एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज व मामला दर्ज करने के विरोध में हाईवे जाम

जागरण संवाददाता ऊधमपुर सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल रामबन परिसर में आक्सीजन जेनरेशन प्लाट (ओज

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 06:24 AM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 06:24 AM (IST)
एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज व मामला दर्ज करने के विरोध में हाईवे जाम
एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज व मामला दर्ज करने के विरोध में हाईवे जाम

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल रामबन परिसर में आक्सीजन जेनरेशन प्लाट (ओजीपी) की इमारत बनाने के लिए स्कूल की फिजिक्स लेबोरेटरी व शौचालयों को तोड़ने का विरोध कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के नेताओं पर लाठीचार्ज और उन पर मामला दर्ज करने के विरोध में एबीवीपी व अन्य संगठन श8्क्रवार को स8्बह 10 बजे सड़कों पर उतर आए। उन्होंने जम्मू-श्रीनगर हाईवे को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी मामला खारिज करने व लाठीचार्ज करने वाले एसएचओ और सब इंस्पेक्टर को निलंबित करने की माग कर रहे थे। शाम सात बजे तक प्रदर्शनकारी हाईवे पर डटे रहे। उसके बाद वे प्रदर्शन जारी रखने के लिए गद्दे आदि मंगाने लगे। इसी बीच डीसी रामबन, डीआइजी, एसएसपी पीडी नित्या पहं8्चे और एसएचओ व सब इंस्पेक्टर ट्रासफर करने का आदेश दिखाया, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। उन्होंने कहा कि हमने तो निलंबन की माग की थी। उसके बाद तीनों अधिकारी चले गए। फिर क8्छ देर बाद प8्लिस मौके पर पहं8्ची और बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। उसके बाद प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी। प8्लिस अस्पताल से दो और प्रदर्शनकारियों को पकड़कर ले गई है।

प्रदर्शन की वजह से नौ घटे जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर यातायात ठप रहा। एबीवीपी नेताओं व अधिकारियों के बीच फोन पर बातचीत चल रही है। इस घटना को लेकर एबीवीपी की ओर से ऊधमपुर सहित विभिन्न जिलों की इकाइयों ने भी धरना-प्रदर्शन किया। डीएसपी ट्रैफिक रामबन पारुल भारद्वाज के म8्ताबिक देर शाम सात बजे हल्का बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को हाईवे से हटा दिया गया, जिसके बाद यातायात बहाल हो सका।

पुलिस के मुताबिक डीसी रामबन से शिकायत मिली थी कि कुछ लोगों ने ट्रेसपास कर जिला अस्पताल रामबन में बन रहे आक्सीजन प्लाट के काम को रोक दिया है। इस पर तहसीलदार रामबन एसएचओ रामबन के साथ जिला अस्पताल रामबन के ट्रामा सेंटर पहुंचे, जहा पर कुछ शरारती लोगों ने डीआरडीओ प्रोजेक्ट के तहत पीएम केयर फंड से मंजूर आक्सीजन प्लाट के काम को रोक रखा था। पुलिस के मुताबिक तहसीलदार, एसएचओ व पुलिस को देखकर तरुण देर्व ंसह चिब, पवन राठौर, आर्यन, पूजा व आकृति ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ अभद्र नारे लगाने लगे। जब आदोलनकारियों को परिसर खाली करने को कहा गया तो उन्होंने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया और मारपीट शुरू कर दी, जिसमें एक सिलेक्शन ग्रेड कास्टेबल मोहम्मद अजीम की दायीं टाग में चोट आई। वहीं, एसएचओ का सíवस बैज भी शरारती लोगों ने तोड़ दिया।

इसके चलते पुलिस ने उक्त पाचों लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उनको गिरफ्तार कर लिया। एबीवीपी नेताओं पर लाठीचार्ज और उनको पकड़ कर ले जाने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पुलिस और प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतर आई। वीरवार की रात प्रदर्शनकारी रामबन थाने के बाहर धरना देकर बैठे रहे। इस दौरान डीसी व एसएसपी रामबन भी शुक्रवार को तड़के प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए पहुंचे, मगर मामला नहीं सुलझ पाया। इसके बाद सुबह सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी रामबन में जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कार्रवाई को गलत ठहराते हुए शातिपूर्ण तरीके से आदोलन करने वालों पर बल प्रयोग करने का आरोप लगाया।

इस बारे में एबीवीपी विभाग संगठनमंत्री ऊधमपुर अविनाश सेठी के अलावा अमिर्त ंसह चिब व अन्य ने बताया कि हायर सेकेंडरी स्कूल और अस्पताल की जमीन साथ लगती है। जिस जगह पर आक्सीजन प्लाट बनाया जा रहा है, वह जमीन स्कूल की थी और वहा पर फिजिक्स लैब और चार शौचालय बने थे, जिनको तोड़ा गया था। आक्सीजन प्लाट बनना जरूरी है। एबीवीपी पदाधिकारी व सदस्य प्लाट बनाने का नहीं, बल्कि स्कूल के ढाचे को तोड़ कर प्लाट बनाने का विरोध शातिपूर्ण तरीके से कर रहे थे। मगर प्रशासन के कहने पर पुलिस ने शातिपूर्ण ढंग से आदोलन कर रहे एबीवीपी पदाधिकारियों पर लाठीचार्ज किया। पुलिस ने धरने पर बैठे 12 आदोलनकारियों को बेरहमी से पीटा है, जिसमें लड़किया भी शामिल थीं। नौ घटे हाईवे बंद होने की वजह से सैकड़ों वाहन फंसे रहे

रामबन में प्रदर्शनकारियों की ओर से हाईवे को जाम करने की वजह से जम्मू-श्रीनगर हाईवे नौ घटे बंद रहा। हाईवे पर लोगों के धरने के कारण दोनों तरफ सैकड़ों यात्री व अन्य वाहन फंसे रहे, जिनमें जम्मू से श्रीनगर के बीच आने-जाने वाले यात्री वाहनों के अलावा स्थानीय रूटों के वाहन भी थे। कुछ स्थानीय वाहन तो वैकल्पिक मार्गो से जा रहे थे, मगर जिनके पास कोई विकल्प नहीं था, वे वाहनों के साथ हाईवे पर फंसे रहे। धरना स्थल से लेकर दोनों तरफ कई किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लगी रहीं। वहीं, आदोलन की वजह से विभिन्न स्थानों पर भी यात्री वाहनों को रोक दिया गया था। शाम सात बजे प8्लिस ने बल प्रयोग कर जब प्रदर्शनकारियों को हटाया तब यातायात बहाल हो सका। उसके बाद फंसे लोगों ने राहत की सास ली। 23 अगस्त से कर रहे विरोध प्रदर्शन

बताते चलें कि एबीवीपी की रामबन जिला इकाई ने रामबन सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल की फिजिक्स लेबोरेटरी और चार शौचालयों को करीब एक सप्ताह पहले तोड़कर वहा पर आक्सीजन प्लाट के लिए इमारत बनाने का काम शुरू किए जाने का विरोध करने के लिए 23 अगस्त से धरना-प्रदर्शन शुरू किया। लगातार जारी धरना-प्रदर्शन के तहत वीरवार को आदोलनकारियों को बलपूर्वक हटाया गया और आदोलन करने वाले एबीवीपी की दो महिला पदाधिकारियों सहित पाच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।

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