कला को धरोहर के रूप में संजोना सरकार की प्राथमिकता

संवाद सहयोगी, चंदनकियारी : झारखंड सरकार के कला संस्कृति विभाग द्वारा बांग्ला जातरा सह नाट्य महोत्

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Nov 2018 09:37 PM (IST) Updated:Tue, 20 Nov 2018 09:37 PM (IST)
कला को धरोहर के रूप में संजोना सरकार की प्राथमिकता
कला को धरोहर के रूप में संजोना सरकार की प्राथमिकता

संवाद सहयोगी, चंदनकियारी :

झारखंड सरकार के कला संस्कृति विभाग द्वारा बांग्ला जातरा सह नाट्य महोत्सव का शुभारंभ प्रखंड मुख्यालय स्थित हटिया मैदान में हुआ। एक महीना चलनेवाले कला महोत्सव का उद्घाटन स्थानीय विधायक सूबे के कला संस्कृति मंत्री अमर कुमार बाउरी ने किया।

मंत्री ने कहा कि झारखंडी लोक संस्कृति व कला को धरोहर के रूप में संजोये रखना सरकार की प्राथमिकता है। इसके प्रोत्साहन व पुनरुद्धार के प्रति राज्य व केंद्र सरकार प्रयासरत है। इसी कड़ी के तहत चंदनकियारी में बांग्ला नाटक प्रतियोगिता सह मंचन कार्यक्रम की शुरुआत विगत दो वर्षों से जारी है। चूंकि झारखंड के अधिकतर जिले बांग्ला भाषा व संस्कृति से प्रभावित है। मुख्य रूप से बांग्ला संस्कृति यहां की पहचान है।

सांसद पीएन ¨सह ने कहा कि क्षेत्रीय संस्कृति को सहेजना हमारी परंपरा रही है। इसे सरकारी सहयोग प्राप्त होना सरकार की सकारात्मक सोच का परिचायक है। पहले दिन महोत्सव में चंदनकियारी के कालीमंदिर नाट्य मंडली द्वारा चांदेव कलंको आछे नाटक का मंचन किया गया। नाट्य महोत्सव में 30 नाट्य संस्थाओं ने भाग लिया। महोत्सव 20 नवंबर से 19 दिसंबर तक चलेगा। इसमें चंदनकियारी प्रखंड के लगभग सभी गांवों के अलावा निकटवर्ती पश्चिम बंगाल व धनबाद तथा जमशेदपुर आदि क्षेत्रों से बंगला जातरा प्रेमी हजारों की संख्या में पहुंचने की उम्मीद है। यहां प्रशासन की ओर से करीब पांच हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था की गई है।

इस अवसर पर उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल, जिप अध्यक्ष सुषमा देवी, राज्य के कला व संस्कृति निदेशक अशोक ¨सह, एसडीओ सतीश चंद्रा, बीडीओ रवींद्र गुप्ता, सीओ डॉ. प्रमोद राम, अखिलेश्वर महतो, जयदेव राय, निमाई महथा, रसराज महतो सहित कला प्रेमी उपस्थित थे।

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