चंकाह में चिनाब दरिया में किसकी इजाजत से हो रही थी स्ट्रीमिंग

संवाद सहयोगी रियासी जिला मुख्यालय से लगभग 22 किलोमीटर दूर चंकाह में शुक्रवार शाम को एक शि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 06:51 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 06:51 AM (IST)
चंकाह में चिनाब दरिया में किसकी इजाजत से हो रही थी स्ट्रीमिंग
चंकाह में चिनाब दरिया में किसकी इजाजत से हो रही थी स्ट्रीमिंग

संवाद सहयोगी, रियासी : जिला मुख्यालय से लगभग 22 किलोमीटर दूर चंकाह में शुक्रवार शाम को एक शिक्षक की चिनाब दरिया में डूबने से हुई मौत के बाद वहा पर्यटकों को चिनाब दरिया में सैर करवाने वाला स्ट्रीमर भी चर्चा में आ गया है। सलाल पावर स्टेशन प्रशासन ने चंकाह के उस क्षेत्र को स्ट्रीमिंग व राफ्टिंग जैसी रोमाचक गतिविधियों के लिए वर्जित क्षेत्र घोषित कर रखा है। ऐसे में हर कोई यह जानना चाह रहा है कि वर्जित क्षेत्र में स्ट्रीमिंग किसकी इजाजत से करवाई जा रही है। अगर ऐसा गैरकानूनी तरीके से हो रहा है तो फिर पिछले लगभग एक माह से वहा हो रही स्ट्रीमिंग को रोकने की जिम्मेदारी किसकी है।

सलाल डैम बाध के पिछली तरफ चिनाब दरिया मीलों तक झील जैसा बन गया है। चंकाह इलाके में झील रूपी चिनाब दरिया की चौड़ाई और गहराई काफी अधिक है। जिसके उत्तरी किनारे पर काफी लंबा चौड़ा हरे-भरे घास का खूबसूरत व मनमोहक मैदान है। इस स्थान के प्रति आकर्षित होकर पिछले कुछ समय से यहा पर्यटकों का आना-जाना बढ़ गया है, जिसे देखते हुए महीनाभर पहले कुछ लोगों ने पर्यटकों को स्ट्रीमर में बिठाकर चिनाब में सैर करवाने का रोजगार शुरू कर दिया। रोमाचक लेकिन कुछ हद तक जोखिम भरी इस स्ट्रीमर सैर की क्या सरकार की तरफ से इजाजत दी गई है। इस बारे में ज्यादा कुछ जानने के बजाय पर्यटक भी चिनाब में स्ट्रीमर सैर का आनंद उठाकर अपने रास्ते हो लेते रहे। लेकिन शुक्रवार को चंकाह में हुए हादसे से स्ट्रीमर खूब चर्चा में आ गया है। जिसकी मुख्य वजह यह है कि अपने साथ हुए हादसे से कुछ समय पहले वरुण सिंह कुछ और लोगों के साथ चिनाब दरिया में स्ट्रीमर पर फेसबुक पर लाइव हुए थे। उसके कुछ समय बाद पता चला कि वरुण सिंह की दरिया में डूबने से मौत हो गई।

चंकाह के जिस स्थान पर स्ट्रीमर चलता है, दरअसल वह जगह सलाल डैम निर्माण के दौरान एनएचपीसी द्वारा अधिग्रहित की गई थी। सलाल पावर स्टेशन प्रशासन का कहना है कि केंद्र सरकार के दिशानिर्देश के मुताबिक उनकी तरफ से चंकाह के उस क्षेत्र को स्ट्रीमिंग या राफ्टिंग जैसी गतिविधियों के लिए वर्जित घोषित किया गया है। उस पर दरिया का जलस्तर कभी भी अचानक बढ़ने की आशका के मद्देनजर जून से आगामी नवंबर तक लोगों को दरिया किनारे से दूर रहने की हिदायत भी जारी की गई है। जिसके लिए तीन जून को पीडीडी के कमिश्नर सेक्रेटरी, डेवलपमेंट कमिश्नर और डिवीजनल कमिश्नर सहित रियासी जिले के पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों को लिखित में दिया गया है। अगर फिर भी कोई उस स्थान पर स्ट्रीमिंग जैसी गतिविधिया चलाता है तो वह पूरी तरह से गैरकानूनी है।

वहीं, ग्रा बरेयोत्रा के नायब सरपंच गुलशन केसर ने कहा कि वहा स्ट्रीमिंग की इजाजत व स्ट्रीमिंग करवाने वालों के जरूरी प्रशिक्षण की पड़ताल करना सरकार की जिम्मेदारी है। बड़े़े हैरत की बात है कि पिछले लगभग एक माह से वहा स्ट्रीमिंग होती रही, लेकिन कभी यह बात सामने नहीं आई कि सरकारी तौर पर किसी ने इसकी जाच पड़ताल की हो। वहा लोग परिवार सहित जाते हैं। अगर कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो जिम्मेदार कौन होगा।

इस बारे में रियासी के डिप्टी कमिश्नर चरणदीप सिंह से फोन पर संपर्क साधा गया तो उनसे बात नहीं हो पाई। जबकि एसएसपी शैलेंद्र सिंह ने कहा कि वह इस बारे में पता करवाएंगे।

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