माता के नाम पर राजनीति कर लोगों को गुमराह कर रही पैंथर्स पार्टी: आरती
पैंथर्स पार्टी माता के नाम पर राजनीति कर लोगों को गुमराह कर रही है। यह आरोप घोरड़ी बीडीसी चेयरपर्सन आरती शर्मा ने प्रेसवार्ता में लगाते हुए कहा कि पैंथर्स पार्टी के कार्यकर्ताओं की यह तक नहीं पता कि नहीं पता जिस रोड की वह खुदाई कर रहे थे वह माराड़ा माता की तरफ जाता ही नहीं है।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : पैंथर्स पार्टी माता के नाम पर राजनीति कर लोगों को गुमराह कर रही है। यह आरोप घोरड़ी बीडीसी चेयरपर्सन आरती शर्मा ने प्रेसवार्ता में लगाते हुए कहा कि पैंथर्स पार्टी के कार्यकर्ताओं की यह तक नहीं पता कि नहीं पता जिस रोड की वह खुदाई कर रहे थे वह माराड़ा माता की तरफ जाता ही नहीं है।
आरती शर्मा ने कहा कि आरोप लगाया कि पैंथर्स पार्टी के चेयरमैन हर्ष देव सिंह दो दिन पहले घोरड़ी ब्लॉक में आए और एक रोड की खोदाई यह कहकर कर शुरू दी कि यह सड़क माता मराडा माता के स्थान की ओर जाती है और चुने गए जनप्रतिनिधियों ने इस रोड का कभी संज्ञान नहीं लिया और चार वर्षों से बनने नहीं दिया।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि वह स्पष्ट करना चाहती है कि उक्त रोड़ न तो माता के दरबार तक जाता है और न ही इस सड़क के लिए वन विभाग की ओर से फारेस्ट क्लीयरेंस मिली है। ऐसे में कानून को हाथ में लेकर बिना फारेस्ट क्लीयरेंस के इस सड़क का काम नहीं कर सके। मगर हर्ष देव सिंह को अपनी पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं के साथ इस सड़क की खोदाई करने का अधिकार किसने दिया।
दो दिन पहले वह मंडल की बैठक में गई थी। जहां पर उनको फोन पर लोगों ने बताया कि हर्ष देव सिंह बिना किसी अनुमति के उनकी जमीनों में खोदाई कर रहे हैं। इलाके के जनप्रतिनिधि होने के नाते वह मीटिग खत्म होने के बाद वहां पर गई। उनके साथ इलाके के डीडीसी थे। आरती ने बताया कि वह हर्ष देव सिंह की इज्जत करती थी, मगर जैसे ही वहां पर पहुंची हर्ष देव सिंह ने दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। उन्होंने आज तक सुना था कि हर्षदेव अपनी बात ही गाली से शुरू करते हैं, मगर एक महिला के सामने भी इसी तरह से बात करेंगे, यह उनको सोचा नहीं था। उन्होंने कहा कि ब्लॉक की जनता ने उनको चुना है और वह ब्लॉक के लोगों के साथ हमेशा खड़ी रहेंगी।
आरती ने हर्ष देव सिंह से सवाल किया कि कोरोना महामारी के दौरान जब वह लोगों के घर-घर जाकर उनका हाल पूछने से लेकर सुविधाएं उपलब्ध करा रही थी, तब वह और उनके नेता और कार्यकर्ता कहां थे। बारिश हो तूफान हो रास्ता खराब हो जाए कुछ भी हो। वह अपने ब्लॉक में लोगों के बीच पहुंच कर लोगों से मिल कर उनकी समस्याएं और परेशानियों की जानकारी लेती हैं। यह सब वह राजनीति से ऊपर उठकर करती हैं। लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा करना सेवा होती है, राजनीति नहीं। वह राजनीति करने नहीं बल्कि सेवा करने के लिए आई है। वह जनता की चुनी गई प्रतिनिधि हैं और अपने कर्तव्य का निर्वाह करना जानती हैं।