आफत की बरसात, जलभराव से लोग परेशान

अमित माही ऊधमपुर शनिवार रात से सुबह तक ऊधमपुर में हुई बरसात कई इलाकों में लोगों क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 12:03 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 12:03 AM (IST)
आफत की बरसात, जलभराव से लोग परेशान
आफत की बरसात, जलभराव से लोग परेशान

अमित माही, ऊधमपुर

शनिवार रात से सुबह तक ऊधमपुर में हुई बरसात कई इलाकों में लोगों के लिए आफत की बारिश साबित हुई। पिछले दिनों हुई बारिश के पानी अभी पूरी तरह से निकल नहीं पाया था कि रात को हुई बारिश से सतैनी इलाके में फिर से जलभराव हो गया। इस बार जलभराव सतैनी के साथ जगानू मोड़ और थिल रौंन क्षेत्र में भी हुआ। पानी लोगों के घरों और बीएसएनएल की एक्सचेंज भी भर गया। जिसके चलते एक्सचेंज में शार्ट सर्किट के खतरे को देखते हुए उसे एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया है। जिला प्रशासन और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी जलभराव वाले इलाके में पानी निकासी के लिए हो रहे काम की निगरानी कर रहे हैं।

पिछले सप्ताह हुई बारिश के बाद सतैनी इलाके में जलभराव से लोगों के घरों और दुकानों में घुसे पानी को बाढ़ नियंत्रण विभाग ने पंप लगा कर पानी निकासी के मार्ग बना कर निकाल दिया। इसके बावजूद सतैनी में अभी भी आधे फुट तक पानी बचा था। हालांकि लोगों के घरों के अंदर पानी नहीं था। मगर शनिवार रात से सुबह तक हुई बारिश से सतैनी इलाके में जल भराव हो गया। सतैनी में लोगों के घरों और दुकानों में फिर से पानी जमा हो गया है। सतैनी के साथ जगानू मोड़ और थिल रौं इलाके में भी जलभराव होने से लोगों की दुकानों और घरों में पानी आ गया है।

नुकसान से गुस्साए दुकानदार, प्रदर्शन

जगानू मोड़ और थिल रौंन में जल भराव से लोगों के घरों और दुकानों में पानी भरने से हुए नुकसान से गुस्साए लोगों ने धार रोड़ जाम कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हर वर्ष सतैनी की तरह उनके यहां भी जलभराव से नुकसान होता है। सामान खराब होता है बिस्तर खराब हो जाते हैं। हर साल बिस्तर और काफी समान नया लेना पड़ता है। पिछले एक दशक से वह प्रशासन और संबंधित विभागों को समस्या हल करने को कह रहे हैं, मगर समस्या हल नहीं की जा रही। वहीं, इसके बाद तहसीलदार ऊधमपुर, नायब तहसीलदार, बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी व कर्मचारी पानी की निकासी के काम में जुट गए।

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स्थायी समाधान के लिए काम जारी डीसी ऊधमपुर इंदु कंवल चिब ने कहा कि रात को हुई बारिश के बाद सतैनी और जगानू मोड़ इलाके में जलभराव हुआ है। प्रशासन और बाढ़ नियंत्रण विभाग व संबंधित विभागों के अधिकारियों के नेतृत्व में टीम पानी निकासी के लिए काम कर रही है। केंद्रीय विद्यालय नंबर दो के बाहर बने नाले के कारण कुछ समस्या थी, उसे जेसीबी मशीन से खोद कर पाइपें डाल कर निकास मार्ग बनाया जा रहा है। डीसी ने कहा कि समस्या काफी पुरानी है और इसके लिए काफी हद तक लोग भी जिम्मेदार हैं। प्रशासन इस समस्या के स्थायी समाधान करने के लिए काम कर रहा है। इसमें कुछ समय लगेगा।

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बीएसएनएल की एक्सचेंज भी सात घंटे तक रखी बंद

जगानू मोड़ इलाके में बीएसएनएल की एक्सचेंज में पानी भर गया है। पानी एक्सचेंज में लगे उपकरणों और बैकअप के लिए लगी बैटरी कक्ष में भर गया था। हालांकि पानी उपकरणों के लगे रैक और बैट्री बैंक से महज दो इंच रह गया था। जिसके चलते एक्सचेंज में शार्ट सर्किट होने के खतरे को देखते हुए एक्सचेंज को एहतियात के तौर पर सुबह नौ बजे बंद कर दिया गया है। इससे इस एक्सचेंज से चलने वाली लैंडलाइन, ब्रॉडबैंड इंटरनेट, एफटीटीएच इंटरनेट सेवा, मोबाइल सेवा सहित चलने वाली सभी सेवाओं सुबह नौ बजे से ठप हो गई। पानी की निकासी होने के बाद स्थित बेहतर होने पर शाम चार बजे एक्सचेंज को फिर से शुरु कर दिया गया। जिससे उक्त सभी सेवाएं फिर से सुचारू रूप से काम करने लगी। वहीं रठियान इलाके में भी फोर लेन हाईवे पर भी कई फिट पानी जमा हो गया। यह हाईवे निर्माण कंपनी द्वारा हाईवे पर की गई जल निकासी व्यवस्था की पोल को भी खोल रहा है। चरी स्वैल सहित कुछ अन्य इलाकों में भी जल भराव की खबरें हैं। --------------- काम था बीआरओ का बाढ़ नियंत्रण विभाग ने किया सतैनी से जगानू मोड़ इलाके में धार रोड औऱ उसके किनारों पर बने नाले बीआरओ के अधीन है। मगर बारिश के कारण जब भी जल भराव की स्थिति होती है तो बाढ़ नियंत्रण विभाग ही मदद के लिए पहुंचता है। जलभराव वाले इलाकों में पंप लगा कर पानी निकालने का काम करने से लेकर आपात स्थिति बंद नालों को खोलने का काम बाढ़ नियंत्रण विभाग को ही करना पड़ता है। शनिवार रात से रविवार सुबह तक हुई बारिश के दौरान जगानू मोड़ इलाके में हुआ जल भराव केवी नंबर दो के पास स्थित नाले में डाली गई एक मीटर डाया की ह्यूम पाइप के ब्लॉक होने की वजह से हुआ। जल भराव होते ही बाढ़ नियंत्रण विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर केवी के पास दबी ब्लॉक पाइप को निकाल दिया। इसके साथ ही पानी निकल गया। इसके बाद विभाग ने उसे जगह पर पहले से कुछ बड़ी ह्यूम पाइपें डाल दी। जिसके की पानी की निकासी बिना रुकावट के और बेहतर तरीके से हो। सड़क के जिस क्षेत्र में यह काम किया गया, यह बीआरओ के अधीन होने के कारण यह काम भी उसे करना था। मगर लोगों की परेशानी को देखते प्रशासन के निर्देशों पर यह गाम बाढ़ नियंत्रण विभाग ने कर पानी निकासी का मार्ग बना कर लोगों को राहत पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। ------------------------ अब पानी में उतरने से नहीं हिचकिताते अधिकारी पिछली बार सतैनी इलाके में आई बाढ़ में स्थिति का जायजा लेने और लोगों की परेशानी का जायजा लेने के लिए डीसी ऊधमपुर खुद घुटनों तक पानी में उतर कर गली पार कर लोगों की बीच पहुंची। आम तौर पर कोई प्रशासनिक या विभागीय अधिकारी ऐसा कम ही करता है। अलबत्ता छोटे कर्मचारियों को जरूर पानी में उतरना पड़ता था। मगर पिछली बार डीसी जिस तरह बिना कुछ सोचे पानी में उतर गई थी, उसके सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहे हैं। अब कोई भी अधिकारी पानी में उतरने से न तो हिचकिचाता है और न ही परहेज करता नजर आता है। शनिवार को बारिश के बाद जलभराव के बाद पानी सतैनी इलाके में भरने पर मौके पर प्रशासन, राजस्व विभाग, एसडीआरएफ और बाढ़ नियंत्रण विभाग सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। शनिवार को बरसती बरसात में जलभराव की स्थिति का जायजा लेने के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग एईई जीएल गुप्ता और जेई राकेश मोदी खुद छाते लेकर पानी में उतर कर लोगों के बीच पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। वहीं पिछली बार जलभराव के बाद जल निकासी के लिए दीवारों में सुराख बना कर व अन्य स्थानों पर जल निकासी के लिए की गई छोटे व्यवस्था के कारण पहले के मुकाबले जमा होने की बजाय निकलता रहा।

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