पेट्रोल व डीजल की कीमतों में वृद्धि के विरोध में प्रदर्शन
संवाद सहयोगी पौनी बढ़ती महंगाई और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतर
संवाद सहयोगी, पौनी : बढ़ती महंगाई और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी से लोग काफी परेशान हैं। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेता व पूर्व मंत्री जुगल किशोर शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पौनी में सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से बढ़ती महंगाई और लगातार बढ़ रहे पेट्रोल व डीजल के दाम को कम करने की मांग की। इस मौके पर बाजार से लेकर तहसील कार्यालय तक एक रोष रैली भी निकाली गई।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा लोगों से झूठे वादे किए जा रहे हैं। हर गरीबी रेखा से नीचे रहने वाला व्यक्ति परेशान है। मात्र पांच किलो परिवार के एक सदस्य को महीने का निशुल्क राशन देकर लोगों की समस्या हल नहीं हो जाती है। लोगों की अन्य समस्याओं पर भी ध्यान देना जरूरी है। दिन-प्रतिदिन बढ़ती महंगाई से लोग काफी परेशान हैं। कोविड-19 को लेकर लॉकडाउन के दौरान लोग घरों में बैठे हुए हैं। ऐसे में सरकार द्वारा लोगों की मदद करने के बजाय उन्हें और मुसीबत में डाला जा रहा है। कांग्रेस के पूर्व विधायक व पूर्व एमएलसी जुगल किशोर शर्मा ने बताया कि बढ़ती महंगाई और पेट्रोल डीजल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी को लेकर आम नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार पौनी को ज्ञापन सौंपा है। इस मौके पर अमित शर्मा, मुंशी राम सलालिया, विजय शर्मा, बीडीसी चेयरमैन पवन शर्मा, बिशन मगोत्रा, अजय सलालिया, ब्लॉक प्रधान जुगल केसर, सरपंच, पूर्व सरपंच व कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे। इलाके के साथ नहीं होने दी जाएगी छेड़छाड़
काग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपने प्रदर्शन के दौरान पौनी क्षेत्र के इलाके को दूसरे क्षेत्र से जोड़ने का भी विरोध किया है। उनका कहना है कि भाजपा सरकार पौनी के गाव को सुंदरबनी तहसील और राजौरी जिले के साथ जोड़ने के लिए गुपचुप तरीके से लगी हुई है। उन्होंने कहा कि पौनी इलाके के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं होने दी जाएगी। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर भाजपा सरकार ने पौनी क्षेत्र के गाव को दूसरे इलाके से जोड़ने के लिए कोई भी कदम उठाया तो क्षेत्र के लोग इसका विरोध करते हुए सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाएंगे।