कोरोना आपदा को अवसर में बदलकर इस्पात कर्मियों ने दिखा दिया जहां चाह वहां राह

जागरण संवाददाता बोकारो बोकारो स्टील के मुनाफा व देश में नंबर एक बनने के पीछे दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि कर्मचारियों ने बता दिया कि कैसे आपदा को अवसर में बदला जा सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 11:30 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 11:30 PM (IST)
कोरोना आपदा को अवसर में बदलकर इस्पात कर्मियों ने दिखा दिया जहां चाह वहां राह
कोरोना आपदा को अवसर में बदलकर इस्पात कर्मियों ने दिखा दिया जहां चाह वहां राह

जागरण संवाददाता, बोकारो: बोकारो स्टील के मुनाफा व देश में नंबर एक बनने के पीछे दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि कंपनी ने कोरोना जैसी आपदा को अवसर में बदल दिया। कंपनी को 2251 करोड़ का मुनाफा हुआ है। पर इस मुनाफे पीछे की कहानी थोड़ी अलग है। वित्तीय वर्ष के पहली तिमाही में चालीस प्रतिशत कम उत्पादन हुआ। कच्चे माल के आवक से लेकर माल की बिक्री तक में कठिनाई थी। संयंत्र को आधी क्षमता के अनुसार संचालन किया जा रहा था। ऐसे में, प्रबंधन ने दूरा का सोचा और अपने श्रमिकों का उपयोग मशीनों के अनुरक्षण, लंबित परियोजनाओं को पूरा करने में किया। तब देश में संपूर्ण लॉकडाउन था। इसके बाद दूसरी तिमाही में घरेलू बाजार में मांग नहीं के बराबर थी । फिर प्रबंधन ने अपनी नीति बदली और माल के खरीदारों की तलाश विदेश में होने लगी। उस वक्त चीन व इटली कोरोना से बुरी तरह प्रभावित थे। ऐसे में बोकारो स्टील ने पहली बार इटली की जरूरत के इस्पात की आपूर्ति की। चीन से पहली बार इस्पात आपूर्ति का ठेका मिला। विदेशों से मांग और फिर घरेलू बाजार में बढ़ती मांग ने बोकारो स्टील को विजेता बना दिया। इस स्थिति में यहां के मजदूरों ने उत्पादन को तेज गति से पूरा किया। उत्पादन के सापेक्ष में बिक्री को भी किया गया। यही वजह रहा है कि नौ माह ही संयंत्र अपने पूर्ण क्षमता से चला और 2019-20 के 3.8 लाख टन के बदले 20-21 में 3.42 लाख टन अधिक इस्पात की बनाया और बेचा।

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समय व अवसर की पहचान किया प्रबंधन ने : बोकारो स्टील प्रबंधन ने कोरोना जैसे आपदा को अवसर में बदल दिया। कंपनी सूत्रों का कहना है कि 48 करोड़ से 2251 करोड़ का कर पूर्व लाभ संचालन लाभ के लिहा•ा से एक बड़ी छलांग है। इस काम में निदेशक प्रभारी अमरेन्दु प्रकाश का पूर्व का अनुभव व वर्तमान का निर्णय काम आया। परिणाम सुखद रहा। यही वजह है कि मजदूरों को अपने वेतन पुनरीक्षण के होने की संभावना है। इधर कंपनी ने कोरोना काल में आधुनिकीकृत नए एसएमएस-एक का काम पूरा कर लिया है। इसके संचालन में आने के बाद पुराने इनगॉट रूट से स्टील उत्पादन पूरी तरह से बंद हो जाएगा और बीएसएल आधुनिक कंटीन्यूअस कास्टिग रूट से ही स्टील का उत्पादन करेगी। इससे उत्पादन लागत में और कमी आएगी, जिसका लाभ इस साल बीएसएल को मिलेगा ।

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