नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने से उपजाऊ जमीनों को पहुंचा नुकसान
संवाद सहयोगी पौनी बरसात के मौसम में नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने के बाद उपजाऊ जमीनों को होने वाल
संवाद सहयोगी, पौनी : बरसात के मौसम में नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने के बाद उपजाऊ जमीनों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए पंचायत सलून और कुंड खनेयाड़ी के लोगों ने प्रशासन से ठोस कदम उठाने की माग की है।
पिछले तीन दिनों से जारी बारिश के कारण कई किसानों की उपजाऊ जमीनें नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने से बर्बाद हो रही हैं। पंचायत सलून के सरपंच सूरज प्रकाश रैना, पंचायत कुंड खनेयाड़ी के सरपंच सूरज प्रकाश शर्मा, पंचायत रियाला के सरपंच शामलाल का कहना है कि प्रत्येक वर्ष बरसात के मौसम में नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने के बाद लोगों की उपजाऊ जमीनें बाढ़ में बह जाती हैं। स्थानीय प्रशासन की तरफ से जिन लोगों की जमीनें नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने से बर्बाद होती हैं, उनको बचाने के लिए किसी तरह से भी सहयोग नहीं किया जाता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन को कई बार समस्या से निजात दिलाने के लिए कहा गया है, लेकिन लोगों की समस्या को लेकर ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। लोगों ने जमीनें बचाने के लिए स्थानीय प्रशासन से क्रेट मुहैया कराने की अपील की है।
गौरतलब है कि पंचायत सलून, रियाला और कुंड खनेयाड़ी में तवी नदी व अन्य नालों का जलस्तर बढ़ने के बाद लोगों की उपजाऊ जमीनें बह रही हैं। लोगों ने कई बार स्थानीय प्रशासन से जमीनों की मिट्टी बहने से बचाने के लिए क्रेट मुहैया कराने के लिए अवगत कराया है, लेकिन लोगों की समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे लोगों की समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है।