13 फीसद मीनिमम गारंटी व 26.5 फीसद प‌र्क्स पर बनी सहमति

बोकारो महारत्न कंपनी सेल में कर्मचारी व अधिकारियों का वेतन पुनरीक्षण पर नई दिल्ली में ह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 10:29 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 10:29 PM (IST)
13 फीसद मीनिमम गारंटी व 26.5 फीसद प‌र्क्स पर बनी सहमति
13 फीसद मीनिमम गारंटी व 26.5 फीसद प‌र्क्स पर बनी सहमति

बोकारो : महारत्न कंपनी सेल में कर्मचारी व अधिकारियों का वेतन पुनरीक्षण पर नई दिल्ली में हुई यूनियन एवं प्रबंधन के बीच वार्ता सफल रही। भारतीय मजदूर संघ को छोड़ अन्य मजदूर संगठनों ने हामी भर दिया है। यह वेतन समझौता दस वर्षों के लिए होगा। पूरे दिन मान-मनौवल व अन्य बातों को लेकर बहस चलती रही। अंतत: 26.5 प्रतिशत प‌र्क्स, 13 प्रतिशत न्यूनतम गारंटी बेनीफिट व एरियर की एक किश्त पहली अप्रैल 2020 से देने पर सहमति बन गई है।

एचएमएस, एटक व इंटक ने समझौते पर अपनी सहमति दे दी है। वहीं सीटू व बीएमएस 30 प्रतिशत प‌र्क्स को लेकर अड़े हुए थे। इसे अन्य मजदूर संगठनों के प्रतिनिधि व कंपनी के अधिकारी समझाने का प्रयास कर रहे हैं। विदित हो कि वर्ष 2017 से लंबित वेतन पुनरीक्षण की मांग को लेकर मजदूर संगठन आंदोलित हैं। कई दौर की बात के बाद अगस्त माह में 13 प्रतिशत मिनिमम गारंटी बेनीफिट पर सहमति बन गई थी। इसके बाद माना यह जा रहा था कि यूनियन की 30 प्रतिशत मांग के बदले कंपनी 26 से 27 के बीच समझौता कराने में सफल होगी।

कंपनी प्रबंधन ने संयंत्र कर्मियों के वेतन पर प्रबंधन राशि का भी इंतजाम कर लिया है। इसके साथ ही अधिकारियों के भी वेतन पुनरीक्षण का रास्ता साफ हो गया। बैठक में निदेशक वित्त अमित सेन, ईडी पर्सनल केके सिंह, निदेशक प्रभारी अनिर्वाण दास गुप्ता, दुर्गापुर व बर्णपुर के सीईओ एबी कमलाकर, यूनियन की ओर से इंटक के डा. जी संजीवा रेड़्डी, बीएन चौबे, एटक के आदि नारायण, वीएस गिरी, रामाश्रय सिंह, एचएमएस से संजय वाडेकर व राजेंद्र सिंह, सीटू तपन सेन, ललित मिश्रा, बीएमएस के दिनेश कुमार पांडेय, हिमांशु बल, शामिल हुए। हालांकि बीएमएस व सीटू ने 30 प्रतिशत से कम में हस्ताक्षर करने से मना कर दिया। सेल बोर्ड में इसी माह मिलेगी मंजूरी :

गुरुवार की देर रात एमओयू पर हस्ताक्षर के बाद इस माह सेल प्रबंधन निदेशक मंडल की होने वाली बैठक में पे रिवीजन के प्रस्ताव को बोर्ड मीटिग में मंजूरी देने के बाद फाइल इस्पात मंत्रालय को भेज दी जाएगी। मंत्रालय ने भी सेल मुख्यालय को संकेत दे दिया है की फाइल का निपटारा एक हफ्ते के अंदर कर दिया जाएगा। मतलब साफ है की बीते 58 माह से लंबित सेल अधिकारी व कर्मचारियों को कंपनी प्रबंधन दीपावली का तोहफा दे दिया है। योजना से कंपनी में काम करने वाले 59 हजार कर्मचारी तथा 14 हजार अधिकारी लाभान्वित होंगे। सेल में अधिकारी व कर्मचारी दोनों का रिवीजन एक जनवरी 2017 से लंबित है। एक अप्रैल 2020 से मिलेगी एरियर :

सेलकर्मियों के वेतन मसौदे पर समझौता होने के बाद उन्हें एक अप्रैल 2020 से एक किश्त एरियर के रूप में दिया जाएगा। जबकि उनका बकाया एरियर की राशि जो एक जनवरी 2017 से लंबित है, उसे किस्तों में कंपनी के आय-व्यय को देखते हुए भुगतान करने का निर्णय लिया गया है। इसी प्रकार सेल के वैसे अधिकारी जो की आंतरिक परीक्षा द्वारा साल 2008-10 बैच में कर्मचारी से अधिकारी बने थे, उनके वेतन विसंगति में सुधार के लिए सौ करोड़ रुपये का इंतजाम किया गया है। यानी पे रिवीजन होते ही उन्हें तीन से चार इक्रीमेंट का लाभ मिलना तय है।

chat bot
आपका साथी