नावाडीह में वनवर्धन, पौधारोपण व भू संरक्षण को लगे 5.91 लाख पौधे

यह पौधारोपण वन के 616 हेक्टेयर भूमि में किया गया है। मवेशी से पौध को बचाने के लिए वन क्षेत्र के चारों तरफ ट्रेंच कटिग की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 09:03 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 09:03 PM (IST)
नावाडीह में वनवर्धन, पौधारोपण व भू संरक्षण को लगे 5.91 लाख पौधे
नावाडीह में वनवर्धन, पौधारोपण व भू संरक्षण को लगे 5.91 लाख पौधे

सुरही (बेरमो) : बोकारो वन प्रमंडल की ओर से नावाडीह प्रखंड के विभिन्न वन क्षेत्र में जंगल को हरा भरा रखने को वित्तीय वर्ष 2020-21 में वनवर्धन, पौधारोपण एवं भू संरक्षण योजना के तहत इमारती, सागवान, शीशम, कटहल, गम्हार, आंवला, गुलमोहर आदि प्रजाति के 5 लाख 91 हजार 175 पौध का पौधारोपण किया गया है। यह पौधारोपण वन के 616 हेक्टेयर भूमि में किया गया है।

मवेशी से पौध को बचाने के लिए वन क्षेत्र के चारों तरफ ट्रेंच कटिग की गई है। साथ ही वॉचर को देखभाल करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं नावाडीह प्रभारी वनपाल अजीत कुमार मुर्मू भी निरंतर पैट्रोलिग कर लगाए गए पौधे पर सुरक्षा को ले नजर बनाए हुए है। बता दें कि नावाडीह प्रखंड अंतर्गत 24 पंचायत है जिसमें ऊपरघाट के पंचायत बेरमो वन क्षेत्र तथा शेष पंचायत बोकारो वन क्षेत्र अंतर्गत आता है।

ऊपरघाट के 312 हेक्टेयर में किया गया 2.52 लाख पौधारोपण :

बेरमो वन क्षेत्र पदाधिकारी शंकर पासवान ने बताया कि नावाडीह प्रखंड के ऊपरघाट के क्षेत्र में वन विभाग की ओर से 312 हेक्टेयर वन भूमि में 2.52 लाख विभिन्न प्रजाति के पौधों का पौधारोपण कार्य किया गया है। पोखरिया के 212 हेक्टेयर वन भूमि में अपकृष्ट वनों के पुनर्वास (आरडीएफ) के तहत 2.12 लाख, कोसी के 50 हेक्टेयर भूमि में भू संरक्षण के तहत 30 हजार तथा पिलपिलो के 50 हेक्टेयर वन भूमि में वनवर्धन के तहत 10 हजार विभिन्न प्रजाति के पौधरोपण किया गया है। नावाडीह के नीचेघाट में भी लगा 3.39 पौधा : बोकारो वन क्षेत्र पदाधिकारी अमित चौधरी अनुसार इस क्षेत्र के वन भूमि में 303.67 हेक्टेयर भूमि में इस वित्तीय वर्ष में कुल 3,39,175 विभिन्न प्रजाति के पौधों को लगाया गया है। पोधारोपण योजना के तहत खरपीटो, नावाडीह एवं जुनोडीह के 23.67 हेक्टेयर वन भूमि में 59,175 पौधा लगाया गया है। जबकि ताराटांड़, चपरी एवं अरगामो के 50-50 हेक्टेयर वन भूमि में वनवधर्वन के तहत 10-10 हजार तथा आरडीएफ के तहत चपरी के ही 50 हेक्टेयर वन भूमि में 50 हजार पौधा लगाया गया है। इसके अलावा नसिया के 80 हेक्टेयर भूमि में दो लाख पौधा भी लगाया गया है। सागवान, शीशम, आंवला, कटहल, जामुन, गम्हार, गुलमोहर, दवाई बनाने वाले पौधे, इमारती लकड़ी जैसे आदि प्रजाति के पौधे लगाए गए है। जलस्तर बढ़ाने सहित पहाड़ के पानी से बहने से रोकने को भी काम किया जा रहा है।

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