Geotagging Survey in Udhampur: शहर में घरों को यूआइएन नंबर जारी करने के लिए जियोटैगिंग सर्वे शुरू
प्रीति खजूरिया ने बताया कि हर घर से 60 रुपये शुल्क लिया जाएगा जिसकी रसीद दी जाएगी। सर्वे पूरा होने के साथ ही मकान को नंबर भी जारी कर दिया जाएगा मगर यूआइएन वाली नंबर प्लेट सर्वेक्षण का काम पूरा होने क बाद घरों के बाहर लगाई जाएगी।
ऊधमपुर, जागरण संवाददाता: शहर में घरों को यूनिक पहचान नंबर (यूआइएन) जारी करने के लिए मेरा घर-मेरी पहचान अभियान का आगाज हुआ। वार्ड नंबर एक से इस अभियान का शुभारंभ किया गया। वार्ड नंबर एक की पार्षद प्रीति खजूरिया की देखरेख में वार्ड नंबर एक से घरों को विशेष नंबर जारी करने के लिए जियोटैगिंग सर्वे का काम शुरू हुआ।
इस अवसर पर प्रीति खजूरिया ने कहा कि नगर परिषद की सीमा में बहुत से घर ऐसे हैं, जिनके नंबर नहीं हैं, जिससे बहुत सी परेशानियां होती हैं। कई बार पहचान न होने के कारण महत्वपूर्ण दस्तावेज वक्त पर नहीं पहुंच पाते या कम हो जाते हैं। डाकियों और कोरियर सेवा प्रदान करने वालों को मकान खोजने में दिक्कत होती है। नगर परिषद, पुलिस सहित अन्य को नोटिस देने में दिक्कत होती है। पासपोर्ट नहीं मिल पाते। मगर सर्वेक्षण के बाद हर घर की जियोटैगिंग होगी और हर घर के मुखिया का आधार कार्ड और उनकी फोटो को ऑनलाइन अपलोड किया जाएगा।
सर्वे करने वाले व्यक्ति सर्वे करने वाली कंपनी के होंगे। इसके लिए हर घर से 60 रुपये शुल्क लिया जाएगा, जिसकी रसीद दी जाएगी। सर्वे पूरा होने के साथ ही मकान को नंबर भी जारी कर दिया जाएगा, मगर यूआइएन वाली नंबर प्लेट सर्वेक्षण का काम पूरा होने क बाद घरों के बाहर लगाई जाएगी। प्रीति खजूरिया ने बताया कि सर्वेक्षण का काम तीन माह में पूरा किया जाएगा।
शहर के सभी वार्डो में हर घर पर यूआइएन नंबरों वाली एक जैसी प्लेटें लगाई जाएंगी। प्रीति खजूरिया ने कहा कि वार्ड नंबर एक के घर, दुकान, बैंक्वेट हॉल, सरकारी व प्राइवेट स्कूल, खाली प्लॉटों का सर्वे होगा। उन्होंने सभी वार्डवासियों से इस कार्य में अपना पूरा सहयोग देने की अपील की है। इसके साथ ही घरों में ही कचरे को अलग करने के लिए जागरूकता के लिए पर्चे भी वितरित किए जाएंगे।