सीसीएलकर्मियों के पक्ष में प्रबंधन से लड़ाई का शंखनाद
संवाद सहयोगी कथारा (बेरमो) सीसीएलकर्मियों के पक्ष में प्रबंधन से लड़ाई का शंखनाद रविवार को किया।
संवाद सहयोगी, कथारा (बेरमो) : सीसीएलकर्मियों के पक्ष में प्रबंधन से लड़ाई का शंखनाद रविवार को जनता मजदूर संघ के जोनल सचिव ओमप्रकाश सिंह उर्फ टीनू सिंह ने किया। उन्होंने सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र की जारंगडीह स्थित रेलवे साइडिग के प्लेटफार्म संख्या-एक में मजदूरों के साथ बैठक करते हुए जारंगडीह रेलवे साइडिग व खासमहल परियोजना का चक्काजाम करने का एलान किया। कहा कि 28 जुलाई को जारंगडीह रेलवे साइडिग व खासमहल परियोजना का कार्य बंद कर कोयले की ट्रांसपोर्टिंग रोक दी जाएगी। यदि उसके बाद भी मजदूरों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीसीएल प्रबंधन स्थायी कामगारों से ठेका मजदूरों की तरह व्यवहार कर कार्य ले रहा है। इसके बावजूद उन मजदूरों के समक्ष विभिन्न समस्याओं के अंबार है, लेकिन प्रबंधन का ध्यान नहीं है।
--मजदूरों की सुविधाओं में कटौती बर्दाश्त नहीं : जनता मजदूर संघ के जोनल सचिव सिंह ने कहा कि जारंगडीह साइडिग व खासमहल परियोजना के मजदूरों की सुविधाओं में कटौती की जा रही है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जारंगडीह साइडिग में मजदूरों के पीने के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था नहीं की गई है। महिला कर्मियों के लिए शौचालय नहीं है। इस कारण महिला कर्मियों को काफी कठिनाई होती है। प्रबंधन को सिर्फ काम कराने से मतलब है। मजदूरों की परेशानी की ओर ध्यान नहीं है।अब प्रबंधन की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। जोरदार आंदोलन कर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
--स्थानीय विस्थापितों को काम पर रखा जाए : जनता मजदूर संघ के जारंगडीह शाखा सचिव संतोष कुमार ने कहा कि खासमहल परियोजना में कार्य करा रही आउटसोर्सिंग कंपनी स्थानीय विस्थापितों को काम पर नहीं रख रही है, जो उचित नहीं है। प्राथमिकता के आधार पर स्थानीय विस्थापितों को काम पर रखा जाए, अन्यथा आंदोलन झेलने को प्रबंधन तैयार रहे। उन्होंने कहा कि सीसीएल प्रबंधन समय रहते मजदूरों एवं विस्थापितों के प्रति सकारात्मक पहल करे। वरना, आंदोलन से होने वाले नुकसान की जवाबदेही सीसीएल प्रबंधन की होगी। मौके पर हिमांशु कुमार, अमित पांडेय, मनोज महतो आदि मजदूर उपस्थित थे।