दूसरे जिलों से आने वाले वाहनों की आवाजाही बंद
संवाद सहयोगी पौनी रियासी जिले से सटे दूसरे जिलों के लोग न आएं इसको लेकर प्रशासन द्वारा ठा
संवाद सहयोगी, पौनी : रियासी जिले से सटे दूसरे जिलों के लोग न आएं, इसको लेकर प्रशासन द्वारा ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। मंगलवार को भांवला क्षेत्र में पुलिस द्वारा कई वाहनों को रोका गया, जो राजौरी जिले से रियासी जिले में प्रवेश कर रहे थे।
पुलिस द्वारा बताया गया कि बिना मतलब के दूसरे जिले से रियासी जिले में प्रवेश करने वाले किसी भी वाहन को आने नहीं दिया जाएगा। डीसी रियासी के निर्देश पर भांवला और चंडी मोड़ क्षेत्र में तारबंदी की गई है। जिले में उसी वाहन को आने की अनुमति दी जा रही है, जो जरूरी सामान लाने वाले होगा। तहसीलदार पौनी लेखराज के मुताबिक राजौरी जिले से कई लोग वाहनों को लेकर लाकडाउन का उल्लंघन कर पौनी क्षेत्र में आ रहे थे। उन्हें रोकने के लिए पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए हैं। स्थिति सामान्य होने पर ही पड़ोसी जिले के वाहनों को एक दूसरे के जिले में आने-जाने की अनुमति दी जाएगी। जब तक लाकडाउन चल रहा है, तब तक भांवला और कंडा चंडी मोड़ पर राजौरी जिले से आने वाले वाहनों को रियासी जिले में बिना मतलब के प्रवेश नहीं होने दिया जाएगा। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते देख स्थानीय प्रशासन की तरफ से लोगों को बचाने के लिए पूरी तरह से सर्तकता बरती जा रही है। खानाबदोश गुज्जर-बक्करवालों को सता रही माल मवेशियों की चिंता
संवाद सहयोगी, पौनी : क्षेत्र में छह महीने तक मैदानी इलाके में रहने वाले खानाबदोश गुज्जर-बक्करवालों को एक बार फिर मवेशियों को कश्मीर ले जाने की अनुमति प्राप्त नहीं होने पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अगर किसी तरह से उनकी समस्या के समाधान के लिए जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो तापमान बढ़ने के कारण उनके माल-मवेशी मर जाएंगे।
जिला गुज्जर-बक्करवाल समुदाय के प्रधान एवं गजोड़ पंचायत के पूर्व सरपंच मुहम्मद अनवर, भारख पंचायत के नायब सरपंच सरफराज अहमद का कहना है कि गर्मियों के मौसम में गुज्जर-बक्करवाल समुदाय के सभी लोग अपने परिवार और माल मवेशियों के साथ कश्मीर में चले जाते हैं। कोरोना संक्रमण को लेकर क्षेत्र में लोग लाकडाउन का पूरा पालन कर रहे हैं, लेकिन लाकडाउन की समय अवधि बढ़ाने पर लोग मैदानी इलाके में और अधिक समय ठहर नहीं सकते हैं। अगर लोग मैदानी इलाके में ठहरे तो कोरोना संक्रमण से मौत आए न आए पर तब तक तापमान बढ़ने से उनके माल मवेशी जरूर मर जाएंगे। उन्होंने डीसी रियासी से समुदाय के लोगों को कश्मीर में मवेशियों को ले जाने की अनुमति देने की अपील की है, ताकि लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। लोगों ने कहा कि अगर उन्हें शीघ्र अनुमति प्राप्त नहीं हुई तो अपने मवेशियों सहित सड़कों पर उतरने पर मजबूर हो जाएंगे।