इंस्पेक्टर की पत्नी का शव मिहाड़ से 30 किलोमीटर दूर चिनाब से बरामद
जागरण संवाददाता ऊधमपुर रामबन के मिहाड़ इलाके में गत सोमवार को चिनाब में कार सहित गिरकर ला
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : रामबन के मिहाड़ इलाके में गत सोमवार को चिनाब में कार सहित गिरकर लापता हुए चार लोगों में से आरपीएफ के इंस्पेक्टर राकेश कुमार भगत की पत्नी आशा का शव वीरवार रात जिले के पंचैरी के दमनोत स्थित हडोक में चिनाब से बरामद कर लिया गया। यह क्षेत्र रियासी जिले की सीमा से सटा हुआ है। शुक्रवार सुबह रियासी जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद आशा का शव स्वजनों को सौंप दिया गया। शाम को जम्मू में आशा का अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं, अब राकेश व उनके दो बेटों की तलाश जारी है।
बता दें कि सोमवार को आरपीएफ के इंस्पेक्टर राकेश कुमार भगत, पत्नी आशा और बेटे संचित व मेहुल के साथ कार में श्रीनगर से जम्मू अपने घर लौट रहे थे। रामबन के मिहाड़ इलाके में अचानक उनकी कार चिनाब में गिर गई थी। तभी से चारों की तलाश की जा रही है। श्रीनगर में राकेश अपने एक दोस्त के पास ठहरे थे, जो कश्मीर विश्वविद्यालय में तैनात हैं। उन्होंने बताया था कि राकेश और उनका बेटा संचित कार की अगली सीट पर और पत्नी आशा व दूसरा बेटा मेह8्ल पिछली सीट पर बैठे थे।
लापता लोगों की तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम रामबन पहुंची थी। वीरवार को उन्होंने चिनाब में उतर कर लापता लोगों की तलाश करने का प्रयास किया, मगर तेज बहाव के कारण वह चंद फीट से आगे नहीं जा पाए। इसी बीच वीरवार रात को ऊधमपुर जिले के पंचैरी इलाके में लोगों ने एक महिला का शव देखा और पुलिस को सूचित किया। इसके बाद पंचैरी और दमनोत क्राइम पोस्ट के जवानों ने स्थानीय लोगों की मदद से शव को चिनाब से बाहर निकाला। एसएचओ पंचैरी विकास डोगरा ने बताया कि हडोक से शव को पंचैरी या ऊधमपुर पहुंचाने के लिए एक दिन लग जाता, इसलिए शव चार घटे की पैदल दूरी पर स्थित रियासी जिला अस्पताल में भिजवा दिया गया। सीएमओ रियासी डा. राजीव शर्मा ने कहा कि मृतका के शव को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों के सुपुर्द कर दिया गया।