बोकारो स्टील सिटी कालेज के छात्रावास में समस्याओं का अंबार

बोकारो स्टील सिटी कालेज में अध्ययनरत एससी-एसटी विद्यार्थियों के लिए दस साल पहले बने छात्रावास में समस्याओं की भरमार है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 08:30 PM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 08:30 PM (IST)
बोकारो स्टील सिटी कालेज के छात्रावास में समस्याओं का अंबार
बोकारो स्टील सिटी कालेज के छात्रावास में समस्याओं का अंबार

बोकारो स्टील सिटी कालेज में अध्ययनरत एससी-एसटी विद्यार्थियों के लिए दस साल पहले बने छात्रावास में समस्याओं की भरमार है, जहां विद्यार्थी परेशान हैं। इसका असर उनकी पढ़ाई पर भी पड़ रहा है। विद्यार्थियों ने कालेज प्रबंधन को समस्या से अवगत कराया, लेकिन अब तक निराकरण नहीं किया जा सका है।

-स्वच्छ पेयजल व नियमित विद्युतापूर्ति की जोह रहे बाट

विभाग की ओर से यहां लगभग दस वर्ष पूर्व एससी-एसटी समुदाय के विद्यार्थियों की सुविधा के लिए छात्रावास का निर्माण कराया गया है। वर्तमान में कालेज में अध्ययनरत लगभग 40 विद्यार्थियों को छात्रावास में कमरा आवंटित किया गया है। छात्रावास में विद्यार्थी स्वच्छ पेयजल व नियमित विद्युतापूर्ति की बाट जोह रहे हैं। कालेज में बोरिग से पेयजल की आपूर्ति की जाती है, जो पीने योग्य नहीं होता है। इसलिए विद्यार्थी कपड़े से छान कर पानी पीते हैं। बिजली की भी अनियमित आपूर्ति की जाती है। सही तरीके से छात्रावास में वायरिग नहीं की गई है। इसलिए विद्यार्थियों को परेशानी होती है।

-किचन बन गया है कबाड़खाना

इस छात्रावास में एक बड़ा किचन बनाया गया है, जो कबाड़खाना बन गया है। यहां पुरानी साइकिल व अन्य वस्तुएं रखी गई हैं। मेस की व्यवस्था नहीं होने से विद्यार्थी स्वयं भोजन बनाते हैं। एक कमरे में चार विद्यार्थियों के रहने की व्यवस्था की गई है। 2016-17 में विभाग की ओर से गद्दा व बेड उपलब्ध कराया गया था। इसके बाद यहां विद्यार्थियों को गद्दा व बेड उपलब्ध नहीं कराया गया है। यहां आठ शौचालय व आठ स्नानघर बनाए गए हैं। इनके से तीन शौचालय प्रयोग लायक नहीं हैं। कुछ शौचालय व स्नानघर के दरवाजा भी टूट गए हैं। छात्रावास की चहारदीवारी भी टूट गई है।

-विद्यार्थियों के खेलने लायक नहीं है मैदान

बोकारो स्टील सिटी कालेज प्रबंधन ने 2013 में स्टेडियम निर्माण कार्य शुरू कराया था, लेकिन आज तक इसका निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। इस पर बड़ी-बड़ी झाड़ियां उगी हैं। यह विद्यार्थियों के खेलने के लायक नहीं है।

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फोटो: 2 बोकारो 24

छात्रावास में स्वच्छ पेयजल व नियमित विद्युतापूर्ति की व्यवस्था नहीं है। वह लोग पानी कपड़े से छान कर पीते हैं। तीन शौचालय जाम हैं। इनके दरवाजे टूटे हैं। यहां विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

अयान मुर्मू, छात्र

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फोटो: 2 बोकारो 26

यहां मेस की व्यवस्था नहीं है। इसलिए विद्यार्थियों को स्वयं भोजन बनाना पड़ता है। कालेज से छात्रावास तक पहुंच पथ भी नहीं बनाया जा सका है। इससे परेशानी होती है।

अरुण कुमार मुंडा, छात्र

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फोटो: 2 बोकारो 27

कालेज के छात्रावास में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था नहीं है। स्टेडियम में बड़ी-बड़ी झाड़ियां उग गई हैं। यह खेलने लायक नहीं है। न तो मेस की व्यवस्था है और न ही विद्यार्थियों की सुरक्षा की व्यवस्था है। विद्यार्थी समस्या से जूझ रहे हैं।

देव नारायण टुडू, छात्र

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फोटो: 2 बोकारो 28

कालेज से छात्रावास तक पहुंच पथ का निर्माण नहीं कराया गया है। छात्रावास में पानी की टंकी भी क्षतिग्रस्त है। पेयजल व बिजली की भी समस्या है। इससे विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

लक्ष्मण सोरेन, छात्र

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