बिरमा पर दूसरा पुल खुला, वनवे यातायात बहाल
ढाई माह से बिरमा के आरपार जाने के लिए एकमात्र बैली पुल होने से परेशान लोगों को आखिरकार बुधवार को राहत मिल गई। बीआरओ की ओर से तैयार किया गया दूसरा बैली पुल भी बुधवार सुबह वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया। अब वाहन पुल पर बिना किसी इंतजार के आज जा रहे हैं। यह लोगों के लिए बड़ी राहत है।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : ढाई माह से बिरमा के आरपार जाने के लिए एकमात्र बैली पुल होने से परेशान लोगों को आखिरकार बुधवार को राहत मिल गई। बीआरओ की ओर से तैयार किया गया दूसरा बैली पुल भी बुधवार सुबह वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया। अब वाहन पुल पर बिना किसी इंतजार के आज जा रहे हैं। यह लोगों के लिए बड़ी राहत है।
बरसात के मौसम में जब से बिरमा पर बना पुराना पुल क्षतिग्रस्त हुआ है, तब से लोगों के लिए बिरमा के आरपार जाना मुश्किल हो गया। क्षतिग्रस्त होने के बाद से लोगों को बिरमा के आरपार जाने के लिए ज्यादातर समय एक ही पुल उपलब्ध रहा। पहले सीमेंटेड पुल पर सेना ने बैली पुल बना कर यातायात बहाल किया। इसके बाद बीआरओ ने नई जगह पर दूसरा बैली पुल तैयार कर दिया। इससे लोगों को राहत मिली और एक पुल से लोग आने और दूसरे से जाने का प्रयोग करने लगे। मगर ऐसा कुछ ही देर चल पाया। सीमेंटेड पुल में लगातार झुकाव और दरार बढ़ने की वजह से उसे असुरक्षित घोषित कर दिया गया।
इसके बाद बिरमा पर बीआरओ की ओर से पहले तैयार किए गए बैली पुल के समानांतर दूसरा बैली पुल बनाने को हरी झंडी मिली। 10 अक्तूबर को पुल निर्माण के लिए अबटमेंट बनाने का काम शुरू कर दिया। अबटमेंट बनने और मजबूत होने के बाद भराई कर 15 नवंबर से दूसरे बैली पुल को तैयार करने का काम शुरू किया। जैक में खराबी आने के कारणों से दो दिन काम बंद रहने के बावजूद एक सप्ताह के अंदर पुल को तैयार कर दिया गया।
अप्रोच रोड में था गतिरोध
पुल बन कर तैयार होने के बाद इसकी अप्रोच रोड में कुछ गतिरोध थे। जिसे दूर किए बना खोलने से हादसे व अन्य परेशानियों की आशंका के मद्देनजर बीआरओ ने पुल को इन गतिरोधों को दूर करने के बाद ही खोलने का फैसला लिया। उसके बाद बीआरओ ने अप्रोच रोड को ठीक करने का काम शुरू किया। बीआरओ पहले अप्रोच रोड पर तारकोल बिछा कर पक्का करके खोलना चाहती थी। मगर अब बीआरओ इस पर कुछ समय के बाद तारकोल बिछाएगी।
दोनों पुल पर वनवे ट्रैफिक व्यवस्था हुई बहाल : पहले बिरमा पर बने एक ही पुल से वाहन आते और जाते थे, जिस वजह से एक तरफ से वाहनों के गुजरने के दौरान दूसरी तरफ वाहन खड़े होकर इंतजार करते थे। मगर बुधवार को दूसरा पुल खोल दिए जाने के साथ दोनों पुलों पर वनवे व्यवस्था बहाल कर दी गई है। अब नए पुल का प्रयोग कर वाहन जम्मू से ऊधमपुर की तरफ आने के लिए तथा पहले से बने पुल का प्रयोग ऊधमपुर से जम्मू की तरफ जाने के लिए किया जा रहा है। ऊधमपुर की तरफ आने वाले वाहनों पहले वाले पुल की तरफ न चले जाए, इसके लिए बीआरओ ने अपने कर्मचारी को तैनात किया है। जो जम्मू की तरफ आने वाले वाहनों को नए पुल से जाने के लिए इशारा कर उस तरफ मोड़ देता है।
पुराना सीमेंटेड पुल असुरिक्षत घोषित : बिरमा नदी पर बना आधी सदी से पुराना सीमेंटेड पुल अपनी उम्र पूरी कर चुका था। मौसम की मार की वजह से पिछले साल पहली बार इस पुल की अबटमेंट क्षतिग्रस्त हुई। तब इसे ठीक कर बहाल कर दिया गया। मगर इस वर्ष भी बरसात में पुल की अप्रोच रोड क्षतिग्रस्त हो गया, जिसे ठीक करने के बाद पुल पर यातायात बहाल किया गया, मगर फिर पुल की अबटमेंट में झुकाव के कारण इसे बंद कर दिया। फिर सेना की इंजीनियरिग रेजीटमेंट की मदद से सीमेंटेड पुल के प्रभावित हिस्से को बाईपास कर बैली पुल तैयार किया गया। ढाई माह पूर्व सितंबर अंत में एक लोड टिप्पर अनुमति न होने के बावजूद इस पर गुजरा और इससे बैली पुल की अप्रोच सड़क टूट गई और टिप्पर भी उसमें फंस गया। पुल की अप्रोच को ठीक करने के दौरान इसमें काफी अधिक झुकाव के कारण काफी बड़ी दरार देखी गई। उसके बाद पुल को बंद कर दिया गया। बिरमा नदी पर दूसरा बैली पुल को वाहनों के लिए खोल दिया गया है। अभी अप्रोच सड़क कच्ची ही है। यह वाहनों के गुजरने से अच्छी तरह से बैठ जाए। उसके बाद इस पुल पर तारकोल बिछा कर इसे पक्का कर दिया जाएगा। दोनों पुलों के शुरू होने से वनवे व्यवस्था लागू हो गई है। दोनों पुलों की भार सहने की क्षमता 24 टन है। इस पर वाहनों के गुजरने की गति सीमा 10 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित है। सभी वाहन चालकों से अनुरोध है कि वह इस गति से अधिक तेज से वाहन न चलाएं। इसके साथ ही 24 टन वजन से अधिक वाहनों को भी इस पुल से गुजरने की अनुमति नहीं है।
मुकुल विशिष्ट, आफिसर कमांडिग(ओसी), 52 आरसीसी, बीकन