कोनार नदी का जलस्तर बढ़ने से बह गया चतरोचट्टी का इंटेकवेल

गोमिया (बेरमो) पिछले तीन दिनों से रुक-रुककर बारिश होने के कारण बेरमो अनुमंडल के गो

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 11:42 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 11:42 PM (IST)
कोनार नदी का जलस्तर बढ़ने से बह गया चतरोचट्टी का इंटेकवेल
कोनार नदी का जलस्तर बढ़ने से बह गया चतरोचट्टी का इंटेकवेल

गोमिया (बेरमो) : पिछले तीन दिनों से रुक-रुककर बारिश होने के कारण बेरमो अनुमंडल के गोमिया प्रखंड अंतर्गत चतरोचट्टी में कोनार एवं केकैया नदी के संगम स्थित तट पर 18 करोड़ 75 लाख की लागत से निर्मित जलापूर्ति परियोजना का इंटेकवेल कोनार नदी का जलस्तर बढ़ने से शनिवार को क्षतिग्रस्त होकर बह गया। कोनार नदी का जलस्तर कोनार डैम के चार गेट खोलकर पानी प्रवाहित किए जाने के कारण बढ़ा। इस जलापूर्ति परियोजना से चतरोचट्टी, बड़कीसीधाबारा, हुरलुंग एवं चिदरी पंचायत की लगभग 50 हजार आबादी में पानी सप्लाई की जानी थी, जिसका निर्माण लगभग पूरा चुका था और बीच-बीच में टेस्टिग की जाती थी। लोकार्पण होने से पहले ही बारिश की जद में आकर यह परियोजना क्षतिग्रस्त हो गई।

-पानी के तीव्र वेग से रेत का कटाव होने से घटी घटना : चतरोचट्टी जलापूर्ति परियोजना में कार्यरत कर्मियों का कहना है कि कोनार नदी में बढ़े जलस्तर के कारण शनिवार को तड़के इंटेकवेल के समीप पानी के तीव्र वेग से रेत का कटाव होने से यह घटना घटी। जब रेत का कटाव होने लगा तो तेज आवाज के साथ इंटेकवेल क्षतिग्रस्त होकर नदी की तीव्र जलधारा में समा गया। साथ ही, उसका गैंगवे एक्सपेंशन ज्वाइंट से अलग हो गया। परिणामस्वरूप, इंटेकवेल में लगे 20 हार्सपावर के दो मोटर, पैनल बोर्ड, 200 डाई के सात पाइप, गार्डर, शटर गेट, टूल्स व एनआर वाल्व भी इंटेकवेल के साथ पानी में समा गया। --पीएचईडी के सहायक अभियंता ने लिया जायजा : पेयजल-स्वच्छता विभाग (पीएचईडी) तेनुघाट प्रमंडल के सहायक अभियंता शास्त्री शाह ने चतरोचट्टी पहुंचकर पानी में समाए इंटेकवेल का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि इस जलापूर्ति परियोजना का निर्माण कार्य ठोस व पारदर्शी किया गया, लेकिन पानी के तेज वेग के कारण रेत के कटाव से इंटेकवेल और लगभग 40 मीटर गैंगवे को नुकसान पहुंचा। उन्होंने अनुमानित क्षति लगभग 20-25 लाख होने का अंदेशा जताया। बताया कि यहां 100 मीटर गैंगवे एवं इंटेकवेल निर्माण किया गया था। निरंतर बारिश के कारण नदी के पानी के तेज बहाव की चपेट से सस्पेंशन ज्वाइंट से 40 मीटर गैंगवे सहित इंटेकवेल को नुकसान पहुंचा। जल्द ही, अन्य इंटेकवेल बनवाने की प्रक्रिया की जाएगी।

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