आधा चास दो दिन से प्यासा
चास गर्मी शुरू होते ही चास के लोगों पानी की समस्या सताने लगी है। जलापूर्ति योजना से नियमित रूप
चास : गर्मी शुरू होते ही चास के लोगों पानी की समस्या सताने लगी है। जलापूर्ति योजना से नियमित रूप से पानी नहीं मिलने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गयी है। गर्मी में जलस्तर काफी नीचे चले जाने के कारण डीप बोरिग व चापाकल भी जवाब देने लगे है। चापाकल व डीप बोरिग से रुक-रुक कर पानी दे रहा है। महिलाएं घंटों कतार में खड़ी होकर पानी भरने को विवश है। आधे शहर को जलापूर्ति योजना से दो दिनों से पानी नहीं मिल रहा है। जबकि, आधे शहर में आज दो दिन बाद तीन टंकी से पानी की आपूर्ति की गई है। आज गुरुवार को तीन टंकी महिला कॉलेज, जोधाडीह मोड़, आईटीआई मोड़ के टंकी से आधे शहर में पानी पहुंचाया गया है। विभाग बिजली नहीं रहने के कारण पानी देने में असमर्थता जता रहा है। सबसे अधिक परेशानी विस्थापित क्षेत्रों में है। समय रहते कारगर उपाय नहीं किया गया तो गर्मी में लोगों के समक्ष पानी की विकट स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। कई मोहल्ला के लोग दूसरी जगह से पीने का पानी साइकिल व ठेला से लाने को विवश है।
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क्या कहते है वार्ड के लोग
फोटो: 15 बोकारो 28
दो दिनों से पानी नहीं मिल रहा है। डीप बोरिग व चापाकल सूख गए हैं। बहुत सारे वार्ड में अभी तक पाइप लाइन भी नहीं हो सका है। यदि जल्द कोई कारगर उपाय नहीं किया गया, तो उन लोगों के समक्ष पेयजल की काफी दिक्कत हो जाएगी।
तारकनाथ भट्टाचार्य
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पेयजल आपूर्ति योजना के शुरू होने से काफी हद तक पेयजल की समस्या का निदान होने की उम्मीद जगी थी। जलापूर्ति योजना से पानी मिलना मुश्किल हो गया है। दो-तीन दिन बाद एक दिन पानी दिया जाता है। दूसरे जगह से पानी लाने को विवश है।
इकलाक अंसारी
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वार्ड में डीप बोरिग व चापाकल भी सूख गई है। निगम की ओर से कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किया जा रहा है। पानी के लिए लोग परेशान है। विभाग को टैंकर से पानी पहुंचाने की व्यवस्था करना चाहिए।
सोनू कुमार
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फोटो: 15 बोकारो 31
निगम प्रशासन की उदासीनता के कारण वार्ड में पानी नहीं मिल रहा है। लोग दिहाड़ी मजदूरी कर घर चलाते है। ऐसी स्थिति में पानी खरीदना समस्या का सबब है। महिलाओं को काफी परेशानी हो गयी है। गर्मी में पानी ढो कर लाने में काफी दिक्कत हो रही है।
निमाई दत्ता
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वर्जन:
बिजली नियमित रूप से नहीं मिलने के कारण पांच टंकी में एक दिन छोड़-छोड़ कर पानी की आपूर्ति की जा रही है। बिजली में सुधार होने के बाद ही सभी टंकी में पानी दिया जाएगा।
चितरंजन कुमार, नोडल पदाधिकारी जलापूर्ति योजना