नहीं चलेगा निजी स्कूलों का बहाना, चयनित गरीब बच्चों का करना होगा नामांकन

शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत अब जिले के मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों को प्रवेश कक्षा में शिक्षा विभाग की ओर से चयनित गरीब बचों का नामांकन करना होगा। अब निजी विद्यालयों का कोई बहाना नहीं चलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 07:09 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 07:09 PM (IST)
नहीं चलेगा निजी स्कूलों का बहाना, चयनित गरीब बच्चों का करना होगा नामांकन
नहीं चलेगा निजी स्कूलों का बहाना, चयनित गरीब बच्चों का करना होगा नामांकन

जागरण संवाददाता, बोकारो: शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत अब जिले के मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों को प्रवेश कक्षा में शिक्षा विभाग की ओर से चयनित गरीब बच्चों का नामांकन करना होगा। अब निजी विद्यालयों का कोई बहाना नहीं चलेगा। जिला शिक्षा अधीक्षक ने निजी विद्यालयों को इस संबंध में हिदायत दी है। इन्होंने जिले के मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों से प्रवेश कक्षा की रिक्त सीट की सूची उपलब्ध कराने को लेकर पत्र दिया था। लेकिन अब तक लगभग दो दर्जन से अधिक निजी विद्यालयों ने

रिक्त सीट की संख्या उपलब्ध नहीं कराई गई है। कुछ निजी विद्यालय शिक्षा का अधिकार अधिनियम की अनदेखी कर रहे हैं। जिला शिक्षा अधीक्षक ने बिना स्पष्ट कारण बताए चयनित विद्यार्थियों का नामांकन नहीं करने पर भी आपत्ति जाहिर की है।

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दिसंबर माह से दाखिले की प्रक्रिया शुरू करने का किया जा रहा प्रयास: शिक्षा विभाग की ओर से दिसंबर माह में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत गरीब बच्चों का निजी विद्यालयों की प्रवेश कक्षा में दाखिले की प्रक्रिया शुरु करने का प्रयास किया जा रहा है। जिले के सभी मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों से रिक्त सीट की सूची उपलब्ध होने के पश्चात इस दिशा में कार्रवाई की जाएगी।

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निजी विद्यालयों में रिक्त रह गई सीटें: सत्र 2021-22 में चिन्मय विद्यालय सेक्टर पांच में आरटीई के तहत 66 सीटें उपलब्ध थीं। इनमें 17 गरीब बच्चों का नामांकन किया गया। यहां इस कोटे की 49 सीट रिक्त रह गईं। स्कूल प्रबंधन ने 22 गरीब बच्चों का दाखिला नहीं लिया। दिल्ली पब्लिक स्कूल सेक्टर चार में 35 सीट उपलब्ध थी। इनमें 23 गरीब बच्चों का नामांकन किया गया। 12 गरीब बच्चों का दाखिला नहीं लिया गया। बीआरएल डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारीदह में 10 सीट उपलब्ध थीं। इसमें एक भी गरीब बच्चा का नामांकन नहीं किया जा सका। डीएवी पब्लिक स्कूल ढोरी में 10 सीट उपलब्ध थी। इसमें एक भी बच्चा का दाखिला नहीं लिया गया। रुक्मिणी देवी पब्लिक स्कूल फुसरो में 10 सीट रिक्त थीं। यहां एक भी बच्चा का नामांकन नहीं किया गया। डा.राजेंद्र प्रसाद पब्लिक स्कूल सेक्टर आठ में 15 सीट रिक्त थे। यहां तीन गरीब बच्चों का दाखिला लिया गया। गौरव आवासीय उच्च विद्यालय बंशीडीह चास में 20 सीट रिक्त थे। यहां तीन बच्चों का नामांकन किया गया। 37 निजी विद्यालयों की प्रवेश कक्षा में 510 रिक्त सीट थे। इनमें 228 गरीब बच्चों का ही दाखिला कराया जा सका।

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वर्जन

जिले के मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों की प्रवेश कक्षा में गरीब बच्चों का दाखिला सुनिश्चित कराया जाएगा। विभाग की ओर से चयनित बच्चों का नामांकन करना होगा। निजी विद्यालय बिना स्पष्ट कारण बताए रिक्त सीट के बावजूद गरीब बच्चों का नामांकन नहीं कर रहे हैं। अब ऐसा नहीं होगा। इस संबंध में निजी विद्यालयों को हिदायत दी गई है। सभी निजी विद्यालयों से इस कोटे के तहत रिक्त सीट की सूची उपलब्ध कराने को लेकर पत्र दिया गया है। सभी निजी विद्यालयों से सूची मिलने के बाद दिसंबर माह में ही नामांकन की प्रक्रिया शुरु किया जा सकेगा।

रेणुका तिग्गा, जिला शिक्षा अधीक्षक, बोकारो

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