कोतरे-बसंतपुर परियोजना चालू होने में अड़चन बरकरार
संवाद सहयोगी ललपनिया (बेरमो) कोतरे-बसंतपुर परियोजना चालू होने में अड़चन अबतक बरकरार
संवाद सहयोगी, ललपनिया (बेरमो) : कोतरे-बसंतपुर परियोजना चालू होने में अड़चन अबतक बरकरार है। हालांकि शुक्रवार को पचमो पंचायत के हुरदाग ग्राम में सीसीएल प्रबंधन ने किसान अधिकार संघर्ष समिति के साथ बैठक की, जिसका बहिष्कार स्थानीय विस्थापितों व ग्रामीणों ने कर दिया। साथ ही सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस कारण यहां बैठक करने आए सीसीएल अधिकारियों को बैरंग लौटना पड़ा। विस्थापितों में आनंद सागर ने कहा कि जबतक सीसीएल प्रबंधन यहां के रैयतों के अधिकार वाले गैरमजरुआ एवं जंगल-झाड़ी वाली जमीन के एवज मुआवजा, नियोजन व पुनर्वास देने की दिशा में अपनी नीति स्पष्ट नहीं करेगा, तबतक कोलियरी खुलने नहीं दिया जाएगा। विस्थापित लालचंद प्रसाद महतो ने कहा कि डेढ वर्ष पूर्व यहां के विस्थापितों ने सीसीएल प्रबंधन को 16 सुत्री मांगपत्र सौंपा था, लेकिन प्रबंधन उस पर बिना विचार किए ही कोलियरी खोलने को आमादा है। इससे स्पष्ट हो रहा है कि सीसीएल प्रबंधन यहां के रैयतों को वाजिब अधिकार से वंचित रखना चाहता है, जो न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि पचमो पंचायत के सभी ग्रामीण कोलियरी खोलवाने के पक्ष में हैं, लेकिन जबतक रैयतों को उचित मुआवजा, नियोजन एवं पुनर्वास की सुविधा नहीं दी जाएगी, तबतक कोलियरी खोलने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने इस समस्या के समाधान के लिए मांडू के पूर्व विधायक खीरू महतो एवं गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद की उपस्थिति में त्रिपक्षीय वार्ता कराने की मांग सीसीएल प्रबंधन से की। मौके पर सीताराम महतो, अशोक कुमार महतो, रामफल महतो, प्रवीण कुमार, कृष्णा करमाली, आकाश करमाली, हेमलाल रजवार, राजन करमाली, मुकेश ठाकुर, सावित्री देवी, खुशबू देवी, आरती देवी, पूनम देवी, योगेंद्र महतो आदि विस्थापित उपस्थित थे।