1.20 लाख श्रद्धालुओं ने किए भोले बाबा के दर्शन

संवाद सहयोगी, पौनी : महाशिवरात्रि पर शिवखोड़ी में भोले बाबा के दर्शन को शिव भक्तों की भारी भीड़ जुटी र

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Mar 2019 02:17 AM (IST) Updated:Tue, 05 Mar 2019 02:17 AM (IST)
1.20 लाख श्रद्धालुओं ने किए भोले बाबा के दर्शन
1.20 लाख श्रद्धालुओं ने किए भोले बाबा के दर्शन

संवाद सहयोगी, पौनी : महाशिवरात्रि पर शिवखोड़ी में भोले बाबा के दर्शन को शिव भक्तों की भारी भीड़ जुटी रही। महाशिवरात्रि पर लगे मेले के दूसरे दिन 1.20 लाख श्रद्धालुओं ने भोले बाबा के दर्शन कर लिए हैं, जबकि सैकडों की संख्या में श्रद्धालु अभी कतारों में खड़े होकर दर्शन के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। रनसू से लेकर गुफा तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन को सोमवार शाम तक कई बार यात्रा को रोकना पड़ा। दोपहर 12 बजे से लेकर तीन बजे तक मात्र तीन घंटे में रनसू बाजार से करीब बीस हजार यात्री गुफा की और दर्शन के लिए रवाना हुए। श्रद्धालु आगे बढ़ने से पहले मार्ग में डोल-नगाडों से नाच गाना कर रहे हैं। गुफा के बाहर भोले बाबा के दर्शन को लेकर श्रद्धालु

लंबी-लंबी कतारों में खड़े हैं। रनसू में बाजार से लेकर गुफा तक तीन किमी यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। पुलिस व सीआरपीएफ के जवान हर आने-जाने वाले भक्तों की तलाशी ले रहे हैं। भक्तों की तलाशी होने के बाद ही उन्हें गुफा की और आगे दर्शन के लिए जाने दिया जा रहा है। इस मौके पर श्रद्धालुओं के लिए लंगर भी लगाए गए हैं, जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालु प्रसाद

ग्रहण कर रहे हैं। मेला ऑफिसर ओम प्रकाश का कहना है शिवरात्रि पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने भोले बाबा के दर्शन किए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा कड़े प्रबंध किए गए थे। श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शन को लेकर कोई परेशानी न हो, इसके लिए ड्यूटी पर तैनात हर कर्मचारी भक्तों की पूरी सेवा कर रहा है। मेले के अंतिम दिन बुधवार को भी अधिक श्रद्धालुओं

की भीड़ी उमड़ने की उम्मीद है, जिसे लेकर प्रशासन के अधिकारी श्रद्धालुओं की व्यवस्था को लेकर रनसू से

लेकर गुफा तक श्रद्धालुओं पर नजर रखे हुए हैं। मेले के तीसरे दिन हाई स्कूल रनसू में दंगल होगा, जिसमें काफी संख्या में पहलवान हिस्सा लेंगे।

डोगरी भाषा की देन है शिवखोड़ी का नाम

एतिहासिक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल शिवखोड़ी के नाम पर भी डोगरी भाषा की छाप स्पष्ट देखी जा सकती है। गुफा को डोगरी भाषा में खोड़ी

कहते हैं। जम्मू और उसके आस-पास के क्षेत्रों में डोगरी भाषा का सर्वाधिक प्रयोग होने के कारण इस स्थान का नाम शिवखोड़ी पड़ा जिसका अर्थ है शिव की गुफा। उक्त गुफा में शिव का निवास स्थान माना जाता है। गुफा के अस्तित्व में आने के बाद से स्थानीय लोगों ने डोगरी भाषा में उसका नाम शिवखोड़ी रख दिया था।

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रंगारंग प्रोग्राम देख मंत्रमुग्ध हुए श्रद्धालु

शिवखोड़ी श्राइन बोर्ड की तरफ से मेले में रंगारंग कार्यक्रम का अयोजन किया गया था, जिसमें रमालु राम, सरस भारती एवं उनके

साथियों ने डोगरी लोक गीतों, कुड नृत्य के बेटी पढ़ाई बेटी बचाओ के बारे में गायकी के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी। मेले में राज्य में डोगरी भाषा को बढ़ावा देने के लिए डोगरी लोक गीतों पर आधारित रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। स्थानीय लोगों एवं

शिवभक्तों ने बोर्ड प्रशासन द्वारा मेले के उपलक्ष्य पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने पर सराहना की है। प्रोग्राम में हिस्सा लेने वाले सभी कलाकारों को मेला ऑफिसर ओम प्रकाश, तहसीलदार लेख राज, नायब तहसीलदार अशोक कुमार द्वारा पुरस्कार वितरित किए गए।

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