आयुष की पुस्तक में पढ़ें महारानी नायकी देवी की वीरता की कहानी

जागरण संवाददाता बोकारो एमजीएम हायर सेकेंड्री स्कूल सेक्टर चार बोकारो के दसवीं कक्षा के

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 10:01 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 10:07 PM (IST)
आयुष की पुस्तक में पढ़ें  महारानी 
नायकी देवी की वीरता की कहानी
आयुष की पुस्तक में पढ़ें महारानी नायकी देवी की वीरता की कहानी

जागरण संवाददाता, बोकारो: एमजीएम हायर सेकेंड्री स्कूल सेक्टर चार बोकारो के दसवीं कक्षा के छात्र आयुष रंजन ने गुजरात की महारानी नायकी देवी की वीरता की कहानी को पुस्तक में सहेजा है। गुजरात की राजमाता नाइकी देवी ने मुइज्जुद्दीन मुहम्मद गोरी को 1178 ई. में हराया था और गुजरात को बचाने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया था। आयुष ने उनकी जीवनी पर शोध किया और देश की वीरांगना की वीरता से लोगों खास कर बच्चों से परिचित कराने के लिए अंग्रेजी में उपन्यास महारानी नायकी देवी : ए फारगाटन हीरोइन लिख डाली। इनकी पुस्तक अमेजन पर भी उपलब्ध है। इस पुस्तक को स्कूल के बच्चे और युवा खूब पसंद कर रहे हैं। नवरत्न शीर्षक से हिदी लघुकथा भी संकलित कर रहे हैं।

आयुष रंजन ने कहा कि पुस्तकें ज्ञान का सागर होती हैं। इनके माध्यम से साहित्यकार समाज को दिशा प्रदान करते हैं। मातृभूमि की रक्षा करते हुए कई वीर-वीरांगनाओं ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। इनके बारे में कम लोगों को ही पता रहता है। लोगों खास कर विद्यार्थियों व युवाओं को इनकी जीवनी से परिचित कराना चाहिए। इसलिए महारानी नायकी देवी की वीरता को पुस्तक में सहेजने का विचार आया।

स्कूल के प्राचार्य फादर रेजी सी वर्गीस एवं लेखक मित्र व सलाहकार गौरव कटारिया के सहयोग से उपन्यास का लेखन संभव हो सका। कहा कि पौराणिक कथाओं और इतिहास पर उपन्यास लिखता हूं। क्योंकि आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृति और पूर्वजों के बारे में पता चल सके, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। जो राष्ट्र अपनी संस्कृति और इतिहास को भूल जाता है, वह इस संसार के मानचित्र से मिट जाता है। इसलिए देश की सभ्यता व इतिहास को याद रखना चाहिए। प्राचार्य फादर रेजी सी वर्गीस ने आयुष रंजन के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

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