पेट्रोल और डीजल के बढ़े दामों के विरोध में भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
जागरण संवाददाता ऊधमपुर पेट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ते दामों के विरोध शुक्रवार क
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : पेट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ते दामों के विरोध शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल पंप पर एकत्रित होकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुमित मगोत्रा के नेतृत्व में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने धार रोड पर जुलूस निकाला और धार रोड स्थित पेट्रोल पंप पर एकत्रित होकर पेट्रोल व डीजल के दामों लगातार की जा रही वृद्धि को लेकर प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लिखी तख्तियों के साथ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इस अवसर पर सुमित मगोत्रा ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है। कोरोना कर्फ्यू के रोस्टर के मुताबिक कारोबार खुलने की वजह से कारोबार ठप हैं। गरीब आदमी को अपना और परिवार का पेट पालने के लाले पड़ गए हैं। ऐसे हालात में भी केंद्र सरकार ने आम आदमी और गरीबों को राहत देने के लिए किसी पैकेज की घोषणा नहीं की। पैकेज देना तो दूर इसके विपरीत महंगाई में लगातार वृद्धि हो रही है।
मगोत्रा ने दावा किया कि पहली बार पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गया है। डीजल भी 90 रुपये के करीब है। पेट्रोल और डीजल के महंगा होने से दूध, फल, सब्जी, खाद्य पदार्थो सहित हर चीज के दाम बढ़ रहे हैं। इससे आम जनता और विशेष रूप से मध्यमवर्ग और गरीब वर्ग के लोग बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं।
मगोत्रा ने कहा कि वर्ष 2014 से पहले यूपीए की सरकार में जब पेट्रोल के दामों में 50 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि होती थी, आज भाजपा में मंत्री पद संभालने वाले सड़कों पर लेट कर महंगाई को लेकर हायतौबा मचाते थे। मगर अब जब मोदी सरकार के समय पेट्रोल सौ रुपये के पार पहुंच गया है, तो उनकी जबान नहीं खुल रही। उन्होंने बहुत हुई महंगाई की मार, उखाड़ फेंको मोदी सरकार का नारा बुलंद करते हुए हर व्यक्ति को इस नारे को बुलंद करते हुए महंगाई को नियंत्रित करने सहित हर मोर्चे पर विफल रही भाजपा सरकार को बाहर का रास्ता दिखाने की अपील लोगों से की।
मगोत्रा ने कहा कि सरकार गरीब लोगों को राहत देने के लिए महंगाई को नियंत्रित करे और इसके लिए सबसे पहले पेट्रोल और डीजल के दामों में की गई वृद्धि को बिना देर के वापस ले। ऐसा न करने पर इससे भी ज्यादा उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी।