विस्थापितों के अस्तित्व पर हो रहा हमला
विस्थापित समागम कार्यक्रम की तैयारी को लेकर बोकारो विस्थापित मंच की बैठक मजदूर मैदान सेक्टर चार में शुक्रवार को हुई। इस दौरान विस्थापित समागम कार्यक्रम को सफल बनाने पर चर्चा की गई।
संवाद सहयोगी, बोकारो: विस्थापित समागम कार्यक्रम की तैयारी को लेकर बोकारो विस्थापित मंच की बैठक मजदूर मैदान सेक्टर चार में शुक्रवार को हुई। इस दौरान विस्थापित समागम कार्यक्रम को सफल बनाने पर चर्चा की गई। संबोधित करते हुए मुख्य संरक्षक सह पूर्व मंत्री उमाकांत रजक ने कहा कि विस्थापितों का अधिकार और अस्तित्व दोनों खतरे में है। कहा कि सभी भाई-बहनों से अपील है कि अस्तित्व-अधिकार को बचाए रखने के लिए विस्थापित समागम में शामिल होने का कष्ट करें। जमीन लेने वाले और जमीन का उपयोग करने वाले दोनों की मानसिकता विस्थापित विरोधी है। इन लोगों ने सभी को छला है। जमीन लेने के बाद पुख्ता समझौता की जगह पर कच्चा पेपर पकड़ा दिया। इस पेपर को लेकर जब विस्थापित कोर्ट जाते हैं तो कोर्ट इसकी मान्यता नहीं देता है। यह सिर्फ अधिकार नहीं, बल्कि अस्तित्व पर हमला है। यह बर्दाश्त नहीं होगा।
मुख्य संयोजक सह पूर्व विधायक योगेश्वर महतो ने कहा कि विस्थापितों के सीधेपन को प्रबंधन ने कमजोरी समझ कर छला है। इस विश्वासघात से विस्थापित आहत हैं। 26 सितंबर को विस्थापितों के आक्रोश की झलक खेलाई चंडी मैदान में देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि बीएसएल अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है। यह बीएसएल के लिए शुभ नही है। विस्थापित जमीन के मालिक हैं। उन्हें दरकिनार करके बीएसएल प्लांट को नहीं चला सकता है। मौके पर मुख्य सलाहकार साधु शरण गोप, सुनील महतो, हाकिम महतो, सहदेव साव, रघुनाथ महतो, धीरेंद्र नाथ गोस्वामी, मंतोष सोरेन, अरुण कुमार महतो, हसनुल्ला अंसारी, बासुदेव महतो आदि उपस्थित थे।