Coronavirus: टेस्ट के बाद अब घर बैठे ही पता चलेगा पॉजिटिव हैं या निगेटिव

यह सेवा शून्य स्पर्श नीति और बिना किसी कागजी प्रक्रिया के लोगों को समयबद्ध रिपोर्ट का वितरण उपलब्ध कराएगी। जानकारी के मुताबिक सात मई तक हुए टेस्टों की रिपोर्ट लोगों को एसएमएस से जा चुकी है। आगे से नियमित रूप से जाएगी।

By Edited By: Publish:Tue, 11 May 2021 07:33 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 09:33 AM (IST)
Coronavirus: टेस्ट के बाद अब घर बैठे ही पता चलेगा पॉजिटिव हैं या निगेटिव
सात मई तक हुए टेस्टों की रिपोर्ट के एसएमएस लोगों को भेजे जा चुके हैं।

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : कोरोना टेस्ट करवाने वाले हर व्यक्ति को अब उसकी रिपोर्ट का पता चल सकेगा। इसके लिए उसे कहीं जाने की या कोई कागजी प्रक्रिया करने की जरूरत भी नहीं होगी। घर बैठे मोबाइल फोन पर एसएमएस से जानकारी टेस्ट करवाने वाले को मिल जाएगी।

जिला प्रशासन ने कोरोना संकट काल में संपर्क रहित व्यवस्था के तहत लोगों को जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए एसएमएस अलर्ट सेवा शुरू कर दी है। कोरोना संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग जिला भर में कोरोना टेस्ट कर रहा है। इस जांच में जो लोग पाजिटिव आ जाते हैं, उनको तो स्वास्थ्य विभाग की ओर से सूचना दे दी जाती थी।

मगर जो लोग निगेटिव आते थे, उन सभी को जानकारी प्राप्त करने के लिए बार-बार स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करना पड़ता था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग रिपोर्ट भी कागज पर देता था। इसके लिए रिपोर्ट लेने वाले को खुद जाना पड़ता था या किसी को भेजना पड़ता था। मगर अब टेस्ट करवाने वाले हर व्यक्ति को उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट बिना किसी से संपर्क और कागजी कार्रवाई के उपलब्ध कराने के लिए डीसी ऊधमपुर कंवल चिब के निर्देशों पर प्रशासन ने एक और पहल की है। इसमें लोगों तक कोरोना जांच की रिपोर्ट त्वरित और निर्बाध पहुंचाने के एसएमएस नोटिफिकेशन सेवा शुरू की है।

यह सेवा शून्य स्पर्श नीति और बिना किसी कागजी प्रक्रिया के लोगों को समयबद्ध रिपोर्ट का वितरण उपलब्ध कराएगी। जानकारी के मुताबिक सात मई तक हुए टेस्टों की रिपोर्ट लोगों को एसएमएस से जा चुकी है। आगे से नियमित रूप से जाएगी।

इस तरह से काम करती है सेवा: एसएमएस नोटिफिकेशन सेवा पुश मैसेज सेवा पर आधारित है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना जांच के लिए कमांड अस्पताल और जीएमसी में भेजे जाने वाले सैंपलों की जांच रिपोर्ट आमतौर पर तीसरे दिन पहुंच जाती है। प्रत्येक दिन आने वाली जांच रिपोर्ट को सीएमओ दफ्तर में कंपाइल किया जाता है और वहां से एक्सल शीट में निर्धारित फार्मेट के मुताबिक जांच रिपोर्ट का विवरण और टेस्ट करवाने का मोबाइल फोन नंबर भर कर जिला प्रशासन को भेजा जाता है। इसके बाद जिला प्रशासन साफ्टवेयर की मदद से स्क्रिप्ट के माध्यम से तैयार फार्मेट का डाला एसएमएस गेटवे में अपलोड कर देता है। डाटा अपलोड होने के बाद कुछ ही समय में जांच करवाने वाले द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर उसकी जांच रिपोर्ट की निगेटिव या पाजिटिव होने की जानकारी का एसएमएस मिल जाता है।

भेजी जा चुकी सात मई तक की टेस्ट रिपोर्ट: कुछ दिन पहले शुरू हुई एसएमएस नोटिफिकेशन सर्विस के तहत अब तक सात मई तक की टेस्ट रिपोर्ट लोगों को एसएमएस से भेजी जी चुकी हैं। डीसी ने बताया कि सेवा शुरू करने के बाद 1 से 5 मई के बीच हुए टेस्ट की रिपोर्ट एसएमएस नोटिफिकेशन के माध्यम से भेज दिए गए हैं। वहीं प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार तक सात मई तक हुए टेस्टों की रिपोर्ट के एसएमएस लोगों को भेजे जा चुके हैं।

जांच करवाएं और पाजिटिव आने पर खुद को करें आइसोलेट: डीसी डीसी ने आम लोगों से कोरोना प्रसार की रोकथाम के लिए अपनी कोरोना जांच करवाने तथा संक्रमित पाए जाने पर खुद को आइसोलेट करने की अपील की, ताकि प्रशासन को ट्रांसमिशन की श्रृंखला को तोड़ने में मदद मिल सके। इसके साथ ही सभी से कोरोना रोकथाम के लिए लोगों से कोरोना से बचाव के लिए निर्धारित सभी नियमों व सरकार और प्रशासन के निर्देशों का पूरी तरह से पालन करने की अपील की।

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