पहाड़ों पर बर्फबारी, मैदानी इलाकों में बारिश ने बढ़ाई मुश्किल
जागरण संवाददाता ऊधमपुर जिले में ऊपरी पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी और निचले पहाड़ों व
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : जिले में ऊपरी पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी और निचले पहाड़ों व मैदानी इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि से अधिकतम तापमान में करीब पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। इससे सर्दी का प्रकोप बढ़ गया।
पिछले कुछ दिनों से आसमान में छाए बादलों की वजह से सर्दी का प्रकोप बढ़ने लगा था। सुबह-शाम सर्दी बेहाल कर रही थी और दिन में भी बादलों की वजह से अच्छी धूप नहीं निकल रही थी। हालांकि शनिवार को मौसम पूरी तरह से साफ रहा और अधिकतम तापमान भी करीब 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इसके बाद रविवार सुबह मौसम ने अचानक फिर से करवट ली। सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए थे। इसके बाद यह हल्के छंटने भी शुरू हुए, मगर अचानक नौ बजे के करीब काले बादलों ने उमड़ कर मूसलधार बारिश शुरू कर दी। कुछ ही देर में तेज बारिश का सिलसिला रुक गया। करीब डेढ़ घंटे तक रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी हल्की बारिश होती रही। कई बार बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। इसके बाद बारिश तो थम गई, मगर आसमान में बादल छाए रहे।
महज दो घंटों की बारिश ने तापमान में एकमुश्त पांच डिग्री की गिरावट लाकर सर्दी का प्रकोप बढ़ा दिया। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को ऊधमपुर में 9.6 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग ने इलाके का न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 17.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया। मौसम विभाग की मानें तो सोमवार को भी हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक मौसम साफ होने के बाद सर्दी का प्रकोप और बढ़ेगा।
चनैनी के बीडीसी चेयरमैन प्रकाश चंद के मुताबिक रविवार को नत्थाटाप के ऊंचे पहाड़ों, युगधार और शिवगढ़धार की ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई। इसके साथ ही पूरे चनैनी और पत्नीटाप व नत्थाटाप इलाके में ओलावृष्टि हुई है। बसंतगढ़ की डीडीसी सदस्य अशरी देवी ने भी बसंतगढ़ के ऊपरी पहाड़ी इलाकों शिवगली, खनेड़, कदवा, राईचक्क में हल्की बर्फबारी होने की जानकारी दी है। उनके मुताबिक इन इलाकों में बर्फ ज्यादा न गिरने की वजह से टिकी नहीं। उनके मुताबिक ओलावृष्टि पूरे इलाके में हर जगह हुई है। वहीं, रामबन जिले के ऊपरी इलाके में स्थित महु मंगित इलाके में भी हल्की बर्फबारी हुई। फसलों के लिए लाभदायक रहेगी बारिश
पिछले काफी समय से बारिश न होने की वजह से विभिन्न फसलें लगाने वाले किसान फसलों को लेकर चितित थे। सब्जी व अनाज की फसलें लगाने वाले किसान बारिश का इंतजार कर रहे थे। रविवार को हुई बारिश किसानों की फसलों के लिए संजीवनी साबित होगी। वहीं, बारिश के साथ ओलावृष्टि ने सब्जियों व अन्य कुछ फसलों को आंशिक नुकसान पहुंचाया है। किसानों के मुताबिक इस बार नुकसान पिछली बार की तरह नहीं हुई है, बल्कि बेहद मामूली है। सूखी ठंड और उससे बीमारियों से भी मिलेगी निजात
लंबे समय से बारिश न होने और सर्दी के लगातार बढ़ने की वजह से लोग परेशान थे। सूखी सर्दी के कारण सर्दी, जुकाम, बुखार व खांसी जैसे सूखी सर्दी में होने वाले रोग काफी बढ़ गए थे। रविवार को बारिश होने के बाद हवा में नमी की मात्रा बढ़ गई है, जिससे अब लोगों को सूखी सर्दी के कारण होने वाले रोगों से भी मुक्ति मिलेगी। थोड़ी सी बारिश ने खोली नगर परिषद की सफाई व्यवस्था की पोल
शहर को स्वच्छ बनाने के लिए नगर परिषद दावे तो करती रहती है, मगर जब भी बारिश होती है तो नालियों के पानी के साथ सड़कों पर आने वाला कचरा नगर परिषद के इन दावों की पोल खोल कर रख देता है। ऊधमपुर में नालों की लचर सफाई व्यवस्था की पोल रविवार को हुई बारिश ने फिर से खोल कर रख थी। थोड़ी देर के लिए हुई बारिश के पानी को नाले अपने में समाए रखने में विफल हुए। जाम नालों में से बारिश का पानी पीलीथिन लिफाफों व अन्य गंदगी को लेकर सड़कों पर बहने लगा। एमएच चौक पर जाम नाले का सारा कचरा जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर बहने लगा। शहर में कई वार्डो में भी नालियों का कचरा गलियों और सड़कों पर आ गया। देविका सैरगाह मार्ग बने नालों का कचरा भी बरसात के पानी के साथ सड़क से होता हुआ देविका घाटी की तरफ से आने वाली सीढि़यों से होते हुए देविका घाट परिसर में फैल गया। बारिश रुकने के बाद शाम तक देविका घाट में फैला कचरा तो साफ कर दिया गया। दूषित पानी की वजह से वहां पर बदबू शाम तक आने जाने वालों को परेशान करती रही।