शिवखोड़ी में घोड़ा चालकों को बतानी होगी पहचान
संवाद सहयोगी पौनी आधार शिविर रनसू शिवखोड़ी में श्रद्धालुओं को भोले बाबा के दर्शन के
संवाद सहयोगी, पौनी : आधार शिविर रनसू शिवखोड़ी में श्रद्धालुओं को भोले बाबा के दर्शन के लिए घोड़ों पर ले जाने वाले घोड़ा चालकों को अब अपनी पहचान बतानी होगी। इसके लिए मजदूरी करने वाले हर घोड़ा मजदूर को वर्दी व गले में पहचान पत्र डालना अनिवार्य होगा। शिवखोड़ी श्राइन बोर्ड रनसू-शिवखोड़ी में मजदूरी करने वाले घोड़ा, पिट्ठू, पालकी मजदूरों पर पैनी नजर रखेगा। इसके लिए बोर्ड ठोस कदम उठाएगा ताकि भोले बाबा के दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।
नायब तहसीलदार रनसू अशोक कुमार का कहना है कि रनसू से गुफा तक श्रद्धालुओं को ढोने का काम करने वाले सभी घोड़ा मजदूरों को वर्दी पहनने व अपना पहचान पत्र गले में डालने के लिए निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि शिवखोड़ी ट्रैक पर कई घोड़ा चालक, पिट्ठू मजदूर बिना वर्दी व पहचान पत्र के श्रद्धालुओं को भोले बाबा के दर्शन के लिए घोड़ों पर ढोने का काम करते हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं के पास कई बार घोड़ा चालक की जानकारी नहीं होती है। उम्मीद है शिवखोड़ी श्राइन बोर्ड द्वारा जारी किए निर्देश के बाद श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी और घोड़ा चालक नियमों अनुसार श्रद्धालुओं को ढोने का काम करेंगे।
हर समय रखना होगी पहचान पत्र
मजदूरों को वर्दी, घोड़ा मजदूरी करने का पहचान पत्र हर समय अपने पास रखना होगा। अगर जांच के दौरान कोई मजदूर मजदूरी के पहचान पत्र या फिर बिना वर्दी के घोड़ा चलाते मिला तो उसका लाइसेंस रद कर दिया जाएगा।