में होती है भर्ती: अभियंत्रण स्नातक या विज्ञान से स्नातकोत्तर युवा गेट की परीक्षा में शामिल होते हैं। गेट क्वालीफाई करके, उम्मीदवार सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम में भर्ती के लिए पात्र होते है। पीएसयू भर्ती प्रक्रिया में एक इंटरव्यू या टेस्ट होता है। कुछ पीएसयू सीधे गेट स्कोर के आधार पर भी भर्ती करते हैं। आने वाले 2022 में डीआरडीओ, भाभा आटोमिक रिसर्च सेंटर, इंडियन आयल, गेल, पावर ग्रिड कारपोरेशन, एनपीसीआइएल, ओएनजीसी, सेल व रेल में भी युवा नियोजित होते हैं।
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वर्जन: सेल में पे रिवीजन पर देरी के चलते युवा अधिकारियों का कंपनी से मोहभंग होता जा रहा है। यदि ऐसा ही चलता रहेगा तो नए अधिकारी के साथ वर्तमान अधिकारी भी दूसरे राह की ओर चल पड़ेंगे। प्रबंधन को जल्द वेतन समझौता कर कंपनी को बेहतर मुकाम पर ल जाने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए हम लोग प्रबंधन पर दबाव बनाए हुए हैं।
विमल कुमार विशी, सदस्य, नेशनल कफडेशन आफ आफिसर एसोसिएशन।