शहर की खूबसूरती के लिए चौकों का होगा कायाकल्प

शहर को खूबसूरत बनाने के लिए चौक-चौराहों का कायाकल्प होगा। ऊधमपुर शहर में आधा दर्जन के करीब चौक ऐसे हैं जहां पर रोटरी बनी हुई है लेकिन रखरखाव और अनदेखी के कारण के कारण इनमें से ज्यादातर शहर की सुंदरता को ग्रहण लगा रहे हैं। मगर अब शहर के एक पुराने चौक का कायाकल्प होने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 01:27 AM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 05:10 AM (IST)
शहर की खूबसूरती के लिए चौकों का होगा कायाकल्प
शहर की खूबसूरती के लिए चौकों का होगा कायाकल्प

अमित माही, ऊधमपुर : शहर को खूबसूरत बनाने के लिए चौक-चौराहों का कायाकल्प होगा। ऊधमपुर शहर में आधा दर्जन के करीब चौक ऐसे हैं, जहां पर रोटरी बनी हुई है, लेकिन रखरखाव और अनदेखी के कारण के कारण इनमें से ज्यादातर शहर की सुंदरता को ग्रहण लगा रहे हैं। मगर अब शहर के एक पुराने चौक का कायाकल्प होने लगा है। वहीं शहर में एक नये चौक का भी निर्माण किया जा रहा है। उसके बाद नगर परिषद की शहर के अन्य चौकों को भी सुंदर बनाने की योजना है।

शहर में जखैनी चौक, सुभाष चौक, एमएच चौक, शहीद मेजर नारायण सिंह चौक, चबूतरा चौक, सैला तालाब चौक, वीनस चौक, रामनगर चौक, इंदिरा चौक, सलाथिया चौक सहित करीब आधा दर्जन चौक चौराहे हैं, लेकिन इनमें मात्र गोल मार्केट में स्थिति फव्वारे वाले इंदिरा चौक और टॉउन हॉल और श्रद्धांजलि स्थल के पास बने शहीद मेजर नारायण सिंह चौक को छोड़ शेष सभी हालत दयनीय है। वैसे तो चौक शहर को अपनी ओर विशेषता के लिए पहचान देते हैं। मगर ऊधमपुर में ज्यादातर चौक शहर की सुंदरता को ग्रहण ही लगा रहे हैं। वर्षों से बदहाल चौकों की सुध लेने के प्रयास नगर परिषद की ओर से नहीं किया गया। तकरीबन डेढ़ साल पहले एमएच चौक पर स्थित गुरु रविदास मंदिर के सामने स्थिति त्रिकोण चौक का कायाकल्प एक निजी दूरसंचार कंपनी की मदद से शुरू किया गया। इसमें एक पोल टॉवर लगा कर उसे गोल तो बना दिया गया। मगर आज तक इस रोटरी के सौंदर्यीकरण के लिए कुछ खास नहीं किया गया। जिस वजह से शहर के ज्यादातर चौक चौराहों की हालत दयनीय है।

सुभाष चौक का निर्माण कार्य शुरू

अब नगर परिषद ने शहर के चौक चौराहों की सुध लेना शुरू किया है। इसके तहत धाररोड और पुराने जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित सुभाष चौक के कायाकल्प की योजना बनाई गई है। मेरा शहर मेरी शान कार्यक्रम के तहत वित्तीय विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. पवन कोतवाल ने दो दिन पहले इस चौक के कायाकल्प के काम का शुभारंभ किया था। इस चौक को 14.07 लाख रुपये की लागत से खूबसूरत बनाया जा रहा है। इसमें चौक में वाटरबॉडी का निर्माण किया। जाएगा। चौक बदहाल न हो, इसके लिए चौक की देखरेख की जिम्मेदारी किसी को सौंपी जाएगी। उसके बाद शहर के अन्य प्रमुख चौकों के सौंदर्यीकरण का काम भी किया जाएगा।

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एमएच चौक बनी अस्थायी रोटरी बन सकती है हादसों का कारण

एमएच चौक पर नया चौक बनने के बाद यहां पर रोटरी नियम लागू कर दिया गया, लेकिन चौक के 30 फीट के फासले पर अस्थायी दूसरी रोटरी बना दी गई है। इस वजह से जखैनी की तरफ से आने वाले वाहन मुख्य चौक की रोटरी के बजाय इस रोटरी से घूम कर जम्मू की तरफ जाते हैं। वहीं जम्मू की तरफ से आने वाले वाहन शहर को जाने के लिए मुख्य चौक की रोटरी का प्रयोग करते हैं। कई बार श्रीनगर की तरफ से अस्थाई रोटरी लेने वाले वाहन और जम्मू से शहर की तरफ मुड़ने वाले मुख्य रोटरी लेने वाले वाहन आमने सामने आ जाते हैं। ऐसे में एक जगह पर दो रोटरी होने की वजह से कभी भी हादसा हो सकता है।

ओमाड़ा मोड़ पर पीडब्ल्यूडी भी बना रहा चौक

जम्मू श्रीनगर पुराने हाईवे से ओमाड़ा लिक रोड के जुड़ने वाली जगह पर चौक की सख्त जरूरत थी। क्योंकि चौक न होने की वजह से यहां अकसर जाम की समस्या के साथ हादसों की आशंका रहती है। मगर अब पीडब्ल्यूडी ने हाईवे से मोआड़ा की तरफ जाने वाले मार्ग पर चौक बनाने का काम शुरू कर दिया है। चौक का 70 फीसद काम हो चुका है। सब कुछ ठीक रहा तो नवंबर अंत तक यह चौक भी बन कर तैयार हो जाएगा। इस चौक के बनने से भी ओमाड़ा लिग मार्ग से हाईवे पर आने-जाने वाले लोगों को राहत मिलेगी और हादसों की आशंका भी कम होगी।

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शहर में चौक चौराहों को सुंदर बनाने के लिए नगर परिषद ने काम शुरू कर दिया है। निजी कंपनी के सहयोग से एमएम चौक को सौंदर्यीकरण का करार किया गया था। इस चौक को पूरी तरह विकसित करने के साथ ही सौंदर्यीकरण भी करवाया जाएगा। 14.07 लाख रुपये की सुभाष चौक बनाने का काम शुरू हो गा है। इसी तरह ओमाड़ा में पीडब्ल्यूडी द्वारा चौक बनाया जा रहा है। इसी तर्ज पर अन्य चौकों का भी कायाकल्प कर सौंदर्यीकरण किया जाएगा। एमएच चौक पर बनी अस्थायी रोटरी से हादसों की आशंका रहेगी तो रोटरी को हटा दी जाएगी।

-सुरिद्र सिंह खालसा, नप कार्याकारी अध्यक्ष

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