बीएसएल में बिना कागजात के दौड़ रहे कामर्शियल वाहन
बोकारो बोकारो इस्पात संयंत्र की कैंटीन में चल रहे अवैध कोयला के कारोबार का भंडाफोड
बोकारो : बोकारो इस्पात संयंत्र की कैंटीन में चल रहे अवैध कोयला के कारोबार का भंडाफोड़ करने के साथ सीआइएसएफ ने एक और फर्जीवाड़ा सामने लाया है। मामला बीएसएल में परिवहन संचालन से जुड़ा हुआ है, जहां कई निजी कंपनी बगैर कागजात के संयंत्र में छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही कर रही हैं। इससे राज्य सरकार व परिवहन विभाग को प्रतिमाह लाखों रुपये की आर्थिक क्षति राजस्व के मद में हो रही है। बताया जाता है की बीएसएल में काम करने वाली कई निजी कंपनी जो की माल की ढुलाई के साथ सामग्री की आपूर्ति के लिए संयंत्र परिसर में वाहनों का इस्तेमाल वाणिज्यिक रूप से कर रही हैं। उसमें ज्यादातर वाहन के कागजात सही नहीं हैं। वाहन चालक न तो नियमित रूप से वाहन का बीमा करा रहे हैं और उनके वाहन का निबंधन भी समाप्त हो चुका है। जबकि कई लोग अपने वाहन का फिटनेस प्रमाण पत्र लिए बगैर सेल प्रबंधन व सीआइएसएफ की आंखों में धूल झोंकते हुए संयंत्र परिसर में वाहन की आवाजाही कर दुर्घटना को आमंत्रित करने का काम कर रहे है। इसमें ज्यादातर ऐसे वाहन मालिक है, जो कि एक बार संयंत्र में वाहन का गेटपास बना लेने के बाद उसे लंबे समय तक संयंत्र से बाहर नहीं ले गए। चूंकि संयंत्र परिसर में राज्य परिवहन विभाग की ओर से वाहनों के कागजात की जांच नही की जाती है। इसलिए वह इसका फायदा उठा रहे हैं। इस बात की शिकायत सीआइएसएफ के आला अधिकारियों को मिलने के बाद वे रेस में आ गई है। संयंत्र परिसर में गलत तरीके से इस्तेमाल किये जाने वाले वाहनों की अब सीआइएसएफ छानबीन कर उन्हें दोषी पाए जाने पर कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाएगी। इसके साथ ही जो वाहन टैक्स चोरी कर चुके हैं, उनसे एकमुश्त पूरी राशि वसूलने की अनुशंसा सीआइएसएफ की ओर से राज्य सरकार व परिवहन विभाग को की जाएगी। मालूम हो की बीएसएल के सुरक्षा विभाग की ओर से बीएसएल में चलने वाली सभी निजी वाहनों को बगैर फिटनेस प्रमाण पत्र के आवाजाही की अनुमति नहीं है, लेकिन इन वाहनों के मालिक जर्जर वाहनों को भी संयंत्र परिसर में चला रहे हैं। इससे संयंत्र में दुर्घटना का ग्राफ बढ़ रहा है।
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वर्जन: बोकारो इस्पात संयंत्र में गलत तरीके से वाहनों की आवाजाही कर टैक्स चोरी की शिकायत मिली है। इसके रोकथाम के लिए एक टीम गठित की जा रही है। शीघ्र ही संयंत्र में इसके लिए अभियान चलाया जाएगा ।
सौगत रॉय डीआइजी, सीआइएसएफ बोकारो ।