कोरोना के इलाज में अधिक रुपये लेने पर होगी एफआइआर

कोरोना के नाम पर निजी अस्पताल व निजी नर्सिंग होम संचालकों को मनमाना शुल्क लेना भारी पड़ जाएगा। जनता से मिल रही शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए एसपी ने ऐसे अस्पताल के प्रबंधकों पर एफआइआर दर्ज करने का निर्देश जारी किया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 09:08 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 09:08 PM (IST)
कोरोना के इलाज में अधिक रुपये लेने पर होगी एफआइआर
कोरोना के इलाज में अधिक रुपये लेने पर होगी एफआइआर

जागरण संवाददाता, बोकारो: कोरोना के नाम पर निजी अस्पताल व निजी नर्सिंग होम संचालकों को मनमाना शुल्क लेना भारी पड़ जाएगा। जनता से मिल रही शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए एसपी ने ऐसे अस्पताल के प्रबंधकों पर एफआइआर दर्ज करने का निर्देश जारी किया है। एसपी ने संबंधित पुलिस निरीक्षक व डीएसपी को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यह आदेश विशेष शाखा के माध्यम से प्राप्त सूचना तथा उपायुक्त बोकारो के आदेश के आलोक में किया गया है।

एसपी ने अपने आदेश में कहा है कि इस बात की शिकायत मिली है कि कुछ निजी अस्पताल व निजी नर्सिंग होम कोरोना का इलाज करने के लिए मनमाना पैसा पैकेज के नाम पर वसूल रहे हैं। ये अस्पताल नॉर्मल बेड के लिए प्रतिदिन 15 हजार, ऑक्सीजन बेड 20 हजार, वेंटिलेटर सपोर्टेड बेड के लिए 43 हजार रुपये प्रतिदिन तक ले रहे हैं। एसपी ने डीएसपी व थानेदारों को आदेश देते हुए कहा कि अपने-अपने क्षेत्र के अस्पतालों की सतत निगरानी करें। शिकायत मिलने पर जांच कर आवश्यक कार्रवाई करें। विदित हो कि राज्य के मुख्यमंत्री ने भी इस आशय का आदेश जारी किया है। इस आदेश के बाद अब ऐसा होता है तो प्रभावित व्यक्ति स्थानीय पुलिस के पास भी शिकायत कर सकेगा।

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इन अस्पतालों की जांच के लिए एसपी ने दिया है आदेश: जारी आदेश में अस्पताल में नगर निगम के पार्क के समीप स्थित देवांश अस्पताल, सेवानिवृत्त सिविल सर्जन डॉ. मिथिलेश कुमार द्वारा संचालित रानी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, शिव शक्ति नर्सिंग होम, सिटी केयर हॉस्पिटल, आदित्य सेवा सदन, खुशी नर्सिंग होम, वेलमार्क हॉस्पिटल, जैन हॉस्पिटल, शिवम नर्सिंग होम, ग्लोबल हॉस्पिटल, लाइफ केयर हॉस्पिटल, मां नर्सिंग होम, संत उपेल हॉस्पिटल जैनमोड़ सहित अन्य की जांच का आदेश पुलिस अधीक्षक ने दिया है।

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पूरे राज्य के जिलों के हिसाब से अस्पतालों को किया गया है श्रेणीबद्ध: अस्पतालों को दो श्रेणी में बांटा गया है। एक वह अस्पताल हैं, जिन्हें एनएबीएच की मान्यता प्राप्त है, जबकि दूसरे वैसे अस्पताल हैं, जो कि एनएबीएच से मान्यता प्राप्त नहीं हैं। इस मानक के आधार पर बोकारो जनरल अस्पताल के अलावा जिले में एक-दो ही अस्पताल ऐसे हैं, जो एनएबीएच से मान्यता प्राप्त हैं। विदित हो कि नेशनल एक्रीडिएशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर प्रोवाइडर अस्पतालों की गुणवत्ता प्रमाणित करता है।

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