मुआवजे की घोषणा पर 17 घंटे बाद उठा बच्चे का शव

संडेबाजार/जरीडीह बाजार (बेरमो) : बेरमो चार नंबर स्थित डीडीसी माइंस के शि¨फ्टग एरिया मे

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Jul 2018 08:12 PM (IST) Updated:Thu, 12 Jul 2018 08:12 PM (IST)
मुआवजे की घोषणा पर 17 घंटे बाद उठा बच्चे का शव
मुआवजे की घोषणा पर 17 घंटे बाद उठा बच्चे का शव

संडेबाजार/जरीडीह बाजार (बेरमो) : बेरमो चार नंबर स्थित डीडीसी माइंस के शि¨फ्टग एरिया में बुधवार की रात लगभग आठ बजे जो 10 वर्षीय बच्चा संदीप पेड़ से दबकर मौत का शिकार बन गया था। उसका शव गुरुवार की दोपहर लगभग एक बजे सीसीएल प्रबंधन की ओर से मुआवजा की घोषणा के बाद लगभग 17 घंटे बाद निकाला गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पीपल के उक्त पेड़ को खासमहल परियोजना से क्रेन मंगाकर हटाया गया।

हादसे के बाद से मां-पिता व भाई का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। उन्हें सीसीएल प्रबंधन से वार्ता में तीन लाख रुपये देने पर सहमति बनी। वार्ता में यह भी तय किया गया कि बच्चे के पिता जीवनलाल रजक को सीसीएल में संचालित आउटसोर्सिंग कंपनी में काम पर रखा जाएगा। उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल चास भेजा गया। थाना परिसर में वार्ता के दौरान आक्रोशित ग्रामीणों की ओर से कोलियरी मैनेजर पीके नंदी को लापरवाही बरतने के कारण गिरफ्तार करने की मांग की गई। क्योंकि उनके निर्देश पर ही शि¨फ्टग एरिया में विशाल पीपल के पेड़ को तीन चौथाई काटकर छोड़ दिया गया था। नीचे से गुजरने के क्रम में चौथी कक्षा के छात्र संदीप की मौत उसके ऊपर उक्त पेड़ के गिर जाने से मौके पर ही हो गई थी। उसके पिता दिहाड़ी मजदूर हैं।

सीसीएल प्रबंधन के प्रति जताया आक्रोश : हादसे के बाद से ही दुर्घटनास्थल पर हजारों की संख्या में लोग सीसीएल प्रबंधन के विरुद्ध आक्रोश व्यक्त करते रहे। उन सभी को शांत कराने में गांधीनगर थाना और बेरमो थाना की पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। उस दौरान विधि-व्यवस्था बिगड़े नहीं, इसके लिए बेरमो के सीओ एमएन मंसूरी और गांधीनगर थाना प्रभारी आशुतोष कुमार दल-बल के साथ डटे रहे।

विधायक व यूनियन प्रतिनिधियों ने की वार्ता : सीओ ने खासमहल-कोनार कोलियरी के पीओ एमके पंजाबी को वार्ता के लिए गांधीनगर थाना बुलाया। उनके समक्ष बेरमो विधायक योगेश्वर महतो बाटुल एवं डुमरी विधायक जगरनाथ महतो की उपस्थिति में ग्रामीणों एवं यूनियन प्रतिनिधियों ने पांच सूत्री मांग रखी। इसके तहत कोलियरी मैनेजर पीके नंदी पर मुकदमा चलाने, ग्रामीणों की सुरक्षा की जिम्मेवारी लेने, बेरमो चार नंबर की पूर्णरूप से शि¨फ्टग होने के बाद ही डीडी माइंस का विस्तार करने, मृतक बच्चे के माता-पिता को आउटसोर्सिंग में काम देने और उन्हें मुआवजा के तौर पर 10 लाख रुपये देने की मांग शामिल थी। पीओ ने सहायतार्थ 3 लाख रुपया देने की बात कही। उसमें से तत्काल 50 हजार रुपये और जुलाई माह के अंत में 50 हजार रुपये और शेष दो लाख रुपये दो किस्तों में देने का आश्वासन दिया। सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र के एसओपी प्रतुल कुमार, पीओ एमके पंजाबी, आरसीएमएस के वीरेंद्र कुमार ¨सह, श्यामल सरकार, एटक के सुजीत कुमार घोष, झामुमो नेता अनिल अग्रवाल, जमसं के ओमप्रकाश उर्फ टीनू ¨सह, एचएमएस के गजेंद्र ¨सह, एआइवाइएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आफताब आलम खान, विधायक प्रतिनिधि नवीन पांडेय, देवतानंद दुबे, हरेराम यादव, मधु बनर्जी, सनत कुमार, जीतेंद्र निषाद, हरिश्चंद्र रजक, हीरामन रविदास, विनोद लोहार, राजेश कुमार, शांति देवी, अजय हरि, रवि रविदास, तारेलाल गोस्वामी, गणेश सतनामी, राजू रविदास आदि मौजूद थे।

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