आपदा की घड़ी में मिसाल कायम कर रहे बीएसएल कर्मी
जागरण संवाददाता बोकारो कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में कोरोना संक्रमित मरीजों क
जागरण संवाददाता, बोकारो :
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बोकारो स्टील प्लांट के कई कर्मी और उनके स्वजन भी इस महामारी से प्रभावित हुए हैं। इस महामारी से निपटने के लिए जहां एक ओर बोकारो स्टील प्रबंधन अस्पताल में मरीजों के लिए अतिरिक्त ऑक्सीजन बेड और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में जुटा है, वहीं आपदा की इस घड़ी में बीएसएल कर्मियों की एक टीम ने अपने जरूरतमंद साथियों और उनके परिवार जनों को हरसंभव मदद पहुंचाने का बीड़ा उठाया है।
बीएसएल के लगभग एक सौ कर्मियों के इस समूह ने इस कठिन समय में कोविड संक्रमित बीएसएल कर्मियों के परिवारों को राहत पहुंचाने के कार्य में स्वैच्छिक रूप से हाथ बंटाने की पहल की है। इस टीम के सदस्य प्लांट में अपनी ड्यूटी करने के पश्चात बोकारो जेनरल अस्पताल के कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के साथ मिलकर कोरोना संक्रमित बीएसएल परिवार के सदस्यों और बीएसएल से सेवानिवृत्त कर्मियों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। इसके लिए प्रत्येक सेक्टर व अन्य क्षेत्रों के लिए अलग-अलग टीम बनाई गई है, जिसके सदस्य होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को लगातार दवाइयों की किट उनके घरों पर पहुंचा रहे हैं, ताकि मरीज का इलाज सही समय पर शुरू हो सके। प्रतिदिन यह टीम लगभग 120-150 दवाइयों की किट के पैकेट शहर के विभिन्न क्षेत्रों में मरीजों तक पहुंचा रही है। इतना ही नहीं, होम आइसोलेशन के मरीजों को उनके घरों पर दूध, ब्रेड, फल, सब्जियां और अन्य आवश्यक सामग्री भी इनके द्वारा पहुंचाई जा रही है। इसके अलावा, यह समूह सभी मरीजों की स्थिति पर लगातार नजर बनाई हुई है और बीजीएच के कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर तथा मरीजों के बीच एक कड़ी के तौर पर काम कर रही है।
स्वैच्छिक राहत कार्य में लगे इन कोरोना योद्धाओं को बीएसएल की ओर से फेस मास्क, हैंड ग्लब्स, सैनिटाइजर आदि उपलब्ध कराया गया है, ताकि वे सुरक्षित तरीके से अपनी सेवा दे सके। इनके जज्बे को देखकर कई अधिकारी व इस्पात कर्मी लगातार इस अभियान से जुड़ रहे हैं और मिलकर कोविड को मात देने में सहयोग कर रहे हैं।