ऊधमपुर में बिना अस्पताल गए इलाज करा सकेंगे लोग

अमित माही ऊधमपुर जिले में कोई भी बीमार व्यक्ति अब बिना अस्पताल गए डाक्टर से जांच और उपचा

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 May 2021 06:03 AM (IST) Updated:Thu, 27 May 2021 06:03 AM (IST)
ऊधमपुर में बिना अस्पताल गए इलाज करा सकेंगे लोग
ऊधमपुर में बिना अस्पताल गए इलाज करा सकेंगे लोग

अमित माही, ऊधमपुर :

जिले में कोई भी बीमार व्यक्ति अब बिना अस्पताल गए डाक्टर से जांच और उपचार करवाने के साथ परामर्श भी ले सकेगा। इसके लिए जिला प्रशासन टेली मेडिसिन सेवा शुरू कर रहा है। मरीज को सिर्फ आनलाइन स्लाट बुक कर अप्वाइंटमेंट लेनी होगी। दिए गए समय पर वीडियो काल या फोन पर बात कर मरीज डाक्टर से जांच करवाकर चिकित्सीय परामर्श ले सकेगा। जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग और एनआइ्रसी की मदद से जिले में वीरवार से इस सेवा का आगाज कर सकता है। इसका अंतिम चरण में ट्रायल और टेस्टिंग जारी है। प्रारंभिक चरण में विशेषज्ञ डाक्टर परामर्श के लिए उपलब्ध होंगे, मगर बाद में और विशेषज्ञों को धीरे-धीरे इसमें शामिल किया जाएगा। इस सेवा का लाभ हर गांव तक पहुंचे, इसके लिए पंचायतों की मदद भी ली जाएगी और इसके लिए आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

गौरतलब है कि कुछ ही समय पहले जिला प्रशासन ने डाक्टर से पूछो नाम से कोविड हेल्पलाइन शुरू की, जिसमें कोरोना के मरीज डाक्टरों से संपर्क कर उपचार या स्वास्थ्य संबंधी परामर्श ले सकते थे। मगर कोरोना संकट काल में कोरोन रहित (नान कोविड) मरीजों को भी उपचार के लिए खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए ज्यादातर बीमार होने के बावजूद उपचार के लिए अस्पताल नहीं पहुंच रहे। इसके साथ ही कोरोना क‌र्फ्यू लागू होने से पहले ही ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के चलते यात्री वाहन भी नहीं चल रहे। इस वजह से ग्रामीण इलाकों के मरीज भी उपचार के लिए जिला अस्पताल व अन्य डाक्टरों से संपर्क नहीं कर पा रहे।

नान कोविड मरीजों की इस समस्या को दूर करने के लिए जिला प्रशासन ने टेली मेडिसिन सेवा शुरू कर हल निकाल लिया है। इस सेवा को शुरू करने के लिए जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के साथ नेशनल इंफार्मेटिक सेंटर (एनआइसी) का सहयोग लिया है। पिछले कुछ दिनों से स्वास्थ्य विभाग और एनआइसी इस सेवा को शुरू करने के लिए काम कर रहे हैं। सोमवार से इस सेवा का किया जा रहा ट्रायल भी सफल रहा है। सबकुछ ठीक रहा तो वीरवार को जिला प्रशासन ऊधमपुर में टेलीमेडिसिन सेवा को शुरू कर देगा। सेवा को शुरू करने के लिए भी स्वास्थ्य विभाग तैयारी कर चुका है।

टेली मेडिसिन सेवा के तहत डाक्टर से परामर्श लेने के इच्छुक व्यक्ति को आनलाइन बुकिग कर स्लाट बुक करना होगा। स्लाट बुक होने पर व्यक्ति को डाक्टर से परामर्श करने का समय दिया जाएगा। दिए गए समय पर वीडियो, आडियो काल कर बुकिग करवाने वाले मरीज डाक्टर से संपर्क कर परामर्श लेकर उपचार करवा सकता है। यह सेवा दोनों तरह के मरीजों के लिए होगी। नए मरीजों के साथ पहले से उपचार करवा रहे मरीज फालोअप उपचार के लिए भी डाक्टरों से संपर्क कर सकेंगे। व्यक्ति अपनी जांच रिपोर्टो और पहले से जारी उपचार संबंधी चिकित्सीय दस्तावेज भी अपलोड कर सकेगा। डाक्टर इनको देखकर मरीजों की जांच और उपचार कर सकेंगे। आसानी से होगा आनलाइन रजिस्ट्रेशन

सबसे पहले यूआरएल बार में ओआरएस.जीओवी.आइएन वेबसाइट टाइप करें।

वेबसाइट खुलते ही सामने बुक अप्वाइंटमेंट नाऊ के आप्शन पर क्लिक करें। जिसके बाद खुलने वाले अगले पेज पर राज्य में जम्मू कश्मीर को चुनें।

इसके बाद सरकारी जिला अस्पताल ऊधमपुर को चुनकर जिस डाक्टर से परामर्श लेना चाहें, उसका स्लाट बुक करें

यह सारी आसान प्रक्रियाएं मोबाइल फोन पर भी की जा सकती हैं।

इसके कुछ समय बाद व्यक्ति को अगले दिन के लिए डाक्टर से आनलाइन परामर्श का समय मिल जाएगा। पहले चरण में चार रोग विशेषज्ञों की सेवाएं होंगी उपलब्ध

पहले चरण में चार विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ डाक्टरों की आनलाइन परामर्श की सेवा शुरू की जाएगी। इसमें मेडिसिन, नेत्र रोग, महिला रोग व बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर शामिल हैं। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य रोग विशेषज्ञ डाक्टरों की सेवाएं भी आनलाइन परामर्श के लिए उपलब्ध कराई जाएंगी। तीन कंप्यूटर, इंटरनेट और कैमरे

जिला अस्पताल परिसर में स्थित डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट के दफ्तर को टेली मेडिसिन के लिए डेजीगनेट कर दिया गया है। जहां पर टेली मेडिसिन सेवा उपलब्ध कराने वाले डाक्टरों के बैठने, मरीजों के आनलाइन या फोन पर संपर्क करने के लिए कंप्यूटर, इंटरनेट और कैमरे की सारी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं। मरीज चाहें तो वीडियो कांफ्रेंसिग या आडियो कांफ्रेंसिग कर डाक्टर से बात कर परामर्श ले सकेंगे। यदि कहीं पर खराब नेटवर्क की समस्या होगी, तो डाक्टर वहां पर मौजूद लैंडलाइन फोन से मरीज को काल कर संपर्क भी कर सकेंगे। ईमेल पर मरीज को मिलेगा प्रिसक्रिप्शन

आनलाइन परामर्श के लिए बुकिग कराने वाले मरीज को देखने वाले डाक्टर जांच के बाद उपचार का प्रिसक्रिप्शन मरीज के ईमेल पर भेज देंगे। यदि किसी का ईमेल न हो तो उसका यह प्रिसक्रिप्शन पीडीएफ फारमेट में बेबसाइट पर उपलब्ध कराएगा। मरीज अपना यूजर नेम और पासवर्ड डाल कर कहीं से भी इस पीडीएफ को डाउन लोड कर सकता है। अगले चरण में सीएससी, खिदमत सेंटरों, तहसीलदार व बीडीओ दफ्तरों में सेवा उपलब्ध होगी

हर कोई यह बुकिग आसानी से करवा सके, इसके लिए प्रशासन की योजना अगले चरण में सीएससी, खिदमत सेंटरों, तहसीलदार दफ्तर, बीडीओ दफ्तरों में एक कमरे में टेली मेडिसिन बुकिग की सुविधा उपलब्ध कराने की है, ताकि खुद यह बुकिग न कर पाने वाले उक्त दफ्तरों या स्थानों पर जाकर बुकिग करवा कर डाक्टरों से परामर्श ले सकें। डीसी ऊधमपुर के निर्देशों के मुताबिक टेली मेडिसिन सेवा शुरू करने के लिए जरूरी व्यवस्थाएं कर दी है। जिला अस्पताल परिसर में टेली मेडिसिन कंट्रोल रूम स्थापित कर वहां पर इंटरनेट, कंप्यूटर और फोन सहित अन्य आवश्यक प्रबंध कर दिए गए हैं। पिछले कुछ दिनों से ट्रायल और टेस्टिग की जा रही थी और ये सफल रहे हैं। जो मोबाइल फोन चलाता है, वह इस सेवा लाभ सरलता से उठा सकता है। इस सेवा के शुरू होने से लोगों को उपचार या परामर्श के लिए अनावश्यक अस्पतालों में डाक्टरों के पास नहीं आना पड़ेगा।

- अनिल शर्मा, एनआइसी के जिला अधिकारी कोरोना काल में नान कोविड मरीजों के लिए टेलीमेडिसिन सेवा फायदेमंद साबित होगी। लोग आसानी से इस सेवा के माध्यम से डाक्टरों से जांच और उपचार करवा सकेंगे। कोरोना संकट काल में डाक्टरों की कमी के बावजूद टेली मेडिसिन सेवा के लिए डाक्टर मरीजों के लिए उपलब्ध रहेंगे। शुरू में हर डाक्टर के पास प्रतिदिन 10 मरीज ही आनलाइन जांच व उपचार के लिए स्लाट बुक करवा सकेंगे। सबके लिए यह सेवा नहीं है, इसलिए इसके अभ्यस्त होने के साथ डाक्टरों के स्लाट के साथ विशेषज्ञ डाक्टरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। निश्चित रूप से लोग इस सेवा से लाभान्वित होंगे।

- डा. अश्विनी मन्हास, नोडल आफिसर टेली मेडिसिन सेवा जिले में टेली मेडिसिन सेवा शुरू की जा रही है। इसके लिए जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और एनआइसी निरंतर काम कर रहे हैं। कोरोना की जारी लहर और आने वाली लहरों में लोगों में संक्रमण के प्रसार को रोकने, मरीजों व डाक्टरों को कोरोना संक्रमण के खतरे से बचाते हुए इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना है। क्योंकि कोरोना महामारी के दौर में गैर कोरोना मरीजों को उपचार के लिए अनेक परेशानियां होती हैं। प्रशासन का मकसद केवल इस सेवा को शुरू करना भर नहीं, बल्कि इसे पंचायत स्तर पर पहुंचा कर ऐसी सेवा बनाना है, जो हमेशा लोगों की सुविधा के लिए उपलब्ध रहे। निश्चित तौर पर इसके लिए प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और पंचायतों के साथ जिले के हर नागरिक को दूसरे लोगों को इस सेवा का लाभ पाने में मदद कर अपना योगदान देना होगा। इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे। पहले चरण का प्रशिक्षण कार्यक्रम वीरवार से ही शुरू होगा। इस सेवा को शुरू करने के बाद चरणबद्ध तरीके से इसका विस्तार किया जाएगा, जिससे हर कोई इसे समझ कर अपनाने का अभ्यस्त हो सके।

- इंदु कंवल चिब, डीसी ऊधमपुर

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