अनुमंडल के पास कलेक्ट्रेट बना तो दूरी देगी दर्द
बोकारो बोकारो जिला प्रशासन कलेक्ट्रेट का भवन पुलिस विभाग को देने के बाद अपने लिए भवन बनाने
बोकारो : बोकारो जिला प्रशासन कलेक्ट्रेट का भवन पुलिस विभाग को देने के बाद अपने लिए भवन बनाने को जमीन की तलाश कर रहा है। बुधवार को उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने समाहरणालय एवं अनुमंडल कार्यालय निर्माण को लेकर विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। इस क्रम में डीसी समेत अन्य अधिकारियों ने आइटीआइ मोड़ समीप स्थित चिह्नित भूमि को देखा। उनके साथ उप विकास आयुक्त जय किशोर प्रसाद, अपर समाहर्ता सादार अनवर, अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप प्रताप सिंह शेखावात, विशेष कार्य पदाधिकारी विवेक सुमन मौजूद थे। हालांकि उपायुक्त ने समाहरणालय निर्माण के लिए उक्त स्थल को शहर से दूर बताया, आम जनों को आवाजाही में परेशानी होगी। उन्होंने अनुमंडल कार्यालय, अनुमंडल पदाधिकारी कर्मियों के आवास निर्माण को लेकर चर्चा की। इस बाबत उपस्थित कर्मी को विस्तृत नक्शा बनाकर प्रस्तुत करने को कहा। आगे, उपायुक्त ने कमलडीह, चंदनकियारी रोड समीप कंड्रा एवं सेक्टर नौ में चिह्नित स्थल का भी निरीक्षण किया। उन्होंने एसी सादात अनवर को चिह्नित स्थलों की विस्तृत विवरणी एवं नक्शा बनाकर प्रस्तुत करने को कहा। ताकि कोई निर्णय लेकर स्वीकृति के लिए प्रस्ताव मुख्यालय भेजा जा सके।
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कैंप दो से कार्यालय हटने पर होगी परेशानी :
बोकारो को जिला बनाने के बाद पहली बार कुछ दिनों तक कलेक्ट्रेट भवन वर्तमान अनुमंडल कार्यालय में ही चला। पर जब कैंप दो में कार्यालय बन गया तो यहां शिफ्ट हो गया। इसी वजह से उपायुक्त कार्यालय को देखते हुए दो दर्जन के विभागों के कार्यालय भी यहां स्थापित हो गया। इसके बाद वर्ष 2015 में विकास भवन बनने के बाद तत्कालीन उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने कलेक्ट्रेट का उपरी तल एसपी को दे दिया। नीचे में रिकार्ड रूम, शिक्षा विभाग व जनरल सेक्शन तथा आपूर्ति विभाग का कार्यालय बनाया गया। वहीं, विकास भवन में जिले के सभी विभागीय कार्यालय स्थापित हो गए। अब फिर से कलेक्ट्रेट भवन दूसरे स्थान पर बनता है तो उपायुक्त के साथ दूसरे विभागों को परेशानी होगी। इसलिए चर्चा है कि प्रस्तावित आडिटोरियम या फिर कैंप दो में ही ईवीएम वेयर हाउस के सामने कलेक्ट्रेट के लिए स्थान चिह्नित किया जा सके। हालांकि, जिले के अधिकारी कुछ भी कहने से परहेज कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब दूसरे स्थान पर कलेक्ट्रेट भवन बनने के बाद दो दर्जन से अधिक विभाग प्रमुखों की भाग-दौड़ बढ़ जाएगी।
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कौन-कौन से प्रमुख कार्यालय है कैंप दो में:
उपायुक्त का कार्यालय, एसपी का कार्यालय, डीडीसी का कार्यालय, जिला व्यवहार न्यायालय, बार भवन, सिविल सर्जन कार्यालय, सदर अस्पताल, ईवीएम वेयर हाउस, जिला नियंत्रण कक्ष, कोषागार भवन, उद्योग भवन, खनन विभाग, आयुष चिकित्सा विभाग, गव्य विकास विभाग, सहकारिता विभाग, जेएसएलपीएस, भविष्य निधि, एनआइसी कार्यालय, जिला नियोजनालय, जिला श्रम विभाग, भवन प्रमंडल, सिटी मजिस्ट्रेट का कार्यालय, लघु सिचाई विभाग का अपना अलग-अलग भवन है, तो 500 गज की दूरी में जिला परिषद, परिसदन, वाणिज्य कर, एनएच, रेडक्रास, बाल कल्याण का अलग कार्यालय है।