मरीजों को चारपाई पर लिटाकर पहुंचाते हैं अस्पताल

जुगल मंगोत्रा, पौनी : आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी सड़कें नहीं होने से लोग मरीजों को अस्

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 09:15 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 09:15 AM (IST)
मरीजों को चारपाई पर लिटाकर पहुंचाते हैं अस्पताल
मरीजों को चारपाई पर लिटाकर पहुंचाते हैं अस्पताल

जुगल मंगोत्रा, पौनी :

आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी सड़कें नहीं होने से लोग मरीजों को अस्पताल में चारपाई पर लाते हैं। रियासी जिले के पौनी तहसील में पड़ते दूरदराज के गांव में रहने वाले लोगों के बीमार होने पर उन्हें सड़क तक चारपाई के सहारे पांच से छह घंटे पैदल चलकर लाया जाता है। जिसके बाद वाहन से मरीज को आगे वाहन से अस्पताल पहुंचाया जाता है।

रनसू के साथ लगते इखनी, गूल, लेना, पक्खना, ओच, टाका, मता आदि गांवों में बीमार मरीजों को चारपाई पर लिटाकर स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया जाता है। गत दिनों इखनी गांव में गर्भवती महिला को लोगों ने चारपाई के सहारे से एंबुलेंस तक पहुंचाया था, जिसके बाद महिला को पहले सुंदरबनी और उसके बाद मेडिकल कॉलेज जम्मू में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया। प्रसव के बाद ग्रामीणों ने फिर से उक्त महिला को चारपाई के सहारे घर तक पहुंचाया। गांववासी पशोरी लाल, तिलक राज, शंदू सिंह, कृष्ण सिंह आदि ने बताया कि गांव में सड़कें नहीं होने पर आज भी बीमार लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए चारपाई का सहारा लिया जाता है। आखिर इन गांवों में कब सड़कें बनेंगी और वाहनों की सुविधा मिलेगी। ग्रामीणों ने सरकार से दूरदराज के गांव में भी सड़कें बनाने की मांग की है, ताकि लोग समस्याओं से परेशान न हो सकें। रनसू के इखनी गांव की रहने वाली महिला को 108 एंबुलेंस से सुंदरबनी में पहुंचाया गया था। उन्हें पता है कि दूरदराज के गांव में रहने वाले लोग आज भी चारपाई का सहारा लेते हैं। महिला के प्रसव होने के बाद वापस घर भेज दिया गया है। जच्चा और बच्चा दोनों स्वास्थ हैं।

- डॉ. कमल जी जाडु, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर पौनी

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