नई जगह खोदाई करनी है तो पहले रिस्टोर करने होंगे पुराने काम

जागरण संवाददाता ऊधमपुर देविका प्रोजेक्ट के तहत शहर में सीवरेज बिछाने के लिए खोदी गई

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 06:28 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 06:28 AM (IST)
नई जगह खोदाई करनी है तो पहले रिस्टोर करने होंगे पुराने काम
नई जगह खोदाई करनी है तो पहले रिस्टोर करने होंगे पुराने काम

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : देविका प्रोजेक्ट के तहत शहर में सीवरेज बिछाने के लिए खोदी गई गलियों और सड़कों को ठीक कर पुरानी स्थिति में बहाल न करने तक शहर की किसी गली को नहीं खोदने दिया जाएगा। जबरन काम करने पर नगर परिषद ठेकेदारों की मशीनरी और औजार जब्त करेगी। यह चेतावनी नगर परिषद के जरनल हाउस ने आपात बैठक में यूईईडी विभाग को दी है। नगर परिषद ने इस संबंध में यूईईडी विभाग को पत्र लिखकर चेता दिया है। इसके साथ ही नगर परिषद हाउस ने देविका प्रोजेक्ट के घटिया स्तर के सुस्त रफ्तार से हो रहे काम व जनप्रतिनिधियों की कोई सुनवाई न होने का मुद्दा उपराज्यपाल व चीफ सेक्रेटरी से लेकर अगले माह दौरे पर आ रहे गृह मंत्री के समक्ष उठाने को कहा। प्रोजेक्ट के काम को लेकर एसीबी में शिकायत करने की बात भी कही है।

देविका प्रोजेक्ट मंजूर होने पर ऊधमपुर के लोग जितने खुश थे, काम होने के बाद उससे कई गुना अधिक आहत और परेशान हो चुके हैं। काम करने वाले ठेकेदारों ने 60 फीसद शहर को खोदकर रख दिया है, मगर निर्धारित अवधि में खोदी गई गलियों और सड़कों को ठीक नहीं किया जा रहा। नगर परिषद इस मामले को लेकर कई बार यूईईडी अधिकारियों को कह चुकी है, मगर दो से ढाई साल पहले खोदी गई गलियों और सड़कों को आज तक ठीक नहीं किया गया है। जो ठीक की गई हैं, ज्यादातर का काम बेहद घटिया स्तर है।

काम करने की सुस्त रफ्तार और घटिया काम से लोग व नगर परिषद दोनों ही परेशान हैं। ऐसे में मंगलवार को जिला प्रशासन की ओर से गैड़ा तालाब से शक्तिनगर तक की गली की खोदाई के लिए एक माह तक के लिए बंद करने का निर्देश जारी कर दिया गया। बुधवार सुबह इस गली का काम शुरू किया जाना था, मगर इस निर्देश के आते ही नगर परिषद ऊधमपुर में हरकत में आई और इस निर्देश को लेकर विरोध दर्ज कराया। साथ ही साफ कर दिया कि पुराने सभी कामों को पूरा कर खोदी गई गलियों और सड़कों को ठीक किए बिना नगर परिषद शहर के किसी वार्ड में नई गली को खोदने की अनुमति नहीं देगी। जबरदस्ती करने पर नगर परिषद के सभी पार्षद काम रुकवाने वहां पहुंच जाएंगे।

वहीं, प्रशासन के जारी आदेश के बाद बुधवार को नगर परिषद के हाउस की आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें उक्त देविका प्रोजेक्ट को लेकर यूईईडी विभाग, ठेकेदार और प्रशासन के रवैये पर रोष व्यक्त किया गया। बैठक के बारे में जानकारी देते हुए नगर परिषद अध्यक्ष डा. जोगेश्वर गुप्ता ने बताया कि सीवरेज का काम काफी धीमी गति से चल रहा है। इससे सारा शहर और नगर परिषद दोनों परेशान हैं। दो से ढाई साल पहले जो गलियां और सड़कें खोदी गई थीं, वह आज तक ठीक नहीं की गई हैं। जून के पहले हफ्ते में सीवरेज विभाग और ठेकेदार के साथ हुई बैठक में 30 जून तक सभी पुराने काम पूरे कर खोदी गई सड़कें और गलियां रिस्टोर करने का आश्वासन दिया गया था, मगर मध्य अक्तूबर हो चला है, आज तक स्थिति जस की तस है। गत दिवस एक और सड़क को खोदने के लिए बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया। नगर परिषद पुराने काम को पूरा कर गलियों और सड़कों को पुरानी स्थिति में बहाल किए बिना शहर में कोई भी नया काम शुरू करने की अनुमति नहीं देगी। इस बारे में यूईईडी को पत्र लिखकर चेता दिया गया। यदि शहर के किसी वार्ड में नया खोदाई का काम किया गया तो मशीनें, औजार और सामान जब्त कर लिया जाएगा।

इस बारे में डीसी से बात करते हैं तो वह नवंबर तक भूल जाने की बात करती हैं। भूल जाने से काम नहीं चलेगा, पहला जितने भी पुराने खोदाई के काम किए गए हैं, उनको पूरा करके सड़कों और गलियों को रिस्टोर करने के बाद नगर परिषद शहर में कोई नया काम शुरू करने देगी। किसी भी गली को खोदने के 28 दिन बाद और सड़क को तीन माह के बाद रिस्टोर किया जाना होता है, मगर डेढ़ से दो साल हो गए, न कोई गली बनी और न ही सड़क। जो बनाई भी है, वह इतने घटिया तरीके से कि लोग परेशान हैं। देविका लिंक रोड डेढ़ साल पहले खोदा गया था, इसे आजकल ठीक करने की बात होती है, मगर आज तक रिस्टोर नहीं हुआ है। एमओयू में स्पष्ट लिखा है कि उखाड़ी जाने वाली सड़क पर से लोगों को पैदल चलने और वाहन को जाने में दिक्कत नही हो नहीं चाहिए। झूठे आश्वासन दिए जाते हैं। प्रशासन, यूईईडी विभाग और ठेकेदार एक वार्ड बता दें, जहां पर काम पूरा किया गया है। कहीं मेन होल, कहीं प्रापर्टी चैंबर तो कहीं रेस्टोरेशन नहीं हुई है। कंपनी खोदाई का काम ज्यादा इसलिए कर रही है कि इसमें पेमेंट जल्द मिल जाती है। जिस उद्देश्य से यह प्रोजेक्ट बनाया जा रहा है, वह सीवरेज बिछाने के घटिया तरीके से पूरा होता नजर नहीं आता।

गुप्ता ने कहा कि नगर परिषद की ओर से एलजी, चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखकर बताया जाएगा कि चुने गए जनप्रतिनिधियों की सुनवाई नहीं हो रही। अगले माह गृहमंत्री अमित शाह से भी पार्षद, डीडीसी, बीडीसी सदस्य मिलेंगे और जनप्रतिनिधियों की सुनवाई न होने की बात बताएंगे।

उन्होंने दावा किया कि नगर परिषद की चेतावनी के चलते बुधवार को गैड़ा तालाब शक्तिनगर सड़क पर काम नहीं किया गया। वहां सहित अन्य किसी भी जगह पर कोई नया काम किया जाता है तो दी गई चेतावनी के मुताबिक मशीनरी और सामान सीज कर दिया जाएगा।

इसके साथ ही उन्होंने डीसी ऊधमपुर से देविका प्रोजेक्ट के काम की गुणवत्ता की जांच सेवानिवृत वरिष्ठ इंजीनियर की टीम गठित कर करवाने और उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की। ऐसा न किए जाने पर उन्होंने इस मामले की शिकायत एंट्री करप्शन ब्यूरो में करने की चेतावनी दी है। इस अवसर पर नगर परिषद उपाध्यक्ष सुरिद्र सिंह खालसा व सभी पार्षद मौजूद थे।

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