सिगारी जोरिया को प्रदूषण मुक्त करने की मांग
चास-बोकारो की जीवन रेखा मानी जाने वाली गरगा नदी की सहायक छोटी नदी सिगारी जोरिया को प्रदूषण और अतिक्रमण से मुक्ति की मांग स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण संस्थान महासचिव शशिभूषण ओझा मुकुल ने अपर नगर आयुक्त से की है।
जासं, बोकारो: चास-बोकारो की जीवन रेखा मानी जाने वाली गरगा नदी की सहायक छोटी नदी सिगारी जोरिया को प्रदूषण और अतिक्रमण से मुक्ति की मांग स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण संस्थान महासचिव शशिभूषण ओझा मुकुल ने अपर नगर आयुक्त से की है। अपर नगर आयुक्त को दिए आवेदन में मुकुल ने कहा है कि नदियों को प्रदूषित करना और अतिक्रमित करना दंडनीय अपराध है, फिर भी चास नगर निगम क्षेत्र की गंदी नालियों का अनवरत प्रवाह गरगा नदी और सिगारी जोरिया में किया जा रहा है और इन दोनों के किनारों को भी कई जगह अतिक्रमित कर लिया गया है। प्रदूषण से गरगा नदी का जल काला पड़ गया है, साथ ही दुर्गंध भी निकल रही है। कहा कि गरगा नदी की अनदेखी की जा रही है।