चतुर्थवर्गीय कर्मियों की सेवा शर्तो को अहमियत नहीं दे रही सरकार
बोकारो झारखंड राज्य चतुर्थवर्गीय सरकारी कर्मचारी संघ की वर्चुअल बैठक रविवार को अध्यक्ष
बोकारो : झारखंड राज्य चतुर्थवर्गीय सरकारी कर्मचारी संघ की वर्चुअल बैठक रविवार को अध्यक्ष सहदेव प्रसाद कुशवाहा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विभिन्न जिले के सदस्यों ने भाग लिया। अध्यक्ष सहदेव प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि चतुर्थवर्गीय कर्मियों के पदोन्नति के संबंध में नियुक्ति नियमावली झारखंड में काफी दिनों के बाद बना है, लेकिन चतुर्थवर्गीय कर्मी के पद पदोन्नति के संबंध में पूर्व के आदेश को निरस्त करते हुए योग्य चतुर्थवर्गीय कर्मी के भविष्य को अवरूद्ध कर अंधकारमय कर दिया गया है। योग्यताधारी चतुर्थवर्गीय कर्मियों को कोई लाभ नहीं मिल पर रहा है। पदोन्नति के लंबे इंतजार में योग्यताधारी कर्मियों की उम्र सीमा भी पार हो रही है। कहा कि नियुक्ति नियमावली तैयार करते समय वास्तविकता को नजर अंदाज कर दिया है। प्रदेश महामंत्री सपन कुमार कर्मकार ने कहा झारखंड में लगभग 30 हजार चतुर्थवर्गीय सरकारी कर्मचारी है। राज्य सरकार चतुर्थवर्गीय कर्मी के सेवा शर्त पर अहमियत नहीं दी जाती है। झारखंड अलग हुए 20 वर्ष बाद भी किसी चतुर्थवर्गीय कर्मी की प्रोन्नति नहीं की गई। इस गतिविधि से चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों में काफी रोष व्याप्त है। चतुर्थवर्गीय कर्मी अनुसेवक आदेशपाल आदि को पूर्व में पदोन्नति मिल जानी चाहिए थी, परंतु सेवा नियमावली बनने की प्रक्रिया को वर्षों से लटकाकर रखा गया है। कहा कि चतुर्थवर्गीय कर्मी से जुड़े समस्याओं व मांगों को लेकर मुख्यमंत्री झारखंड को ध्यान आकृष्ट करने के लिए कई बार पत्र समर्पित किया गया है। बैठक रमेश कुमार सिन्हा, मुकेश कुमार रवानी, जितेन्द्र कुमार साव, नागेश्वर यादव, कमल हेम्ब्रम, कृष्णा पासवान, मदन यादव, धनंजय सिंह, विवेक शुक्ला, रघुनाथ बास्के, बनारस महतो, केदारनाथ महतो, आनंद कुमार, राज कुमार, कुणाल गौरव, रमेश कुमार दास, अर्जुन जायसवाल, धर्मेन्द्र कुमार, नरेंद्र कुमार सिंह, रितेश कुमार पाण्डेय, मंगल हांसदा, सुरेश पासवान, प्रीतम हाजरा, इमरान नसीम आदि उपस्थित थे।